चंडीगढ़, 4 फरवरी - हरियाणा के मुख्यमंत्री श्री मनोहर लाल ने आज नई दिल्ली में ऑडियो कॉन्फ्रेंसिंग के माध्यम से नए बीपीएल कार्ड धारकों से सीधा संवाद किया। इस दौरान लाभार्थियों ने मुख्यमंत्री का धन्यवाद करते हुए कहा कि हरियाणा सरकार ने बीपीएल कार्ड बनाकर गरीब परिवारों का कल्याण किया है, अब इन परिवारों को सरकार की सभी योजनाओं का सीधा लाभ मिल पायेगा।
श्री मनोहर लाल ने कहा कि प्रदेश सरकार अंत्योदय परिवारों को मुख्यधारा में लाने के लिए अनेक योजनाओं को चला रही है, जिनमें रोजगार मुहैया कराने, उनके स्वास्थ्य की देखभाल, अच्छी शिक्षा तथा आवास की सुविधा आदि शामिल हैं। मुख्यमंत्री ने कहा कि अंत्योदय परिवारों की सुविधा के लिए अब ऑटो मोड पर बीपीएल राशन कार्ड बनाने का काम शुरू हो गया है। आप सब लाभार्थियों के बीपीएल कार्ड भी हाल ही में बने हैं। उन्होंने कहा कि परिवार पहचान पत्र में सत्यापित वार्षिक आय के मापदंड के आधार पर नए बीपीएल परिवारों को जोड़ा गया है। उन परिवारों को ऑनलाइन बीपीएल राशन कार्ड दिए जा रहे हैं, जिनकी वार्षिक आय 1 लाख 80 हजार रुपये तक है। उन्होंने बताया कि प्रदेश के 29 लाख से अधिक परिवारों को नए बीपीएल कार्ड जारी किये गए हैं।
अंत्योदय परिवारों के स्वास्थ्य के लिए शुरू की चिरायु हरियाणा योजना
श्री मनोहर लाल ने कहा कि बीपीएल परिवारों को मुफ्त चिकित्सा सुविधा प्रदान करने के लिए चिरायु हरियाणा योजना शुरू की गई है। आयुष्मान भारत - प्रधानमंत्री जन आरोग्य योजना में उन परिवारों को शामिल किया गया था, जिनकी वार्षिक आय 1 लाख 20 हजार रुपये से कम थी। प्रदेश सरकार ने बी.पी.एल. के लिए यह आय सीमा बढ़ाकर 1 लाख 80 हजार रुपये वार्षिक की। इससे प्रदेश में अब लगभग 20 लाख नए परिवार इस योजना में आ गए हैं। अब 28,89,036 परिवार इस योजना के तहत मुफ्त चिकित्सा सुविधा का लाभ उठा रहे हैं। ऐसे परिवारों को 5 लाख रुपये वार्षिक का स्वास्थ्य कवर मिल रहा है।
रोजगार के लिए किया जा रहा है अंत्योदय मेलों का आयोजन
मुख्यमंत्री ने कहा कि प्रदेश सरकार गरीब परिवारों को आर्थिक रूप से स्वावलंबी बनाने के लिए उन्हें रोजगार के अवसर के साथ-साथ स्वरोजगार अपनाने के लिए प्रोत्साहित कर रही है। अंत्योदय परिवार रोजगार संबंधी योजनाओं का अधिक लाभ उठा सकें, इसकी जानकारी देने के लिए समय-समय पर प्रदेश सरकार अंत्योदय परिवार उत्थान मेलों का आयोजन कर रही है। अब तक प्रदेश में तीन चरणों में 861 अंत्योदय मेलों का आयोजन किया जा चुका है। उन्होंने कहा कि चौथे चरण की शुरुआत जल्द ही की जाएगी , ताकि अंत्योदय परिवारों को योजनाओं का सीधा लाभ दिया जा सके। उन्होंने कहा कि सरकारी नौकरियों में भी जरूरतमंद परिवारों को वरीयता दी जा रही है। ऐसे परिवारों के उम्मीदवारों को 5 अतिरिक्त अंक देने का प्रावधान किया गया है।
मुख्यमंत्री अंत्योदय परिवार उत्थान योजना
अंत्योदय परिवारों के उत्थान के लिए मुख्यमंत्री अंत्योदय परिवार उत्थान योजना चलाई जा रही है। इस योजना के अंतर्गत अब तक 30 हजार परिवारों को मदद उपलब्ध करवाई गई है। उन्होंने कहा कि इस योजना के माध्यम से गरीब परिवारों की वार्षिक आय को कम से कम 1 लाख 80 हजार रुपये तक करने का बीड़ा उठाया है। ऐसे परिवारों को स्वरोजगार शुरू करने के लिए भी प्रेरित किया जा रहा है। कौशल विकास के माध्यम से उन्हें प्रशिक्षण देकर अपना कार्य शुरू करने में सक्षम बनाया जा रहा है। इसके साथ-साथ बैंकों के माध्यम से उन्हें अपना रोजगार शुरू करने के लिए ऋण भी उपलब्ध करवाया जा रहा है। लगभग 22 हजार से अधिक लोगों को ऋण की सुविधा उपलब्ध करवाई गई है और 1800 से अधिक लाभार्थियों को प्रशिक्षण भी दिलवाया गया है। मुख्यमंत्री अंत्योदय परिवार उत्थान योजना में 18 विभागों की 48 योजनाओं को शामिल किया गया है।