चंडीगढ़, 21 जनवरी – हरियाणा के मुख्यमंत्री श्री मनोहर लाल ने शनिवार देर सायं चंडीगढ़ तमिल संगम द्वारा आयोजित 'पोंगल महोत्सव' में बतौर मुख्य अतिथि शिरकत की और देवी मां तमिल मंदिर का उद्घाटन किया। उन्होंने संत कवि तिरुवल्लुवर की प्रतिमा पर पुष्पांजलि अर्पित कर नमन किया और सभी को पोंगल महोत्सव की बधाई एवं शुभकामनाएं दी। इस कार्यक्रम का मुख्य आकर्षण मुख्यमंत्री द्वारा शुद्ध तमिल भाषा में दिया गया पंद्रह मिनट का भाषण रहा। जब मुख्यमंत्री ने तमिल भाषा में अपना भाषण शुरू किया तब वहां उपस्थित लोग आश्चर्यचकित तथा आनंदित हो उठे और तमिल भाषा में अपना भाषण देने के लिए तालियों की गड़गड़ाहट से मुख्यमंत्री का आभार प्रकट किया।
श्री मनोहर लाल ने कहा कि तमिल भाषा को दुनिया की सबसे पुरानी भाषाओं में से एक माना जाता है। उन्होंने दर्शकों को संयुक्त राष्ट्र महासभा में प्रधानमंत्री द्वारा दिए गए भाषण का स्मरण करवाते हुए कहा कि प्रधानमंत्री ने महान तमिल संत "कणियन पूंगुन्ड्रनार" द्वारा दिए गए वाक्य "यादुम् ऊरे, यावरुम् केड़िर”का उल्लेख किया था, जिसका अर्थ है कि "हम सभी स्थानों के लिए अपनेपन का भाव रखते हैं और सभी लोग हमारे अपने हैं”। उन्होंने कहा कि तमिल और उनके लोग हमेशा सार्वभौमिक भाईचारे के लिए खड़े रहे हैं।
मुख्यमंत्री ने कहा कि समाज के भीतर कुछ तत्व सक्रिय रूप से नस्ल, धर्म और भौगोलिक स्थिति जैसे कारकों के आधार पर कृत्रिम विभाजन को बढ़ावा देने का प्रयास कर रहे हैं। ऐसी ताकतों को हम सभी को मिलकर हराना है। उन्होंने कहा कि पूरा देश भगवान श्री राम की भक्ति में आनंदित है। उन्होंने दर्शकों से पोंगल समारोह समाप्त होने के बाद एक और दिवाली मनाने के लिए भी कहा।
मुख्यमंत्री ने महेशपुर मद्रासी कॉलोनी के निवासियों के लिए आशियाना फ्लैटों की लंबे समय से चली आ रही मांग को भी स्वीकार करते हुए घोषणा की कि सभी पात्र लाभार्थियों को जल्द से जल्द फ्लैट आवंटित किए जाएंगे। उन्होंने चंडीगढ़ तमिल संगम परिसर में भारती भवन को पूरा करने के लिए अपने ऐच्छिक कोष से 15 लाख रुपये अनुदान देने की भी घोषणा की।
हरियाणा के पूर्व मुख्य सचिव और चंडीगढ़ तमिल संगम के अध्यक्ष, आईएएस (सेवानिवृत्त) श्री जी माधवन ने मुख्यमंत्री का स्वागत किया। उन्होंने कहा कि मुख्यमंत्री श्री मनोहर लाल ने वर्ष 2019 में भी पोंगल समारोह में शिरकत की थी। इस पोंगल महोत्सव में हरियाणा के विभिन्न हिस्सों से 600 से अधिक तमिल लोगों ने भाग लिया है।
तमिल संगम के महासचिव एस.पी. राजशेखरन ने तमिल लोगों और संगम के प्रति उनके निरंतर समर्थन और मातृवत् रवैये के लिए मुख्यमंत्री का धन्यवाद किया। तमिल पुजारियों के मंत्रोच्चारण के साथ मुख्यमंत्री को "कामाक्षीविलक्कू" से सम्मानित किया गया।
चंडीगढ़ तमिल संगम, एक गैर-लाभकारी सामाजिक-सांस्कृतिक संगठन है, जो 50 वर्षों से अधिक समय से ट्राइसिटी में सेवाएं प्रदान कर रहा है। यह लंबे समय से विभिन्न सामाजिक, सांस्कृतिक, दान और मानवीय गतिविधियों में सक्रिय रूप से शामिल रहा है।
इस अवसर पर हैफेड के प्रबंध निदेशक श्री जे गणेशन, आईएफएस अधिकारी श्री एस नारायणन सहित पंचकूला-चंडीगढ़-मोहाली (ट्राइसिटी) के अन्य सामाजिक-सांस्कृतिक संगठनों के सदस्य उपस्थित थे।