चंडीगढ़, 11 अप्रैल- हरियाणा के मुख्यमंत्री श्री मनोहर लाल ने कहा कि महर्षि वाल्मीकि जयंती के दिन ही महाराजा अजमीढ़ जी की जयंती भी मनाई जाती है। ऐसे में सरकारी अवकाश सूची में उस दिन महर्षि वाल्मीकि जयंती के साथ-साथ महाराजा अजमीढ़ जयंती को भी जोड़ा जाएगा। यह घोषणा उन्होंने मंगलवार को करनाल में मैढ़ क्षत्रिय सुनार सभा द्वारा आयोजित कार्यक्रम में की।
मुख्यमंत्री ने सर्वप्रथम एक चौक पर स्थापित की गई महाराजा अजमीढ़ की मूर्ति का अनावरण किया। इसके बाद जनसभा को संबोधित करते हुए कहा कि महाराजा अजमीढ़ ऐसे महापुरुष हुए, जिन्होंने राजस्थान में अजमेर शहर को बसाया। उनके नाम पर करनाल में चौक बनाने की मांग की गई थी। इस मांग को नगर निगम करनाल ने पूरा किया है।
श्री मनोहर लाल ने कहा कि मैढ़ क्षत्रिय सुनार सभा, करनाल ने संस्था के लिए एक प्लॉट की मांग भी की थी। इस प्लॉट को हरियाणा शहरी विकास प्राधिकरण के माध्यम से दिया गया है। उन्होंने कहा कि मैढ़ क्षत्रिय सुनार समाज एक मेहनतकश समाज है। उन्हें खुशी है कि कर्मशीलता में विश्वास रखने वाला यह समाज निरंतर प्रगति के पथ पर आगे बढ़ रहा है।
इससे पूर्व, मैढ़ क्षत्रिय सुनार सभा, करनाल के प्रधान राम भजन वर्मा ने कार्यक्रम में पहुंचने पर मुख्यमंत्री श्री मनोहर लाल का स्वागत एवं अभिनंदन किया। उन्होंने समाज से जुड़ी कुछ मांग भी मुख्यमंत्री के समक्ष रखी।
इस दौरान घरौंडा विधायक श्री हरविंदर कल्याण, इंद्री विधायक श्री रामकुमार कश्यप, जिला उपायुक्त श्री अनीश यादव, एसपी श्री शशांक कुमार सावन सहित अन्य वरिष्ठ अधिकारी मौजूद रहे।