रविवार, December 9, 2018
- चंडीगढ़, 9 दिसम्बर- हरियाणा के कृषि एवं किसान कल्याण विभाग द्वारा 10 दिसम्बर, 2018 को चंडीगढ़ के होटल माउंटव्यू में ‘टॉप 100 स्टेकहोल्डर्स एग्री मीट-2018’ पर एक सम्मेलन आयोजित किया जाएगा।
- कृषि एवं किसान कल्याण विभाग के एक प्रवक्ता ने आज यहां यह जानकारी देते हुए बताया कि मुख्यमंत्री श्री मनोहर लाल सम्मेलन के समापन सत्र को सम्बोधित करेंगे, जबकि कृषि एवं किसान कल्याण मंत्री श्री ओ.पी.धनखड़ प्रात:कालीन सत्र में 11.20 बजे सम्मेलन को सम्बोधित करेंगे।
- सम्मेलन के दौरान चार सत्र आयोजित किये जाएंगे, जिनमें किसानों की आय दोगुनी करना, क्षेत्रवार फसल पद्धति, पराली प्रबन्धन और किसान उत्पादक संगठन को प्रोत्साहन शामिल है।
- चंडीगढ़, 9 दिसम्बर- भारत के सर्वोच्च न्यायालय के न्यायाधीश न्यायमूर्ति ए.एम.खानविल्कर ने कहा कि प्रौद्योगिकी शीघ्र न्याय के लिए रामबाण नहीं है बल्कि यह केवल एक सुविधाकर्ता है, जिसे न्यायालय प्रबंधन गतिविधि के मूल्यवर्धन के लिए उपयोग किया जा सकता है।
- न्यायमूर्ति ए.एम.खानविल्कर आज यहां चंडीगढ़ न्यायिक अकादमी में आयोजित उच्च न्यायालयों की कम्प्यूटर कमेटियों के दूसरे राष्ट्रीय सम्मेलन के समापन दिवस पर बोल रहे थे। उन्होंने बेहतर न्यायालय प्रबंधन हेतु ‘आर्टिफिशियल इंटेलिजेंस’ बढ़ाने के लिए सॉफ्टवेयर विकसित करने का भी प्रस्ताव दिया।
- पंजाब एवं हरियाणा उच्च न्यायालय द्वारा ई-जागरूकता के प्रसार में की गई अनूठी पहलों पर प्रकाश डालते हुए पंजाब एवं हरियाणा उच्च न्यायालय के मुख्य न्यायाधीश श्री कृष्ण मुरारी ने पैरा-लीगल वालंटियर्स के माध्यम से जमीनी स्तर पर ई-जागरूकता फैलाने में राज्य विधिक सेवा प्राधिकरणों की भूमिका का विशेष उल्लेख किया। उन्होंने कहा कि पंजाब एवं हरियाणा उच्च न्यायालय ने एक अनूठी पहल के ïरूप में ई-जागरूकता अभियान में विधि विश्वविद्यालयों और विधि महाविद्यालयों को भी जोड़ा है। उनसे विद्यार्थियों के लाभ के लिए अपनी वेबसाइटों पर न्यायालयों की वेबसाइटों के लिंक उपलब्ध करवाने का अनुरोध किया गया है।
- विभिन्न उच्च न्यायालयों का प्रतिनिधित्व करने वाले माननीय न्यायाधीशों ने अपने-अपने उच्च न्यायालयों में श्रेष्ठ कार्यों और सॉफ्टवेयर एप्लीकेशन के इस्तेमाल के सम्बंध में भी अपने अनुभव सांझा किये। उन्होंने न्याय प्रदायगी प्रणाली में याचिकाकर्ताओं, वकीलों और अन्य हितधारकों के लाभ के लिए की जा रही नई पहलों और भावी आईटी परियोजनाओं पर भी विचार-विमर्श किया। इस दौरान सीआईएस 1.0 से सीआईएस 3.0 के माइग्रेशन में विभिन्न उच्च न्यायालयों को पेश आ रही चुनौतियों पर भी चर्चा की गई।
- परिचयात्मक सत्र में, भाग लेने वाले न्यायाधीशों ने तकनीकी और प्रबंधन सम्बंधी मुद्दों के समाधान के लिए आईआईटी और आईआईएम से विशेषज्ञों को आमंत्रित करने का सुझाव दिया। इस दौरान, कनेक्टिविटी के लिए ऑप्टिकल फाइबर के उपयोग के स्थान पर उपग्रह प्रौद्योगिकी का उपयोग करने की व्यवहार्यता पर चर्चा करने के लिए इसरो जैसे सरकारी संगठनों के अधिकारियों को आमंत्रित करने का भी सुझाव दिया गया।
- पंजाब एवं हरियाणा उच्च न्यायालय की कम्प्यूटर कमेटी के अध्यक्ष न्यायमूर्ति डॉ० रवि रंजन ने अपने समापन सम्बोधन में कहा कि इस सम्मेलन ने ई-कोट्र्स परियोजनाओं के क्रियान्वयन में सभी हितधारकों को एक साथ लाने के अपने प्रारम्भिक उद्देश्य को हासिल किया है क्योंकि प्रतिभागियों को भारत के सर्वोच्च न्यायालय की ई-कमेटी द्वारा किये जा रहे विकास के सम्बंध में बताया गया है। साथ ही, ई-कमेटी को इसके सदस्यों के माध्यम से ई-कोट्र्स परियोजनाओं के क्रियान्वयन में विभिन्न उच्च न्यायालयों को पेश आने वाली चुनौतियों से अवगत करवाया गया है।
- पंजाब एवं हरियाणा उच्च न्यायालय की कम्प्यूटर कमेटी के सदस्य न्यायमूर्ति सुरिंदर गुप्ता ने सभी गणमान्य व्यक्तियों का धन्यवाद किया।
- चंडीगढ़, 9 दिसम्बर- हरियाणा के मुख्यमंत्री श्री मनोहर लाल ने कहा कि आध्यात्मिक सोच से जीवन में सकारात्मकता पैदा होती है और यही सकारात्मकता जीवन में आगे बढऩे के लिए प्रेरित करती है। सकारात्मकता के बल पर ही एक अच्छे समाज का निर्माण किया जा सकता है। ब्रह्मकुमारी मिशन भी इस कार्य को बखूबी कर रहा है और समाज में अपने आध्यात्मिक चिंतन के जरिए सकारात्मकता का संदेश देते हुए अच्छी सोच पैदा कर रहा है।
- मुख्यमंत्री श्री मनोहर लाल आज जिला सोनीपत के गांव नांगल खुर्द में स्थापित ब्रह्मकुमारी रिट्रीट सेंटर में उपस्थित लोगों को संबोधित कर रहे थे। इससे पहले उन्होंने इसी परिसर में 103 वर्षीय दादी जानकी की उपस्थित में दादी जानकी आडिटोरियम का उद्घाटन किया और रिट्रीट सेंटर के पांचवें सालाना उत्सव का शुभारंभ भी किया। इस दौरान उन्होंने रिट्रीट सेंटर के विकास के लिए 21 लाख रुपये देने की घोषणा भी की।
- श्री मनोहर लाल ने कहा कि ब्रह्मकुमारी आध्यात्मिक विचारधारा है और यह अलग-अलग धर्मों व जातियों के लोगों को एक नई राह दिखाने का कार्य कर रही है। आज देश और विदेश के सैकड़ों गांवों और कस्बों में ब्रह्मकुमारीज की हजारों शाखाएं चल रही हैं। उन्होंने कहा कि इस संस्था की सोच ‘एक ईश्वर-एक परिवार’ की सोच के तहत कार्य कर रही है और पूरे विश्व को एक परिवार के तौर पर मानते हुए आगे बढ़ रही है।
- मुख्यमंत्री ने मौजूदा दौर में भौतिकतावाद की वजह से पूरे विश्व के सिमटने की बात कहते हुए इससे पैदा हुई आतंकवाद, नक्सलवाल जैसी समस्याओं की तरफ भी ध्यान आकर्षित करवाया। उन्होंने कहा कि हम जैसे-जैसे विकास कर रहे हैं, वायु प्रदूषण जैसी अनेक समस्याएं हमारे सामने चुनौतियां बनी खड़ी हैं। इन्हीं चुनौतियों से निपटने के लिए उन्होंने समर्पण भाव से काम करने की आवश्यकता पर बल दिया।
- श्री मनोहर लाल ने कहा कि ब्रह्मकुमारी से लाखों की संख्या में महिलाएं जुड़ी हुई हैं और हरियाणा सरकार भी महिलाओं के सशक्तिकरण के लिए लगातार कार्य कर रही है। उन्होंने कहा कि आज दादी जानकी ने पांच गुणों की चर्चा की है जिनमें पवित्रता, सत्यता, नम्रता, मधुरता, शालीनता शामिल हैं। इसके साथ ही आठ गुणों की भी बात की जिनमें सहनशक्ति सबसे बड़ा गुण है, अपने अंदर समाने की शक्ति, सामना करने की शक्ति, समेटने की शक्ति, परखने, निर्णय और सहयोग करने के गुण शामिल हैं।
- इस अवसर पर प्रजापिता ब्रह्मकुमारी ईश्वरीय विश्वविद्यालय की प्रमुख 103 वर्षीय राजयोगिनी दादी जानकी ने कहा कि जब वह पहले पंजाब रीजन में आई थी तो उस समय कार्यक्रम करने के लिए जगह की काफी कमी होती थी। अब यह आडिटोरियम विभिन्न सामाजिक व धार्मिक कार्यक्रमों के लिए समर्पित किया जा रहा है। उन्होंने कहा कि ‘मैं कौन और मेरा कौन की भावना के साथ मैं हूँ आत्मा और मेरा बाप परमात्मा’ की सोच के साथ वह दुनिया के अलग-अलग देशों में 40 वर्षों तक रही लेकिन उन्होंने कभी अपने पास कोई पैसा नहीं रखा।
- इस अवसर पर महिला एवं बाल विकास मंत्री श्रीमती कविता जैन, सांसद श्री रमेश कौशिक, ब्रह्मकुमारीज के पंजाब रीजन के चीफ श्री अमीर चंद, पंजाब एवं हरियाणा उच्च न्यायालय के न्यायाधीश न्यायमूर्ति ए.के. जिंदल, सोनीपत के उपायुक्त विनय सिंह और पुलिस अधीक्षक प्रतीक्षा गोदारा सहित सैकड़ों गणमान्य व्यक्ति उपस्थित थे।
- चंडीगढ़, 9 दिसम्बर- हरियाणा के कृषि एवं किसान कल्याण मंत्री श्री ओम प्रकाश धनखड़ ने कहा कि मीडिया सामाजिक दायित्व को बखूबी निभाता है। पत्रकारिता के माध्यम से समाज को नई दिशा दी जा सकती है और युवा पत्रकार अपनी ऊर्जा का संचार सही तरीके से करते हुए जनहित में अतुलनीय योगदान दे सकते हैं।
- श्री धनखड़ आज पत्रकार स्वर्गीय डी.एस.अनुज की स्मृति में बहादुरगढ़ में आयोजित कार्यक्रम में बतौर मुख्य अतिथि बोल रहे थे। उन्होंने स्वर्गीय डी.एस.अनुज सरीखे पत्रकारों को नमन करते हुए कहा कि अपनी सकारात्मक लेखनी के बल पर ऐसे व्यक्तित्व ने समाज को नई दिशा देने का काम किया है।
- कार्यक्रम में आईआईटी टॉपर शहर की बेटी प्रिया छिल्लर को बहादुरगढ़ गौरव सम्मान व वरिष्ठ पत्रकार शील भारद्वाज को तृतीय अनुज स्मृति पत्रकारिता सम्मान से नवाजा गया। कृषि मंत्री ने अपने ऐच्छिक कोष से बहादुरगढ़ पत्रकार संघ को 11 लाख रुपए देने की घोषणा की। कृषि मंत्री ने पत्रकारों के नाम अपने संदेश में उन्हें भविष्य में भी निर्भीक पत्रकारिता करते हुए जनहित के काम मेंं अपना योगदान देने का आह्वïान किया। उन्होंने भ्रष्टाचार व अराजकता के खिलाफ लोकतंत्र के चौथे स्तंभ द्वारा चलाई जा रही मुहिम की सराहना की। कार्यक्रम में राणा प्रताप स्कूल के बच्चों ने सरस्वती वंदना के साथ ही शानदार गायन व नृत्य प्रस्तुत किया।
- झज्जर की उपायुक्त सोनल गोयल ने स्वर्गीय डीएस अनुज की सुपुत्री अर्चना ठाकुर को शॉल भेंट कर सम्मानित किया।
- चंडीगढ़, 9 दिसम्बर- हरियाणा के शिक्षा मंत्री श्री रामबिलास शर्मा ने कहा कि बेरी में राज्य के पहले मुख्यमंत्री पंडित भगवत दयाल शर्मा के नाम पर लड़कियों के लिए कॉलेज खोला जाएगा तथा नगर के प्रमुख स्थान पर उनकी प्रतिमा लगाई जाएगी।
- उन्होंने यह बात जिला झज्जर के बेरी में दैवज्ञभूषण पंडित दुलीचंद शर्मा वाचनालय का शुभारंभ करने के उपरांत संवाददाताओं से बातचीत में कही। शिक्षा मंत्री ने आज मां भीमेश्वरी देवी मंदिर में माथा टेककर पूजा अर्चना की तथा ब्राह्मण धर्मशाला में लोगों को संबोधित भी किया।
- श्री रामबिलास शर्मा ने कहा कि हरियाणा सरकार ने मां भीमेश्वरी देवी मंदिर के प्रबंधन के लिए बोर्ड गठित करने का निर्णय लिया है। राज्य मंत्रिमंडल की बैठक में श्री माता भीमेश्वरी देवी मंदिर, बेरी पूजा स्थल अधिनियम 2018 को स्वीकृति प्रदान की जा चुकी है। मुख्यमंत्री की अध्यक्षता में गठित होने वाले बोर्ड में मंदिर से जुड़े स्थानीय लोग भी रहेंगे। राज्य सरकार द्वारा सूर्य कवि पंडित लखमी चंद के नाम पर संस्कृत विश्वविद्यालय भी खोला गया है।
- उन्होंने पर्यावरण संरक्षण के लिए कोपनहेगन सम्मेलन का जिक्र करते हुए कहा कि दुनिया भी मान चुकी है कि गाय-पीपल-तुलसी की संख्या जितनी बढ़ेगी, पर्यावरण में आक्सीजन का प्रवाह भी उतना अधिक होगा। उन्होंने हरियाणा के पहले मुख्यमंत्री पंडित भगवत दयाल शर्मा को पितातुल्य मानते हुए कहा कि उनकी स्मृति को स्थाई बनाने के लिए बेरी के प्रमुख स्थल पर उनकी प्रतिमा लगाई जाएगी तथा लड़कियों के लिए कॉलेज खोला जाएगा।
- चंडीगढ़, 9 दिसम्बर- अंतर्राष्ट्रीय गीता महोत्सव 2018 के क्राफ्ट मेले में चंड़ीगढ़ से पहुंचे पक्षी प्रेमी मामचंद का कहना है कि अगर हर व्यक्ति एक-एक घोंसला लगाए तो पक्षियों की कई प्रजातियों को बचाने में मदद की जा सकती है। इस संदेश को जन-जन तक पहुंचाने के लिए अंतर्राष्ट्रीय गीता महोत्सव एक बड़ा मंच है। इसलिए इस महोत्सव के लिए पक्षियों के आशियाने घोंसला को विशेष तौर पर तैयार करके लाए हैं।
- मामचंद ने विशेष बातचीत करते हुए कहा कि वे महोत्सव में पिछले 3 सालों से पहुंच रहे हैं। पहले वे टेराकोटा से बने सामान को तैयार करने का काम करते थे, हालांकि इस बार भी मकान के अंदर की साज सज्जा करने के लिए टेराकोटा से बने सुंदर-सुंदर कार्नर व अन्य सामान लेकर आए हैं। लेकिन इस बार पर्यटकों के लिए पक्षियों के घोंसले विशेष तौर पर लेकर आए हैं।
- उन्होंने कहा कि बचपन से ही उनका वन्य प्राणियों खासकर पक्षियों के साथ खासा लगाव रहा है, लेकिन आधुनिकता की दौड़ में देखते ही देखते पक्षियों की कई प्रजातियां लुप्त हो गई है। इसलिए मन में संकल्प लिया कि पक्षियों को बचाने का प्रयास किया जाए, इस लक्ष्य को जहन में रखते हुए उन्होंने पक्षियों के आशियाने घोंसले को बनाने शुरु किए। इस महोत्सव में छोटे और बड़े 2 साईज के घोंसले लेकर आए हैं। उन्होंने कहा कि महोत्सव में प्रत्येक व्यक्ति से आग्रह करेंगे कि पक्षियों से प्रेम करे और उनके लिए जो कुछ बन सकता है, वह करने का प्रयास करे।
- चंडीगढ़, 9 दिसम्बर- अंतर्राष्ट्रीय गीता महोत्सव 2018 के क्राफ्ट मेले में कुरुक्षेत्र विकास बोर्ड की ओर से इस वर्ष हरियाणा पंडाल पुरुषोत्तमपुरा बाग में स्थापित किया जा रहा है, जिसका उदघाटन 13 दिसंबर को भाजपा के अध्यक्ष श्री अमित शाह करेंगे। इस दिन शाम को 6.00 बजे हरियाणा पंडाल के मुख्य मंच पर आच्छी पगड़ी, चौक्खी मूछ व युवाओं एवं युवतियों द्वारा पगड़ी बांधो प्रतियोगिता भी आयोजित की जाएगी।
- इस बात की जानकारी देते हुए कुरुक्षेत्र विकास बोर्ड के प्रवक्ता ने बताया कि हरियाणा पंडाल का नामकरण सांस्कृतिक दर्शन के नाम से किया गया है। उन्होंने यह भी बताया कि इस पंडाल में हरियाणा के हस्तशिल्प के दर्शन होंगे। यह पंडाल कुरुक्षेत्र विश्वविद्यालय के प्रोफेसर एवं धरोहर हरियाणा संग्रहालय के प्रभारी व गीता जयंती महोत्सव 2018 सांस्कृतिक कार्यक्रम आयोजन समिति के सदस्य डॉ. महासिंह पूनिया के मार्गदर्शन में बनेगा। इस पंडाल में हरियाणा के अलग-अलग हिस्सों से अनेक शिल्पकार अपनी प्रतिभा का परिचय देंगे तथा प्रत्यक्ष रूप से हरियाणवी हस्त शिल्प को बनाते हुए पर्यटकों को दिखाएंगे।
- प्रवक्ता ने बताया कि 13 दिसंबर को हरियाणा सांस्कृतिक दर्शन पंडाल में हरियाणा के मूछधारी बुड्ढ़ों की आच्छी पगड़ी, चौक्खी मूछ प्रतियोगिता का आयोजन किया जाएगा। इस प्रतियोगिता में सभी बुजुर्ग रैम्प पर अपनी पगड़ी एवं मूछों का प्रदर्शन करेंगे। इसके लिए अलग से निर्णायक मंडल होगा। जिस बुजुर्ग की सबसे अच्छी पगड़ी व मूछ होगी उसको कुरुक्षेत्र विकास बोर्ड व हरियाणा सांस्कृतिक दर्शन पंडाल की ओर से सम्मानित किया जाएगा। इस प्रतियोगिता में 20 से अधिक मूछधारी व पगड़ीधारी बुजुर्ग प्रतियोगिता का हिस्सा बनेंगे। इसके साथ ही इस अवसर पर युवाओं व युवतियों द्वारा पगड़ी बांधने की प्रतियोगिता का आयोजन भी किया जाएगा। इस प्रतियोगिता में बेहतरीन प्रदर्शन कर पगड़ी बांधने वाले लडक़े एवं लड़कियों को भी सम्मानित किया जाएगा। हरियाणवी पंडाल पिछले साल के मुकाबले अलग थीम पर आधारित है। इसके अतिरिक्त हर रोज पंडाल में रागिनी, हरियाणवी लोकनृत्य तथा हरियाणा की कला के अलग-अलग स्वरूप देखने को मिलेंगे।
- चंडीगढ़, 9 दिसम्बर-अंतर्राष्ट्रीय गीता महोत्सव 2018 के क्राफ्ट मेले में उत्तराखंड के लोक कलाकारों ने छपेली लोक नृत्य प्रस्तुत कर पर्यटकों को अपने मोहपाश में बांधने का काम किया। महोत्सव में आने वाले पर्यटक मस्ती के साथ झूमते नजर आए। इस छपेली लोक नृत्य के अलावा पंजाब के जिंदवा और हिमाचल प्रदेश के सिरमौरी नाटी के कलाकारों ने भी अपने-अपने प्रदेश के लोक नृत्य प्रस्तुत कर क्राफ्ट और सरस मेले में खरीददारी करने वाले पर्यटकों को अपनी तरफ आकर्षित किया।
- महोत्सव के क्राफ्ट और सरस मेले में आज तीसरे दिन कुरुक्षेत्र व आसपास के शहरों से पर्यटकों और श्रद्धालुओं का आवागमन शुरु हो गया है। पर्यटकों ने मेले में जमकर खरीददारी की और सांस्कृतिक कार्यक्रमों का लुत्फ उठाया। सबसे पहले उत्तराखंड से आए कलाकार प्रसिद्ध लोक नृत्य की प्रस्तुति देने के लिए जैसे ही मंच पर पहुंचे और अपने वाद्य यंत्रों पर थाप लगाई तो पर्यटक एकाएक इस घाट के सामने एकत्रित हो गए और पर्यटकों के हुजूम को देखकर कलाकारों ने भी पूरे उत्साह और जोश के साथ छपेली लोक नृत्य की प्रस्तुति दी। इस प्रस्तुति के साथ ही पंजाब के जिंदवा और हिमाचल प्रदेश के सिरमौरी नाटी के लोक कलाकारों ने भी पर्यटकों को अपनी कला के मोहपाश में बांध कर रखा। उत्तर क्षेत्र सांस्कृतिक केन्द्र पटियाला की तरफ से कुरुक्षेत्र उत्सव में पहुंचे इन कलाकारों ने सुबह और सायं के समय खूब रंग जमाया।
- महोत्सव के तीसरे दिन हरियाणा के बम्ब रसिया, राजस्थान के बाजीगरों और बहरुपियों ने भी पर्यटकों का खूब मनोरंजन किया। इस उत्सव में 23 दिसम्बर तक अलग-अलग चरणों में करीब 11 से ज्यादा प्रदेशों के 300 से ज्यादा लोक कलाकार पर्यटकों का मनोरंजन करेंगे। ये कलाकार ज्योतिसर पिहोवा और जींद के पांडु पिंडारा में भी प्रस्तुति देंगे।