चंडीगढ़, 7 फरवरी - हरियाणा के मुख्यमंत्री श्री मनोहर लाल ने अधिकारियों को निर्देश दिए है कि परिवार पहचान पत्र से सम्बंधित आंकड़ों को सत्यापित करने के बजाए उनकी आधिकारिक पुष्टि करने पर ध्यान दिया जाना चाहिए। प्रदेश के हर परिवार के हर एक सदस्य खासकर वृद्धों, दिव्यांगों और बच्चों से सम्बंधित आंकड़ों की पक्के तौर पर पुष्टि की जाए।
मुख्यमंत्री ने ये निर्देश गत सायं: अपने निवास स्थान संत कबीर कुटीर पर नागरिक संसाधन सूचना विभाग (क्रिड) की समीक्षा बैठक की अध्यक्षता करते हुए दिए।
मुख्यमंत्री ने कहा प्रदेश में वृद्धों की जरूरतों के साथ-साथ उनकी अभिरुचियों, प्रतिभा, शौक और रुझान से सम्बंधित जानकारियों पर कार्य किया जाना जाए। प्रदेश में 60 वर्ष से ऊपर के हर वरिष्ठ नागरिक की देख-रेख सरकार की जिम्मेदारी है और सरकार इसे बखूबी निभाएगी। अधिकारी नागरिक संसाधन सूचना विभाग की व्यवस्था को और अधिक तर्कसंगत बनाने के लिए कार्य करे।
मुख्यमंत्री ने अधिकारियों को बच्चों से संबंधित डाटा जैसे क्रेच में जाने वाले बच्चे, आंगनबाड़ी जाने वाले बच्चे और स्कूल जाने वाले बच्चों से सम्बंधित जानकारियां भी संकलित करने के निर्देश दिए।
बैठक में हरियाणा के मुख्य प्रधान सचिव श्री डी.एस ढेसी, मुख्यमंत्री के प्रधान सचिव एवं नागरिक संसाधन सूचना विभाग के प्रधान सचिव श्री वी.उमाशंकर और मुख्यमंत्री के अतिरिक्त प्रधान सचिव डॉ अमित अग्रवाल व अन्य वरिष्ठï अधिकारी भी उपस्थित थे।