शनिवार, December 8, 2018
- चंडीगढ़, 8 दिसंबर - पांच नगरनिगमों-हिसार, रोहतक, यमुनानगर, पानीपत और करनाल के मेयर तथा सभी वार्डों के सदस्यों और नगरपालिकाओं-जाखल मण्डी (फतेहाबाद) तथा पुण्डरी (कैथल) के सदस्यों के लिए नामांकन पत्र दाखिल करने, छंटनी और नाम वापस लेने की प्रक्रिया पूरी हो गई है।
- राज्य चुनाव आयुक्त डा० दलीप सिंह ने आज यहां जानकारी देते हुए बताया कि मेयर के लिए 40 पुरुष उम्मीदवारों तथा 19 महिला उम्मीदवारों समेत कुल 59 उम्मीदवार चुनाव मैदान में हैं और नगरनिगमों के सभी वार्डों के लिए 320 पुरुष उम्मीदवारों तथा 272 महिला उम्मीदवारों समेत कुल 592 उम्मीदवार चुनाव लड़ रहे हैं। इसी तरह, नगरपालिका के लिए 35 पुरुष उम्मीदवारों और 55 महिला उम्मीदवारों समेत कुल 89 उम्मीदवार चुनाव मैदान में हैं।
- उन्होंने बताया कि नगरनिगमों के मेयर के लिए हिसार में 20 वार्डों के लिए 19 पुरुषों और चार महिलाओं से कुल 23 नामांकन प्राप्त हुए, जिनमें से एक महिला द्वारा नाम वापस ले लिया गया। इस प्रकार, 19 पुरुषों और तीन महिलाओं समेत 22 उम्मीदवार चुनाव लड़ रहे हैं। इसी तरह, करनाल में 20 वार्डों के लिए 11 महिलाओं से कुल 11 नामांकन प्राप्त हुए, जिनमें से दो महिलाओं के नामांकन रदद कर दिए गये तथा एक महिला द्वारा नाम वापस ले लिया गया। इस प्रकार, आठ उम्मीदवार चुनाव मैदान में हैं और सभी महिलाएं हैं। उन्होंने बताया कि पानीपत में 26 वार्डों के लिए 12 महिलाओं से 12 नामांकन प्राप्त हुए जिनमें से दो महिलाओं के नामांकन रदद कर दिए गये और पांच महिलाओं द्वारा नाम वापस ले लिए गये। इस प्रकार, यहां से पांच उम्मीदवार चुनाव लड़ रहे हैं और सभी महिलाएं हैं। रोहतक में 22 वार्डों के लिए 11 पुरुषों और दो महिलाओं से कुल 13 नामांकन प्राप्त हुए, जिनमें से एक पुरुष द्वारा नाम वापस ले लिया गया। इस प्रकार यहां से 10 पुरुषों और दो महिलाओं समेत 12 उम्मीदवार चुनाव मैदान में हैं। इसी प्रकार, यमुनानगर में 22 वार्डों के लिए 11 पुरुषों और चार महिलाओं से 15 नामांकन प्राप्त हुए, जिनमें से तीन महिलाओं द्वारा नाम वापस ले लिए गये। इस प्रकार, 11 पुरुषों और एक महिला समेत 12 उम्मीदवार चुनाव लड़ रहे हैं।
- डा० दलीप सिंह ने बताया कि नगरनिगमों के सदस्यों के लिए हिसार में 20 वार्डों के लिए 70 पुरुषों और 43 महिलाओं से कुल 113 नामांकन प्राप्त हुए, जिनमें से 3 पुरुषों और दो महिलाओं द्वारा पांच नामांकन वापस ले लिए गये। इस प्रकार, 67 पुरुषों और 41 महिलाओं समेत 108 उम्मीदवार चुनाव लड़ रहे हैं। इसी प्रकार, करनाल में 20 वार्डों के लिए 72 पुरुषों और 44 महिलाओं से कुल 116 नामांकन प्राप्त हुए, जिनमें से 4 पुरुषों और तीन महिलाओं के सात नामांकन रदद कर दिए गये तथा सात पुरुषों और सात महिलाओं द्वारा 14 नामांकन वापस ले लिए गये। इस प्रकार, 61 पुरुषों और 34 महिलाओं समेत 95 उम्मीदवार चुनाव मैदान में हैं। उन्होंने बताया कि पानीपत में 26 वार्डों के लिए 76 पुरुषों और 69 महिलाओं से कुल 145 नामांकन प्राप्त हुए, जिसमें से चार पुरुषों के नामांकन रदद हो गए और 8 पुरुषों और 5 महिलाओं समेत 13 नामांकन वापस ले लिए गये। इस प्रकार, 64 पुरुषों और 64 महिलाओं समेत 128 उम्मीदवार चुनाव लड़ रहे हैं। रोहतक में 22 वार्डों के लिए 72 पुरुषों और 76 महिलाओं से कुल 148 नामांकन प्राप्त हुए, जिनमें से दो पुरुषों और एक महिला के नामांकन रदद कर दिए गये तथा पांच पुरुषों और पांच महिलाओं द्वारा नाम वापस ले लिए गए। इस प्रकार, 65 पुरुषों और 70 महिलाओं समेत 135 उम्मीदवार चुनाव मैदान में हैं। इसी प्रकार, यमुनानगर में 22 वार्डों के लिए 69 पुरुषों और 72 महिलाओं से 141 नामांकन प्राप्त हुए, जिनमें से दो महिलाओं के नामांकन रदद हो गए और छ: पुरुषों तथा सात महिलाओं द्वारा नाम वापस ले लिए गये। इस प्रकार, 63 पुरुषों और 63 महिलाओं समेत 126 उम्मीदवार चुनाव लड़ रहे हैं।
- राज्य चुनाव आयुक्त ने बताया कि नगरपालिका के लिए जाखल मण्डी ॒(फतेहाबाद) में 13 वार्डों के लिए 26 पुरुषों और 27 महिलाओं से 53 नामांकन प्राप्त हुए, जिनमें से दो पुरुषों और एक महिला के नामांकन रदद हो गये तथा सात पुरुषों और सात महिलाओं द्वारा नाम वापस ले लिए गये। इस प्रकार, 17 पुरुषों और 18 महिलाओं समेत 35 उम्मीदवार चुनाव मैदान में हैं। इसी तरह, पुण्डरी (कैथल) में 13 वार्डों के लिए 23 पुरुषों और 42 महिलाओं से 65 नामांकन प्राप्त हुए, जिनमें से 5 पुरुषों और 6 महिलाओं द्वारा नाम वापस ले लिए गए। इस प्रकार, 18 पुरुषों और 36 महिलाओं समेत 54 उम्मीदवार चुनाव लड़ रहे हैं।
- चंडीगढ़, 8 दिसंबर - भारत के सर्वोच्च न्यायालय के न्यायाधीश न्यायमूर्ति हेमंत गुप्ता ने ई-कोर्ट्स प्रोजैक्ट सिस्टम के सम्बन्ध में अधिवक्ताओं और याचिकाकर्ताओं से फीडबैक लेने पर बल दिया है ताकि इसमें और सुधार लाया जा सके।
- न्यायमूर्ति हेमंत गुप्ता आज यहां चण्डीगढ़ न्यायिक अकादमी में उच्च न्यायालयों की कम्प्यूटर कमेटियों के दूसरे राष्ट्रीय सम्मेलन के उद्घाटन समारोह में बोल रहे थे। सम्मेलन का उद्घाटन पंजाब एवं हरियाणा उच्च न्यायालय के मुख्य न्यायाधीश न्यायमूर्ति कृष्ण मुरारी और हिमाचल प्रदेश उच्च न्यायालय के मुख्य न्यायाधीश न्यायमूर्ति सूर्यकांत की उपस्थिति में हुआ।
- ‘ई-कोर्ट्स प्रोजैक्ट-एक्सप्लोरिंग न्यू होरिजोन्स’ थीम का यह दो दिवसीय सम्मेलन ई-कोर्ट्स प्रोजैक्ट के सभी हितधारकों अर्थात न्याय विभाग, भारत के सर्वोच्च न्यायालय की ई-कमेटी, उच्च न्यायालयों की कम्प्यूटर कमेटियों, उच्च न्यायालयों के केन्द्रीय परियोजना समन्वयकों (सीपीसी) और एनआईसी जैसी सरकारी एजेंसियों को ई-कोर्ट्स प्रोजैक्ट के क्रियान्वयन तथा सम्बन्धित मामलों के सम्बन्ध में विभिन्न मुद्दों पर विचार-विमर्श के लिए एक मंच उपलब्ध करवाएगा।
- सम्मेलन को सम्बोधित करते हुए, न्यायमूर्ति हेमंत गुप्ता ने ‘न्यायालयों से ई-न्यायालयों तक’ न्यायिक प्रणाली के सफर का उल्लेख किया। उन्होंने न्यायिक प्रणाली में सूचना और संचार प्रौद्योगिकी लागू करने में प्रारम्भिक प्रतिरोध पर प्रकाश डाला। उन्होंने ई-कोर्ट्स प्रोजैक्ट की सफलता और ई-सेवाओं से जनसाधारण को हो रहे लाभों का भी उल्लेख किया।
- न्यायमूर्ति कृष्ण मुरारी ने कहा कि न्यायिक प्रणाली और अधिक पारदर्शी हो गई है, क्योंकि केस स्टेटस और हिस्ट्री के सम्बन्ध में विस्तृत सूचना अब इलेक्ट्रोनिक प्लेटफार्म पर उपलब्ध है, जिस तक आसानी और शीघ्रता से पहुंचा जा सकता है। ई-कोर्ट्स प्रोजैक्ट को नागरिकों को उनके घर-द्वार पर न्याय मुहैया करवाने के संवैधानिक कर्त्तव्य को पूरा करने की दिशा में एक बड़ा कदम बताते हुए, उन्होंने कम्प्यूटरीकरण के मामले में पंजाब एवं हरियाणा उच्च न्यायालय को अग्रणी बनाने में किए जा रहे कम्प्यूटर कमेटी के प्रयासों की सराहना की।
- न्यायिक प्रणाली को और अधिक प्रभावी एवं दक्ष बनाने के लिए सूचना एवं संचार प्रौद्योगिकी के इस्तेमाल की आवश्यकता पर बल देते हुए न्यायमूर्ति सूर्यकांत ने ऐसे मामलों, जहां दिमाग लगाने की आवश्यकता है, में प्रौद्योगिकी की अत्यधिक निर्भरता के प्रति भी सचेत किया।
- पंजाब एवं हरियाणा उच्च न्यायालय की कम्प्यूटर कमेटी के अध्यक्ष न्यायमूर्ति डा० रवि रंजन ने उल्लेख किया कि इस सम्मेलन का मुख्य उद्देश्य सर्वोच्च न्यायालय की ई-कमेटी द्वारा की गई केन्द्रीयकृत परिकल्पना के सम्बन्ध में सभी उच्च न्यायालयों की उपलब्धियों को सांझा करना और सुधारों तथा नवाचारों के लिए विचारों का आदान-प्रदान करना है।
- सभी वक्ताओं ने ई-कोर्ट्स प्रोजैक्ट को सफल बनाने में सर्वोच्च न्यायालय के न्यायाधीश न्यायमूर्ति मदन बी. लोकुर द्वारा दिए गये योगदान की सराहना की।
- इस अवसर पर, पंजाब एवं हरियाणा उच्च न्यायालय द्वारा नैशनल ज्यूडिशियल डाटा ग्रिड के साथ बेहतर कनैक्टिविटी के लिए केस इनफोर्मेशन सॉफ्टवेयर 1.0 शुरू किया गया। इसके अलावा, सभी उच्च न्यायालयों से लेखों की एक स्मारिका तथा पंजाब एवं हरियाणा उच्च न्यायालय द्वारा की गई आईटी पहलों पर प्रकाश डालने वाली, न्यायमूर्ति राजेश बिंदल द्वारा संकलित एक पुस्तक का भी विमोचन किया गया।
- आयोजन कमेटी के अध्यक्ष न्यायमूर्ति महेश ग्रोवर ने सभी महानुभावों का धन्यवाद किया।
- चंडीगढ़, 8 दिसंबर - हरियाणा राज्य निर्वाचन आयोग ने स्पष्ट किया है कि उम्मीदवारों द्वारा चुनाव के उद्देश्य के लिए प्रयोग किए जाने वाले वाहनों की कोई सीमा नहीं है। हालांकि, चुनाव अभियान शुरू होने से पहले, उम्मीदवारों को ऐसे वाहनों और क्षेत्रों या वार्डों, जिनमें इनका उपयोग किया जाना है, का ब्यौरा रिटर्निंग अधिकारी को देना होगा, जो आवश्यक जांच के बाद परमिट जारी करेंगे।
- आयोग के एक प्रवक्ता ने आज यहां जानकारी देते हुए बताया कि रिटर्निंग अधिकारी द्वारा जारी परमिट की मूल प्रति वाहनों की विंड स्क्रीन पर प्रदर्शित की जानी चाहिए। उन्होंने बताया कि परमिट का आयाम इस तरह का होना चाहिए कि इसे दूर से देखा जा सके ।
- उन्होंने बताया कि परमिट में वाहन का नम्बर, परमिट जारी करने की तिथि, उम्मीदवार का नाम और उस क्षेत्र का उल्लेख होना चाहिए, जहां इसे प्रचार के लिए उपयोग किया जाएगा। किसी भी अतिरिक्त वाहन की तैनाती उम्मीदवारों या उनके एजेटों द्वारा इस आशय का नोटिस देने के बाद ही की जा सकती है। वाहन की वास्तविक तैनाती से पहले इसके लिए परमिट लेना होगा।
- उन्होंने बताया कि प्राप्त किया गया विवरण सम्बन्धित उपायुक्त और चुनाव व्यय पर्यवेक्षक को भेजा जाना चाहिए, ताकि वे इस बात की जांच कर सकें कि इस सम्बन्ध में व्यय उम्मीदवार के खाते में सही तरीके से जोड़ा गया है या नहीं।
- उन्होंने बताया कि उम्मीदवार द्वारा उचित अनुज्ञा या परमिट के बिना प्रचार के लिए इस्तेमाल किया जाने वाला कोई भी वाहन अनधिकृत माना जाएगा और भारतीय दण्ड संहिता के अध्याय 9-ए के दंड प्रावधानों के तहत माना जाएगा और इसलिए उसे तुरंत चुनाभ अभियान से बाहर कर दिया जाएगा।
- उम्मीदवार या उनके चुनाव एजेंटों द्वारा जिला प्रशासन को दी गई सूचना के अनुसार चुनाव अभियान के लिए इस्तेमाल किए जाने वाले वाहनों के लिए प्रशासन द्वारा कोई मांग नहीं की जाएगी।
- चंडीगढ़, 8 दिसंबर- हरियाणा के मुख्यमंत्री श्री मनोहर लाल ने कहा कि अगले 5 वर्षों में प्रदेश के हर खेत तक पक्के रास्ते बनाए जाएंगे ताकि किसानों को अपनी फसल की पैदावार ढ़ोने तथा अन्य कृषि कार्यों के लिए आवागमन में आसानी हो।
- मुख्यमंत्री आज यहां सीएम हाऊस में प्रदेशभर से आए मार्केट कमेटी के चेयरमैन व वाइस चेयरमैनों के साथ सीधा संवाद कर रहे थे। इस अवसर पर कृषि एवं किसान कल्याण मंत्री श्री ओम प्रकाश धनखड़, खाद्य एवं आपूर्ति मंत्री श्री कर्ण देव कंबोज, हरियाणा स्टेट एग्रीकल्चर मार्केटिंग बोर्ड की चेयरमैन श्रीमती कृष्णा गहलावत, कृषि एवं किसान कल्याण विभाग की अतिरिक्त मुख्य सचिव श्रीमती नवराज संधू , मुख्यमंत्री के ओएसडी श्री भूपेश्वरदयाल भी उपस्थित थी।
- मुख्यमंत्री ने कहा कि वर्तमान में हरियाणा में मंडी सिस्टम पूरे देश में बेहतर है। उन्होंने मार्केट कमेटी के चेयरमैन व वाइस चेयरमैनों से आह्वान किया कि वे किसानों के सामने आने वाली परेशानियों को दूर करने में सहयोग करने के साथ-साथ किसानों को जागरूक भी करें ताकि उनको फसलों का लाभकारी मूल्य मिल सके। उन्होंने कहा कि पिछले चार वर्षों में प्रदेश में विकास करने के अलावा व्यवस्था परिवर्तन भी किया है।
- मुख्यमंत्री ने कहा कि मार्केट कमेटी के चेयरमैन व वाइस चेयरमैनों की जिम्मेवारी बनती है कि वे किसानों को उनके उत्पाद की सही मार्केटिंग करने में मदद करें। किसानों के अथक परिश्रम की बदौलत ही हरियाणा राज्य कृषि के क्षेत्र में अग्रणी है। हरियाणा का मेहनतकश किसान जहां देश के लोगों का पेट भरने में अपना अहम योगदान देता है वहीं उसका अन्न के निर्यात में भी अहम योगदान है। उन्होंने कहा कि किसानों को कृषि के साथ खुंबी उत्पादन, मधुमक्खी पालन, मछली पालन जैसे व्यवसाय भी करने चाहिएं ताकि उनकी आय में बढ़ोतरी हो सके।
- हरियाणा के कृषि एवं किसान कल्याण मंत्री श्री ओम प्रकाश धनखड़ ने कहा कि मार्केट कमेटी के चेयरमैन व वाइस चेयरमैनों के पहचान-पत्र बनाए जाएंगे। उन्होंने कहा कि आज हरियाणा की मंडियों में सबसे अच्छा खरीद सिस्टम है जो कि प्रदेश के लिए गौरव की बात है, अब रूकना नहीं है तथा अधिक बेहतरी के लिए निरंतर आगे बढ़ते रहना है।
- श्री धनखड़ ने सभी चेयरमैन व वाइस चेयरमैनों से जिला-वाइज उनकी मंडियों की समस्याओं की जानकारी ली तथा सुधार के लिए सुझाव भी आमंत्रित किए।
- चंडीगढ़, 8 दिसंबर- हरियाणा के कृषि एवं किसान कल्याण विभाग के अंतर्गत गठित ‘हरियाणा किसान कल्याण प्राधिकरण’ की आज यहां परिचयात्मक बैठक हुई जिसकी अध्यक्षता मुख्यमंत्री श्री मनोहर लाल, जो कि प्राधिकरण के चेयरमैन भी हैं, ने की।
- इस अवसर पर कृषि एवं किसान कल्याण मंत्री श्री ओम प्रकाश धनखड़, खाद्य एवं नागरिक आपूर्ति मंत्री श्री कर्ण देव कंबोज के अलावा कई वरिष्ठ अधिकारी भी उपस्थित थे।
- मुख्यमंत्री ने कहा कि ‘हरियाणा किसान कल्याण प्राधिकरण’ विभिन्न योजनाओं एवं नीतियों के समन्वय से किसानों की आय दुगुनी करने में अहम भूमिका अदा करेगा। उन्होंने बताया कि इस प्राधिकरण के गठन का उद्देश्य राज्य के किसानों के समक्ष आने वाली परेशानियों को दूर करके मानवतावादी एवं समग्र कल्याण करना है ताकि किसान आने वाली बाधाओं एवं चुनौतियों से निपटने में सक्षम हो सकें। उन्होंने कहा कि किसानों के उत्पाद की कीमत बढ़ाने के लिए ब्रांडिंग एवं खाद्य प्रसंस्करण हेतु किसानों को सुविधा मुहैया करवाई जानी चाहिए।
- कृषि एवं किसान कल्याण मंत्री श्री ओम प्रकाश धनखड़ ने कहा कि हरियाणा सरकार का प्रमुख उद्देश्य किसान का हित करना है। उन्होंने बताया कि प्राधिकरण किसान-केंद्रित नीतियां बनाएगा ताकि किसानों को बाजार के जोखिम से बचाया जा सके। इसके अलावा, यह प्राधिकरण विभिन्न विभागों, किसानों तथा विशेषज्ञों को परस्पर विचारों के आदान-प्रदान के लिए एक प्लेटफार्म उपलब्ध करवाएगा।
- इस अवसर पर कृषि एवं किसान कल्याण विभाग की अतिरिक्त मुख्य सचिव श्रीमती नवराज संधू ने प्राधिकरण के कार्य, लक्ष्य आदि के बारे में प्रस्तुती दी।
- बैठक में विधायक श्री जसबीर देशवाल, मुख्यमंत्री के प्रधान सचिव श्री राजेश खुल्लर, उद्योग एवं वाणिज्य विभाग के अतिरिक्त मुख्य सचिव श्री देवेंद्र सिंह, सिंचाई विभाग के प्रधान सचिव श्री अनुराग रस्तोगी, खाद्य एवं नागरिक आपूर्ति विभाग के अतिरिक्त मुख्य सचिव श्री राम निवास, मुख्यमंत्री के अतिरिक्त प्रधान सचिव श्री वी. उमाशंकर, हरियाणा इलैक्ट्रोनिक्स डेवलपमैंट कारपोरेशन के प्रबंध निदेशक श्री विजयेंद्र कुमार, हैफेड के प्रबंध निदेशक श्री बृजेंद्र सिंह, कृषि एवं किसान कल्याण विभाग के निदेशक श्री अजीत बाला जी जोशी के अलावा अन्य वरिष्ठ अधिकारी व प्राधिकरण के सदस्य उपस्थित थे।
- चण्डीगढ़, 8 दिसम्बर - हरियाणा सरकार ने जिला अम्बाला में राष्ट्रीय राजमार्ग 73 से प्राथमिक स्वास्थ्य केन्द्र, पथेरड़ी तक लिंक रोड के पेवर ब्लॉक के प्रावधान हेतु 104.76 लाख रुपये के लागत अनुमानों की प्रशासकीय स्वीकृति प्रदान की है। मुख्यमंत्री श्री मनोहर लाल द्वारा इस आशय के प्रस्ताव को स्वीकृति प्रदान की गई है।
- एक सरकारी प्रवक्ता ने आज यहां यह जानकारी देते हुए बताया कि सरकार ने जिला अम्बाला में जगाधरी-अम्बाला रोड से खुडा से दुखेड़ी तक लिंक रोड के मजबूतीकरण हेतु 277.43 लाख रुपये की प्रशासकीय स्वीकृति भी प्रदान की है।
- चण्डीगढ़, 8 दिसम्बर - हरियाणा सरकार ने तीन जिलों-जींद, अम्बाला और कुरुक्षेत्र में सड़कों की हार्ड शोल्डरिंग, निर्माण और मजबूतीकरण के साथ चौड़ा करने की तीन परियोजनाओं के लागत अनुमानों की प्रशासकीय स्वीकृति प्रदान की है। मुख्यमंत्री श्री मनोहर लाल द्वारा इस आशय के प्रस्तावों को स्वीकृति प्रदान की गई है।
- एक सरकारी प्रवक्ता ने आज यहां यह जानकारी देते हुए बताया कि सरकार ने जिला जींद में डालमवाला होटल से हरियाणा शहरी विकास प्राधिकरण के सैक्टर 7 और 8 तक पश्चिमी यमुना नहर तक सड़क की हार्ड शोल्डरिंग और निर्माण के साथ चौड़ा करने के लिए 112.04 लाख रुपये की प्रशासकीय स्वीकृति प्रदान की है। प्रस्तावित सड़क की कुल लम्बाई 1.01 किलोमीटर है।
- उन्होंने बताया कि सरकार ने जिला अम्बाला में राज्य राजमार्ग 01 से मीरपुर वाया बड़ौली तक लिंक रोड की हार्ड शोल्डरिंग और मजबूतीकरण के साथ चौड़ा करने के लिए 116.38 लाख रुपये की प्रशासकीय स्वीकृति प्रदान की है। इस सड़क की कुल लम्बाई 3.31 किलोमीटर है।
- प्रवक्ता ने बताया कि सरकार ने जिला कुरुक्षेत्र में भी थानेसर रोड से अजराना खुर्द तक हार्ड शोल्डरिंग के साथ चौड़ा करने के लिए 15.16 लाख रुपये की प्रशासकीय स्वीकृति प्रदान की है। इस सड़क की कुल लम्बाई 0.750 किलोमीटर है।
- चण्डीगढ़, 8 दिसम्बर - अंतर्राष्ट्रीय गीता महोत्सव हरियाणा की लोक कला और संस्कृति की लुप्त होने के कगार पर पहुंच चुकी कई विधाओं को संरक्षित करने का काम कर रहा है। इस महोत्सव में ढेरु गायन गाथा, बाजीगर कला और कच्ची घोड़ी जैसी लोक कलाओं को ब्रह्मसरोवर के पावन तट पर देखा जा रहा है।
- इस महोत्सव के माध्यम से न केवल सरकार की तरफ से लोक संस्कृति को जीवंत रखने का प्रयास किया जा रहा है बल्कि लोक कलाकारों को रोजगार के अवसर भी उपलब्ध करवाए जा रहे हैं। वजीरपुर टिटाना के हरपाल नाथ ग्रुप के कलाकार सालों से ब्रह्मसरोवर के तट पर हरियाणवी संस्कृति का रंग जमा रहे हैं।
- उत्तर क्षेत्र सांस्कृतिक कला केन्द्र पटियाला और कुरुक्षेत्र विकास बोर्ड के साथ-साथ राज्य सरकार की तरफ से हरियाणा ही नहीं विभिन्न प्रदेशों की लोक संस्कृति को संरक्षित करने और कलाकारों को एक मंच मुहैया करवाने का काम अंतर्राष्ट्रीय गीता महोत्सव के जरिए किया जा रहा है। इस महोत्सव में 4 प्रदेशों की लोक कलाओं को पर्यटकों के समक्ष प्रस्तुत किया जा रहा है। कलाकार इन 4 प्रदेशों के उन लोक नृत्यों को प्रस्तुत कर रहे हैं, जो लोक कला लुप्त होने के कगार पर पहुंच चुके हैं। लोक कलाकार हरपाल नाथ ने बातचीत के दौरान इस बात का खुलासा किया कि हरियाणा प्रदेश में करीब 300 कलाकार ही बचे हैं, जो बीन, तुम्बा, ढोलक, खंजरी बजा कर जोगी नाथ बीन सपेरा परम्परा को आगे बढ़ाने का काम कर रहे हैं।
- कलाकार हरपाल नाथ ने कहा कि उनके ग्रुप में अजमेर नाथ, रमेश नाथ, ईश्वर नाथ, राकेश नाथ, अमन, राजकुमार, सुभाष नाथ आदि कलाकार पहुंचे हैं। सभी कलाकार पारम्परिकवेशभूषा से सुसज्जित होकर बीन, तुम्बा, ढोलक, खंजरी बजाकर लोगों का मनोरंजन कर रहे हैं। यह महोत्सव लोक कलाकारों का एक बड़ा मंच बन चुका है। उन्होंने कहा कि सरकार द्वारा इस प्रकार के कलाकारों को और अधिक प्रोत्साहित करने के लिए अंतर्राष्ट्रीय गीता महोत्सव जैसे मंच उपलब्ध करवाने चाहिए।
- महोत्सव के शिल्प मेले के दूसरे दिन हरियाणा के विभिन्न गांवों के लोक कलाकारों ने ब्रह्मसरोवर के उत्तरी तट पर ढेरु गाथा गायन की प्रस्तुती देकर पर्यटकों को झूमने पर मजबूर कर दिया। इन लोक कलाकारों ने ढेरु गाथा गायन के जरिए गुरु गोरख नाथ जी की गाथा, जवाहर गूगा पीर की गाथाओं का गुणगान किया। इन लोक कलाकारों का कहना है कि यह लोक कला विलुप्त करने के कगार पर पहुंच चुकी है। सरकार और प्रशासन का आभार व्यक्त करते हुए उन्होंने कहा कि अंतर्राष्ट्रीय गीता महोत्सव से लोक कलाओं को जीवंत रखने का प्रयास किया जा रहा है।
- अंतर्राष्ट्रीय गीता महोत्सव 2018 में एनजेडसीसी की तरफ से 200 से ज्यादा शिल्पकार पहुंच चुके हैं। इनमें 35 राष्ट्रीय अवार्डी, 35 राज्य अवार्डी, 3 संत कबीर अवार्डी, 9 राष्ट्रीय प्रमाण पत्र अवार्डी व 12 जिलास्तरीय अवार्ड विजेता शामिल हैं। एनजेडसीसी की तरफ से 12 दिसम्बर तक पंजाब का जिंदवा, हिमाचल का सिरमौरी नाटी, जम्मू कश्मीर का हिमाली, उत्तराखंड का छपेली और राजस्थान का चेरी घूम्मर पर्यटकों का मनोरंजन करेगा और 13 दिसम्बर के बाद कई और राज्यों के कलाकार महोत्सव में पहुंच जाएंगे। इसके अलावा महोत्सव में पंजाब से 8 बाजीगर, राजस्थान से 4 बहरुपिए और कच्ची घोड़ी के कलाकारों ने लोगों का मनोरंजन करना शुरूकर दिया है।
- चण्डीगढ़, 8 दिसम्बर - अंतर्राष्ट्रीय गीता महोत्सव 2018 में पहली बार थ्री डी मैपिंग लाइट एंड साउंड से कुरुक्षेत्र और महाभारत की महत्ता को दिखाने का अनोखा प्रयास किया जाएगा। इस लाइट एंड साउंड के लिए ब्रह्मसरोवर के पानी के बीच करीब 3 हजार स्केयर फीट की 125 फीट लम्बी स्टेज लगाई जाएगी।
- कुरुक्षेत्र विकास बोर्ड के प्रवक्ता ने बताया कि 13 से 18 दिसम्बर तक हर रोज साढ़े 5 बजे के बाद आधे-आधे घंटे के 4 शो दिखाए जाएंगे। इस बार 2 लाइव कैरेक्टर भगवान श्रीकृष्ण और अर्जुन के पात्र के रूप में नजर आएंगे। इस शो को देश-विदेश से आने वाले पर्यटकों के लिए विशेष तौर पर लगाया जा रहा है।
- उन्होंने बताया कि देश-विदेश के कलाकार कुरुक्षेत्र की दीवारों पर महाभारत से जुड़े महत्वपूर्ण क्षणों को अपनी कूची से उकेरने का काम करेंगे। इसके लिए कुरुक्षेत्र विकास बोर्ड की तरफ से करीब 200 बेहतरीन कलाकारों को आमंत्रित किया गया है। इन कलाकारों को महाभारत और पवित्र ग्रंथ गीता थीम पर पेंटिंग बनाने का विषय भी दिया गया है। इतना ही नहीं केडीबी द्वारा इन कलाकारों को 9 दिसम्बर को सम्मानित भी किया जाएगा।
- गौरतलब है कि इस महोत्सव में 13 दिसम्बर को भाजपा के राष्ट्रीय अध्यक्ष अमित शाह और 18 दिसम्बर को पूर्व राष्ट्रपति प्रणव मुखर्जी व केन्द्रीय विदेश मंत्री सुषमा स्वराज पहुंच रहे हैं।