चंडीगढ़, 16 सितम्बर- हरियाणा के लोक निर्माण (भवन एवं सडक़ें) मंत्री राव नरबीर सिंह ने कहा कि मुख्यमंत्री श्री मनोहर लाल की सोच के अनुरूप वर्तमान प्रदेश सरकार ने पिछले पांच वर्ष के अपने कार्यकाल के दौरान राज्य में सडक़ों के सुदृढ़ीकरण, मैट्रो के विस्तार तथा रीजनल रैपिड ट्रांजिट सिस्टम कॉरिडोर प्रणाली विकसित करने की विशेष पहल की है।
आज यहां जारी एक वक्तव्य में राव नरबीर सिंह ने कहा कि राष्ट्रीय राजमार्ग संख्या-1 पिछली सरकार के कार्यकाल के समय में शाहबाद, पिपली, नीलोखेड़ी, करनाल तथा मधुबन में लम्बित निर्माण कार्यों की वजह से सडक़ दुर्घटनाओं का कारण बन गया था। वर्तमान सरकार ने सत्ता संभालते ही इन सभी स्थानों के अंडरपास व अन्य नि16र्माण कार्यों को प्राथमिकता आधार पर पूरा करवाकर जीटी रोड को एक नया लुक दिया है।
उन्होंने कहा कि प्रदेश के लिए 40 नए राष्ट्रीय राजमार्ग घोषित हुए हैं तथा अधिकांश अधिसूचित भी किए जा चुके हैं। इन पर 2583 किलोमीटर लम्बाई का निर्माण कार्य चल रहा है। कुछ राष्ट्रीय राजमार्ग की कुछ सडक़ों पर लोक निर्माण विभाग द्वारा भी कार्य करवाया जा रहा है। उन्होंने कहा कि राष्ट्रीय राजमार्ग की सडक़ों पर प्रतिदिन 30 किलोमीटर कार्य पूरा कर एक रिकार्ड कायम किया है जबकि कांग्रेस की सरकार के समय राष्ट्रीय राजमार्गों पर एक दिन में केवल तीन किलोमीटर ही सडक़ बनती थी। वर्ष 2018-19 के दौरान पूरे देश में 10800 किलोमीटर की सडक़ें पूरी की गई। जिसकी सराहना राष्ट्रीय स्तर के समाचार पत्रों में भी हुई।
उन्होंने कहा कि लम्बे अरसे से विवादों में रहे लगभग 135 किलोमीटर लम्बे कुंडली-मानेसर-पलवल एक्सप्रैस-वे का निर्माण कार्य न केवल आरंभ करवाया बल्कि इसे चार से छ: मार्गी बनाने का निर्णय लेकर इस एक्सप्रैस-वे को भी नई पहचान दिलाई है।
हरियाणा के सोनीपत, झज्जर, गुरुग्राम, पलवल व मेवात जिले इस एक्सप्रैस वे पर पडते हैं। इस मार्ग के दो किलोमीटर की परिधि के अंदर-अंदर पंचग्राम नाम से पांच नए शहर विकसित किए जाएंगे। इसके साथ-साथ यहां पर नए औद्योगिक मॉडल टाउनशिप का कॉरिडोर भी विकसित किया जाएगा जो इस क्षेत्र को वैश्विक स्तर पर पहंचान दिलवाएगा। उन्होंने कहा कि गुरुग्राम मेें पहले केवल मारुति व डीएलएफ दो कम्पनियों ही आई थी उसके बाद औद्योगिक रूप से गुरुग्राम इतने व्यापक स्तर पर विकसित हुआ कि पूरे विश्व की विख्यात बहु-राष्ट्रीय कम्पनियों ने किसी न किसी रूप में अपनी इकाइयां स्थापित की है।
राव नरबीर ने कहा कि कुंडली-मानेसर-पलवल एक्सप्रेस-वे पर औद्योगिक कोरिडोर विकसित होने से गुरुग्राम व उसके आगे औद्योगिक विकास इतने बड़े स्तर पर होगा कि जिसकी हम कल्पना भी कर सकते और विश्व में एक बार गुरुग्राम का नाम फिर से चमकेगा।
उन्होंने कहा कि कुंडली-गाजियाबाद-पलवल इस्टर्न पेरीफेरी-वे चालू हुआ है, जो दिल्ली के बाहर गुरुग्राम की ओर जाने वाले लोगों के लिए एक बड़ी राहत सिद्ध हुई है। इन परियोजनाओं के पूरा होने से न केवल उत्तरी हरियाणा बल्कि राष्ट्रीय राजधानी क्षेत्र में भी यातायात दबाव कम हुआ है और गाजियाबाद, नोएडा से जुडक़र पश्चिमी राज्यों के बंदरगाहों को दक्षिण हरियाणा के गुरुग्राम, फरीदाबाद व पलवल जिलों से द्रुत गति लिंक उपलब्ध हुई है।
राव नरबीर ने कहा कि साइबर सिटी व देश की दूसरी कारपोरेट कैपिटल के नाम से प्रसिद्ध गुरुग्राम शहर की यातायात की समस्या का स्थाई समाधान करने के दृष्टिïगत वर्तमान सरकार ने राजीव चौक, सिग्नेचर टावर व इफको चौक जंक्शन की लगभग 900 करोड़ रुपये की एक समेकित योजना को कार्य पूरा किया है। इसके तहत दिल्ली-सोहना-जयपुर व पुराने गुडग़ांव की ओर जाने वाले यातायात की सुगम आवाजाही सुनिश्चित करने के लिए पांच स्थानों पर अंडरपास का निर्माण कराया गया है। सुभाष चौक से सोहना बाई-पास और ऐलिवेटिड हाई-वे के निर्माण का कार्य चल रहा है।
लोक निर्माण मंत्री ने कहा कि दिल्ली मैट्रो का विस्तार गुरुग्राम से मानेसर तक किया जा चुका है गुरुग्राम को फरीदाबाद के साथ मैट्रो से जोडऩे के प्रस्ताव पर भी तेजी से कार्य चल रहा है। उन्होंने कहा कि मानवरहित रेलवे फाटकों को बंद करने पर कार्य चल रहा है और जहां-जहां आवश्यकता है, वहां पर रेलवे ऊपरिगामी पुलों या रेलवे अंडरपास (आरयूबी) का निर्माण करवाया जा रहा है। उन्होंने कहा कि वर्तमान सरकार के कार्यकाल में इसे सडक़ तंत्र के सुदृढ़ीकरण के एक नये युग का सूत्रपात कहें तो कोई अतिश्योक्ति नहीं होगी।