चंडीगढ़, 28 जुलाई- हरियाणा के मुख्यमंत्री श्री मनोहर लाल ने कहा कि लोकहित ही हमारे लिए सर्वोपरि है और इस दिशा में पिछले पौने पांच वर्षों के कार्यकाल में सरकार ने पंचायती राज संस्थानों को सशक्त बनाने के लिए शक्तियों का विकेंद्रीकरण किया है।
नई दिल्ली स्थित हरियाणा भवन में नवनिर्मित मीडिया सेंटर के उदघाटन के उपरांत मुख्यमंत्री ने मीडिया से बातचीत के दौरान कहा कि हरियाणा ने पढ़ी-लिखी पंचायतें देकर देश के सक्षम एक उदाहरण प्रस्तुत किया है और सर्वोच्च न्यायालय ने अपने फैसले के दौरान अन्य राज्यों को इसका अनुसरण करने को कहा था। उन्होंने कहा कि जन-प्रतिनिधियों की शैक्षणिक योग्यता निर्धारित होने से हरियाणा में निश्चित रूप से लाभ हुआ है। योजनाओं के क्रियान्वयन को गति दी जा सकी है। अंतर जिला परिषद का गठन करने वाला भी हरियाणा देश का पहला राज्य बना है। इससे पंचायती राज संस्थानों की वित्तीय शक्तियां बढ़ी हैं।
एक अन्य प्रश्न के उत्तर में मुख्यमंत्री ने कहा कि जहां तक राज्य सरकार के पौने पांच वर्षों के कार्यकाल के मूल्यांकन का प्रश्न है, हम निश्चित रूप से लोकहित में व्यवस्था परिवर्तन की ओर बढ़े हैं, जिस पर प्रदेश के लोगों ने इस कार्यकाल के दौरान जितने भी चुनाव हुए हैं, चाहे वह फरीदाबाद, गुरुग्राम नगरनिगमों के चुनाव हों या पांच नगरनिगमों के मेयर के सीधे चुनाव हों या जींद का उपचुनाव हो या हाल ही हुए लोकसभा के आम चुनाव हों सभी में सरकार के कार्यों पर अपनी मोहर लगाई है और यही दर्शाता है कि हमारे लिए लोकहित सर्वोपरि है।