बुधवार, December 12, 2018
- चंडीगढ़, 12 दिसंबर- जल संसाधन, नदी विकास और गंगा संरक्षण मंत्रालय भारत सरकार द्वारा राष्ट्रीय जल पुरस्कार 2018 के लिए आवेदन आमंत्रित किए गए हंै। जल संरक्षण में सर्वश्रेष्ठ राज्य, सर्वश्रेष्ठ जिला, सर्वश्रेष्ठ ग्राम पंचायत, सर्वश्रेष्ठ नगर निगम / अन्य नगर निकायों, सर्वश्रेष्ठ स्कूलों, सर्वश्रेष्ठ टीवी शो, सर्वश्रेष्ठ नए कार्यक्रम सहित विभिन्न श्रेणियों के लिए पुरस्कार दिया जाएगा। इन पुरस्कारों के लिए ऑनलाईन आवेदन किए जाएंगे, जिनकी अंतिम तारीख को बढ़ाकर 31 दिसंबर, 2018 कर दिया गया है।
- एक सरकारी प्रवक्ता के अनुसार जल संरक्षण में सराहनीय व उल्लेखनीय कार्य करने वालों के लिए जल संसाधन, नदी विकास और गंगा संरक्षण मंत्रालय द्वारा स्थापित राष्ट्रीय जल पुरस्कार -2018 के लिए आवेदन आमंत्रित किए गए हैं। राष्ट्रीय जल पुरस्कार 2018 में पंचायतों, संस्थाएं एवं सभी नगरपालिका निकायों तथा नागरिकों से इस पुरस्कार के लिए आवेदन आंमत्रित किए गए हंै। इन पुरस्कारों से जल संरक्षण और प्रबंधन के क्षेत्र में कार्य करने वालों को प्रोत्साहन मिलेगा ताकि लोग जल संरक्षण में अपना योगदान दें। मंत्रालय ने नागरिकों, पंचायत इकाईयों से जल संरक्षण में महत्वपूर्ण योगदान देने की अपील की है। इस प्रतियोगिता के बारे में आवेदन के लिए वेबसाइट डब्लूडब्लूडब्लू.एमओडब्लूआर.जीओवी.ईन पर अधिक जानकारी उपलब्ध है।
- चंडीगढ़, 12 दिसंबर- आगामी 10 जनवरी से लेकर 14 जनवरी तक हिसार में राष्टï्रीय स्कूल खेल प्रतियोगिताओं का आयोजन किया जाएगा जिसमें 14 वर्ष आयुवर्ग के लडक़े व लड़कियों की हैंडबॉल व हॉकी की स्पर्धाएं आयोजित की जाएंगी। इसकी तैयारियों व प्रबंधों के लिए 21 दिसंबर को हिसार में के जिला सभागार में एक बैठक का आयोजन किया जाएगा।
- एक सरकारी प्रवक्ता ने इस बारे में यह जानकारी देते हुए बताया कि ये खेल प्रतियोगिताएं हिसार के महाबीर स्टेडियम, विद्या देवी जिंदल स्कूल, हरियाणा कृषि विश्वविद्यालय व डाबड़ा हॉकी मैदान में आयोजित करवाई जाएंगी।
- चंडीगढ़, 12 दिसंबर- हरियाणा में इस बार जिला स्तरीय अंतर्राष्ट्रीय गीता जयंती महोत्सव 16 दिसंबर से शुरू होंगे जिनका उदघाटन मुख्यमंत्री श्री मनोहर लाल गुरूग्राम से करेंगे।
- एक सरकारी प्रवक्ता ने इस बारे में जानकारी देते हुए बताया कि गुरूग्राम का जिला स्तरीय कार्यक्रम इस बार गुरूग्राम के सैक्टर-44 स्थित अपैरल हाउस परिसर में आयोजित किया जा रहा है ताकि नए गुरूग्राम शहर के लोग भी इस आयोजन से जुड़ सकें। उन्होंने बताया कि 16 दिसंबर रविवार को मुख्यमंत्री द्वारा गुरूग्राम में इस महोत्सव का शुभारंभ किया जाएगा।
- उन्होंने बताया कि इस आयोजन को भव्य बनाने के लिए अपैरल हाउस परिसर में गीता पर आधारित प्रदर्शनी लगाई जाएगी, जिसमें श्रीमदभगवत गीता महाग्रन्थ के विभिन्न आयामों को दर्शाया जाएगा। इनमें जीवो गीता, गीव गीता, इस्कॉन, श्रीमाता शीतला देवी पूजा स्थल बोर्ड सहित विभिन्न संस्थाओं द्वारा लगाई जाने वाली स्टाल शामिल हैं। यही नहीं, विभिन्न सरकारी विभागों द्वारा भी प्रदर्शनी में स्टाल लगाई जाएंगी जिनमें सरकार की कल्याणकारी योजनाओं को प्रदर्शित किया जाएगा ताकि लोग उन योजनाओं से अवगत होकर उनसे लाभ उठा सकें।
- उन्होंने बताया कि मुख्यमंत्री का श्लोक उच्चारण के साथ स्वागत किया जाएगा। यह श्लोक उच्चारण शीतला माता मंदिर में चल रहे श्रंगेरी विद्यापीठ के विद्यार्थियों द्वारा किया जाएगा। इसके बाद मुख्यमंत्री प्रदर्शनी का उदघाटन करेंगे और उसका अवलोकन करेंगे। प्रदर्शनी को देखने के बाद मुख्यमंत्री एपी सैंटर ऑडिटोरियम में जाएंगे जहां पर श्रीमदभगवत गीता पर आधारित कार्यक्रम होगा। कार्यक्रम में सूचना, जन संपर्क एवं भाषा विभाग हरियाणा के लोक कलाकार गीता पर आधारित प्रस्तुति देंगे और राजकीय मॉडल वरिष्ठ माध्यमिक विद्यालय की छात्राओं द्वारा हरियाणवीं नृत्य प्रस्तुत किया जाएगा। हरियाणा कला परिषद के कलाकारों द्वारा आकर्षक प्रस्तुति दी जाएगी।
- चंडीगढ़, 12 दिसंबर- कला किसी परिचय की मोहताज नहीं होती, सिर्फ जुनून और शिद्दत के साथ काम करने की तमन्ना दिल में होनी चाहिए। इसी जुनून के साथ दिव्यांग अकलिम अहमद अंतर्राष्टï्रीय गीता महोत्सव 2018 में पहुंचे हैु।
- शिल्पकार अकलिम अहमद और उनके भाई नदीम अहमद क्राफ्ट मेले के स्टाल नम्बर 9 पर पर्यटकों के लिए एक से एक बेहतरीन कारपेट, फुटमेट, दरिया और अन्य प्रोडक्टस लेकर आए है। नदीम अहमद ने बातचीत करते हुए कहा कि अंतर्राष्टï्रीय गीता महोत्सव में पिछले 10 सालों से आ रहे हैं। वे उत्तर प्रदेश के मूल निवासी होने के बावजूद पिछले 15-20 सालों से चंडीगढ़़ में रह रहे हैं और हाथों से कारपेट, दरिया, गलीचे, फुटमेट सहित अन्य समान तैयार कर रहे हैं।
- उन्होंने कहा कि कपड़ा मंत्रालय के सहयोग से अब उन्होंने कारपेट और अन्य सामान भी बनाना शुरु कर दिया है।
- चंडीगढ़, 12 दिसंबर- हरियाणा के कुरूक्षेत्र में चल रहे अंतर्राष्टï्रीय गीता महोत्सव 2018 में तिल्ले से बनी पटियाला की वाटर पू्रफ जूत्ती महिला पर्यटकों को अपनी तरफ आकर्षित कर रही है।
- पटियाला से पहुंचे शिल्पकार विजय का कहना है कि वे इस वर्ष तिल्ले से बनी पटियाला की वाटर प्रूफ जूत्ती महिला पर्यटकों के लिए विशेष तौर पर लेकर आए हैं, इस जूत्ती का सारा काम हाथ से किया गया है और इसकी कीमत भी कम है। उनकी इस शिल्पकला को वर्ष 2013-14 में राष्टï्रीय पुरस्कार भी दिया गया है। इसके अलावा सुरजकुंड और सरस मेलों में भी राज्य सरकार की तरफ से सम्मानित किया जा चुका है।
- उन्होंने कहा कि तिल्ले की जूत्ती के साथ-साथ बच्चों और महिलाओं के लिए भी तिल्ले से बनी जूत्तियां और बेहद आकर्षक जूत्ते लेकर आए हैं।
- चंडीगढ़, 12 दिसंबर- हरियाणा के कुरूक्षेत्र में अंतर्राष्टï्रीय गीता महोत्सव में एनआईसी और शिक्षा विभाग के सहयोग से लगाए गए ई-लर्निंग स्टाल विशेष आकर्षण का केंद्र बना हुआ है। यहां पर बच्चों का सैर सपाटा बिल्कुल नि:शुल्क है। इस सैर सपाटे में दुनिया की तमाम महत्वपूर्ण जानकारियां देने के साथ-साथ डिस्कवरी चैनल को भी दिखाया जा रहा है।
- ब्लाक कार्डिनेटर शाहबाद जसविन्द्र सिंह का कहना है कि एनआईसी विभाग के अधिकारी विनोद सिंगला के मार्गदर्शन में बच्चों के लिए ई-लर्निंग का स्टाल लगाया गया है जहां फैंंसी डे्रस, क्ले माडलिंग, पेंटिंग जैसी प्रतियोगिताओं के अलावा सभी विषयों के बारे में अपटू-डेट किया जा रहा है। उन्होंने कहा कि ई-लर्निंग के माध्यम से विद्यार्थी कक्षा में बिना शिक्षक के भी पढऩे का कार्य कर सकता है। इस ई-लर्निंग कक्षा में साईंस टेक्रोलोजी, गणित के बेहद आसान फार्मूले सिखाए जा रहे हैं।
- उन्होंने कहा कि ई-लर्निंग में करीब 50 विशेषज्ञों का स्टाफ बच्चों को शिक्षित और अलग-अलग विषयों पर जानकारी देने का काम कर रहा है। इस स्टाल पर अंतर्राष्टï्रीय गीता महोत्सव में बच्चों की सबसे ज्यादा भीड़ देखने को मिल रही है। बच्चों को रोचक तरीके से शिक्षा दी जा रही है ताकि बच्चे शिक्षा को बोझ न समझें और खेलते-खेलते ही शिक्षा ग्रहण कर सकें।
- चंडीगढ़, 12 दिसंबर- हरियाणा का कुरूक्षेत्र में अंतरराष्ट्रीय गीता महोत्सव के अवसर पर स्थापित किया जा रहा हरियाणा सांस्कृतिक दर्शन पंडाल पर्यटकों के लिए विशेष आकर्षण का केन्द्र होगा। इस पंडाल में सुबह से शाम तक हरियाणवी संगीत की स्वर लहरियां गूंजेंगी। हरियाणवी रागनियों एवं लोक नृत्यों के अलग-अलग रंग व रूप इस पंडाल की विशेष आकर्षण का केन्द्र होंगे। इसके साथ ही हरियाणवी सांस्कृतिक शब्दावली के अर्थ बताने वाले पर्यटकों को 2-2 लड्डू भी इनाम में दिए जाएंगे।
- एक सरकारी प्रवक्ता ने इस बारे में जानकारी देते हुए बताया कि पंडाल में हर रोज 50 से अधिक कलाकार हरियाणवी संस्कृति की अलग-अलग विधाओं को मंच पर प्रस्तुत करेंगे। पंडाल में प्रात: 11 बजे से दोपहर बाद 1 बजे तक तथा सांय 6 बजे से 7:30 बजे तक विशेष कार्यक्रम आयोजित होंगे। उन्होंने बताया कि 13 दिसंबर को प्रात: 11 बजे हरियाणवी लोक गायकी, सांय 6 बजे आच्छी पगड़ी, चौक्खी मूच्छ, 14 को प्रात: 11 बजे सांस्कृतिक कार्यक्रम उत्तर क्षेत्र सांस्कृतिक केन्द्र, सांय 6 बजे हरियाणवी पॉप, 15 को प्रात: 11 बजे कुरुक्षेत्र विश्वविद्यालय का सांस्कृतिक कार्यक्रम, सांय 6 बजे हरियाणवी लोक नृत्य, 16 को प्रात: 11 बजे अंतरराष्ट्रीय मंडली एवं मैक द्वारा सांस्कृतिक कार्यक्रम, सांय 6 बजे हरियाणवी हास्य कवि सम्मेलन, 17 को प्रात: 11 बजे कला एवं संस्कृति विभाग हरियाणा द्वारा सांस्कृतिक कार्यक्रम, सांय 6 बजे हरियाणवी फैशन शो तथा 18 दिसंबर को प्रात: 11 बजे हरियाणवी मंडप तथा उत्तर क्षेत्र कला संस्कृति केन्द्र द्वारा लोकनृत्य व सांय 6 बजे हरियाणवी गायन शैलियों पर आधारित रागनियों का कार्यक्रम होगा। पर्यटकों में हरियाणवी संस्कृति का संदेश देने के लिए उनसे हरियाणवी शब्दों के अर्थ पूछे जाएंगे ताकि युवा पीढ़ी हरियाणवी संस्कृति से जुड़े हुए शब्दों के माध्यम से उसकी गहनता एवं संस्कारिकता को समझ सके।
- चंडीगढ़, 12 दिसम्बर- हरियाणा की सहकारी चीनी मिलों ने चालू गन्ना पिराई मौसम के दौरान अब तक 43.95 लाख क्विंटल गन्ने की पिराई करके 3.34 लाख क्विंटल चीनी का उत्पादन किया है।
- हरियाणा राज्य सहकारी चीनी मिल प्रसंघ के एक प्रवक्ता ने आज यह जानकारी देते हुए बताया कि रोहतक सहकारी चीनी मिल ने सर्वाधिक 8.58 लाख क्विंटल गन्ने की पिराई करके 63,400 क्विंटल चीनी का उत्पादन किया है, जबकि शाहबाद सहकारी चीनी मिल ने 7.53 लाख क्विंटल गन्ने की पिराई करके 58,800 क्विंटल चीनी का उत्पादन किया है। सहकारी चीनी मिल, करनाल ने 5.57 लाख क्विंटल गन्ने की पिराई करके 46,210 क्विंटल जबकि सहकारी चीनी मिल, कैथल ने 5 लाख क्विंटल गन्ने की पिराई करके 40,500 क्विंटल चीनी का उत्पादन किया है। इसी प्रकार, सहकारी चीनी मिल, महम ने 4.91 लाख क्विंटल गन्ने की पिराई करके 31,150 क्विंटल तथा सहकारी चीनी मिल, जींद ने 4.53 लाख क्विंटल गन्ने की पिराई करके 37,475 क्विंटल चीनी का उत्पादन किया है।
- उन्होंने बताया कि सहकारी चीनी मिल, पलवल ने 3.12 लाख क्विंटल गन्ने की पिराई करके 25,425 क्विंटल तथा सहकारी चीनी मिल, पानीपत ने 3 लाख क्विंटल गन्ने की पिराई करके 25,350 क्विंटल चीनी का उत्पादन किया है।
- प्रवक्ता ने बताया कि हैफेड चीनी मिल, असंध ने 5.71 लाख क्विंटल गन्ने की पिराई करके 40,500 क्विंटल चीनी का उत्पादन किया है। उन्होंने बताया कि प्रदेश की सहकारी चीनी मिलों में अब तक की औसत शुगर रिकवरी 8.67 प्रतिशत रही है।
- चंडीगढ 12 दिसंबर - हरियाणा पुलिस द्वारा मादक पदार्थ तस्करों के खिलाफ कार्रवाही करते हुए जिला सोनीपत से तीन लोगों को काबू कर उनके कब्जे से एक लाख रूपये से अधिक मूल्य की 2 किलो 100 ग्राम चरस बरामद की गई है।
- पुलिस विभाग के एक प्रवक्ता ने आज इस संबंध में जानकारी देते हुए बताया कि पकड़े गए आरोपियों की पहचान नानक चन्द व श्यामलाल निवासी सोमाकोठी, जिला मण्डी, हिमाचल प्रदेश तथा रामसिंह निवासी चिड़ाना जिला सोनीपत के रुप में हुई है।
- विस्तृत जानकारी देते हुये प्रवक्ता ने बताया कि थाना सदर गोहाना के अन्तर्गत मुण्डलाना पुलिस चैकी की एक टीम अपराधियों एवं असामाजिक तत्वों की खोज में गांव चिड़ाना शामड़ी मोड़ की सीमा में मौजूद थी। इस दौरान तीन व्यक्ति संदिग्ध अवस्था में पोलोथिन बैग सहित घुमते हुये दिखाई दिये। जिनको नियमानुसार काबू करके नाम पुछताछ की गई। पर्यवेक्षण अधिकारी की उपस्थिति में तलाशी लेने पर इनके कब्जे से अवैध चरस बरामद हुई, जिसका बाद मे वजन करने पर 2 किलो 100 ग्राम मिला। गिरफतार आरोपियो के विरूद्ध मादक पदार्थ अधिनियम के अर्न्तगत थाना सदर गोहाना में अभियोग दर्ज किया गया है।
- प्रारम्भिक पूछताछ में आरोपियों ने अपराध की स्वीकारोक्ति करते हुये बताया कि इस अवैध चरस को हिमाचल प्रदेश से लाकर यहां खुदरा भाव मे बेचकर मुनाफा कमाना था। गिरफतार आरोपियो को न्यायालय में पेशकर न्यायालय के आदेशानुसार न्यायिक हिरासत जेल भेज दिया गया है।
- उल्लेखनीय है कि पुलिस महानिदेशक श्री बी0 एस0 सन्धू द्वारा सभी जिला पुलिस अधीक्षकों को मादक पदार्थ तस्करी से जुडे लोगों व अन्य अपराधियों पर अंकुश लगाने के निर्देश दिए गए हैं ताकि नशे जैसी बुराई को पूर्णत: समाप्त कर नशामुक्त व अपराधमुक्त समाज की स्थापना की जा सके।
- चंडीगढ़, 12 दिसंबर-हरियाणा की मंडियों में अब तक 72.24 लाख मीट्रिक टन से अधिक धान की आवक हो चुकी है, जबकि गत वर्ष 71.32 लाख मीट्रिक टन से अधिक धान की आवक हुई थी।
- खाद्य, नागरिक आपूर्ति एवं उपभोक्ता मामले विभाग के एक प्रवक्ता ने यह जानकारी देते हुए बताया कि धान की कुल आवक में से सरकारी खरीद एजेंसियों द्वारा 58.34 लाख मीट्रिक टन से अधिक और मिलरों व डीलरों द्वारा 13.89 लाख मीट्रिक टन से अधिक धान की खरीद की गई है।
- उन्होंने बताया कि कुल आवक में से खाद्य, नागरिक आपूर्ति एवं उपभोक्ता मामले विभाग ने 32.46 लाख मीट्रिक टन से अधिक, हैफेड ने 17.76 लाख मीट्रिक टन से अधिक, हरियाणा भंडारागार निगम ने 7.93 लाख मीट्रिक टन से अधिक और भारतीय खाद्य निगम ने 17,744 मीट्रिक टन धान की खरीद की है।
- धान आवक की विस्तृत जानकारी देते हुए उन्होंने बताया कि अब तक जिला करनाल में सर्वाधिक 15.51 लाख मीट्रिक टन से अधिक, जबकि जिला कुरूक्षेत्र में 11.63 लाख मीट्रिक टन से अधिक धान की आवक हुई। इसके उपरांत जिला कैथल में 8.33 लाख मीट्रिक टन से अधिक, फतेहाबाद में 7.91 लाख मीट्रिक टन, अंबाला में 7.74 लाख मीट्रिक टन से अधिक, यमुनानगर में 6.33 लाख मीट्रिक टन से अधिक, जींद में 5.02 लाख मीट्रिक टन से अधिक, सिरसा में 3.02 मीट्रिक टन, पानीपत में 2.15 लाख मीट्रिक टन, पंचकूला में 1.44 लाख मीट्रिक टन से अधिक, हिसार में 1.42 लाख मीट्रिक टन से अधिक, फरीदाबाद में 48,093 मीट्रिक टन, सोनीपत में 43,420 मीट्रिक टन, झज्जर में 34,519 मीट्रिक टन, रोहतक में 12,267 मीट्रिक टन, पलवल में 10,289 मीट्रिक टन और मेवात में 9,947 मीट्रिक टन धान की आवक हुई है।