चंडीगढ़, 27 मई- हरियाणा के मुख्यमंत्री श्री मनोहर लाल ने कहा है कि कोविड-19 वैश्विक महामारी के चलते राज्य सरकार द्वारा प्रदेश से इच्छुक श्रमिकों को उनके गृह राज्यों में पहुंचाने के लिए रोजाना विशेष श्रमिक रेलगाडिय़ों को प्रदेश के विभिन्न रेलवे स्टेशनों से चलाया जा रहा है और इसी श्रृंखला में आज हरियाणा से 5 विशेष श्रमिक रेलगाडिय़ों को भेजा गया है। इसी तरह, हरियाणा के पड़ौसी राज्यों के रहने वाले श्रमिकों को भी बसों के माध्यम से उनके गृृह राज्यों में भिजवाया जा रहा है। उन्होंने बताया कि हरियाणा राज्य की उन्नति व विकास में श्रमिकों का उल्लेखनीय योगदान है।
उन्होंने बताया कि हरियाणा सरकार ने इन श्रमिकों की परेशानियों को समझते हुए उन्हें नि:शुल्क उनके गृह राज्य पहुंचाने की व्यवस्था की है। अपने गृह राज्यों में जाने के इच्छुक श्रमिकों को उनके गंतव्य तक पहुंचाने की श्रृंखला के तहत आज गुरूग्राम, हिसार, पानीपत, फरीदाबाद और रोहतक से 5 विशेष श्रमिक रेलगाडिय़ों से 8100 से अधिक श्रमिकों को उनके गृह राज्य बिहार और झारखण्ड के लिए रवाना किया गया है।
आज गुरूग्राम से 1600 श्रमिकों को रांची (झारखण्ड), हिसार से 1696 श्रमिकों को कटिहार (बिहार), पानीपत से 1600 श्रमिकों को बरौनी (बिहार), फरीदाबाद से 1650 श्रमिकों को मुजफरपुर (बिहार) और रोहतक से 1637 श्रमिकों को कटिहार (बिहार) के लिए रवाना किया गया है।
--गुरूग्राम से रांची (झारखण्ड) के लिए रेलगाड़ी--
गुरूग्राम रेलवे स्टेशन से श्रमिक स्पेशल ट्रेन आज सांय 4 बजे 1600 श्रमिकों व 133 बच्चों को लेकर झारखंड के रांची के लिए रवाना हुई। खुशियों की इस ट्रेन में जाने वाले श्रमिकों ने उनके लिए किए गए प्रबंधों के लिए हाथ हिलाकर व हाथ जोडक़र हरियाणा सरकार का आभार जताया। श्रमिकों को ट्रेन व बसों के माध्यम से उनके गृह राज्यों तक भिजवाया जा रहा है। इसी कड़ी में गुरूग्राम से स्पेशल श्रमिक ट्रेन रवाना की गई है। ट्रेन व बसों से भेजे गए प्रत्येक नागरिक को मेडिकल फिटनेस प्रमाणपत्र के आधार पर ही उनके गृह राज्यों में भिजवाया गया है। स्टेशन पर भी सभी के स्वास्थ्य की जांच करवाई गई है।
--हिसार से कटिहार (बिहार) के लिए रेलगाड़ी--
हिसार रेलवे स्टेशन से श्रमिक स्पेशल ट्रेन (नंबर 4865) आज दोपहर 2 बजे 1696 श्रमिकों को लेकर बिहार के कटिहार के लिए रवाना हुई। ट्रेन में जाने वाले श्रमिकों ने हाथ हिलाकर व हाथ जोडकर अधिकारियों का आभार जताया और फिर मिलेंगे के नारे लगाते हुए विदा हुए। स्पेशल ट्रेन से हरियाणा के 3 जिलों से यहां लाए गए श्रमिकों को सरकारी खर्च पर उनके गृह राज्य भिजवाया गया है। आज श्रमिक स्पेशल ट्रेन से हिसार, फतेहाबाद व जींद जिलों के 1696 श्रमिकों को बसों के माध्यम से रेलवे स्टेशन लाया गया। इनमें बिहार के विभिन्न जिलों के श्रमिक शामिल थे। ट्रेन में महिला यात्री व बच्चे भी थे। सभी श्रमिकों को भी उनके बच्चों के लिए सॉफ्ट टॉय्ज भेंट किए गए।
--पानीपत से बरौनी (बिहार) के लिए रेलगाड़ी--
बुधवार को पानीपत जंक्शन से बरौनी (बिहार) के लिए 1600 मजदूरों को भेजा गया। इनमें 500 मजदूर सोनीपत से हरियाणा रोडवेज की बसों के माध्यम से पानीपत लाए गए थे और 1100 मजदूर पानीपत से बिहार के लिए भेजे गए हैं। इससे पूर्व सभी श्रमिकों का मैडिकल करवाया गया। ट्रेन को रवाना करवाने से पूर्व रेलवे के कर्मचारियों ने ट्रेन को सैनेटाईज किया। सभी प्रवासी मजदूरों को खाना और पीने के पानी की बोतलें भी उपलब्ध करवाई गई।
--फरीदाबाद से मुजफरपुर (बिहार) के लिए रेलगाड़ी--
आज ओल्ड फरीदाबाद रेलवे स्टेशन से मुजफ्फरपुर (बिहार) के लिए 1650 श्रमिकों को रवाना किया गया। श्रमिकों को उनके घर तक पहुंचाने के लिये ट्रेनों व बसों द्वारा व्यवस्था की जा रही है। सभी यात्रियों को खाने-पीने का सामान व मास्क दिए गए हैं, ताकि उन्हें रास्ते में किसी प्रकार की परेशानी न हो। ई-दिशा पोर्टल प्रवासी लोगों के लिए काफी मददगार साबित हो रहा है व इस पोर्टल पर पंजीकरण करवाने वाले लोगों को सुविधाजनक तरीके से उनके घरों को भेजा जा रहा है।
--रोहतक से कटिहार (बिहार) के लिए रेलगाड़ी--
आज रोहतक रेलवे स्टेशन से बिहार के कटिहार के लिए एक विशेष श्रमिक रेलगाड़ी को रवाना किया गया और जिसमें 1637 श्रमिकों को भेजा गया है। इस रेलगाड़ी में भेजे गए श्रमिकों में 1437 श्रमिक रोहतक से थे जबकि 200 श्रमिक झज्जर जिले से थे। रोहतक से अब तक 15 हजार से अधिक श्रमिकों को उनके गृह राज्यों में बसों व रेलगाडिय़ों के माध्यम से भेजा जा चुका हैं।
--श्रमिकों को मुहैया करवाई गई सुविधाएं--
मजदूरों को शैल्टर होम से रोडवेज की बसों के माध्यम से रेलवे स्टेशन तक लाया गया। मजदूरों को उनके गृह प्रदेश रवाना करने से पूर्व सभी जरूरी इंतजाम किए गए। जहां एक तरफ रेलवे प्लेटफार्म को वैक्यूम क्लीनर मशीन से बार-बार साफ किया जा रहा था, तो वहीं दूसरी ओर रेलगाड़ी के साथ-साथ प्रत्येक श्रमिक के हाथों को भी सैनिटाइज किया गया तथा उनके लिए भोजन व पीने के पानी की व्यवस्था भी की गई। इन श्रमिकों को निशुल्क ट्रेन की टिकट के साथ-साथ अन्य सुविधाएं भी उपलब्ध करवाई गई है, ताकि रास्तें में श्रमिकों को किसी परेशानी का सामना न करना पड़ें। ट्रेन की प्रत्येक बोगी में श्रमिक सामाजिक दूरी के साथ बिठाएं गए थे।
--श्रमिकों ने की हरियाणा सरकार की प्रंशसा--
पानीपत जंक्शन पर साहेबगंज जाने वाले कुतून पासवान ने बताया कि वे बहुत दिनों बाद घर जा रहें है,सरकार ने उनकी घर जाने की आस पूरी की है। उन्हें अच्छा लग रहा है। आरा जाने वाले छोटू, सहरसा जाने वाले राजाकुमार और ललित ने भी इसके लिए हरियाणा सरकार का धन्यवाद किया। मुंगेरी काने वाली पूजा देवी ने बताया कि वे अपने घर जाकर बहुत खुश हो रही हैं। सभी ने खाना-पानी, मास्क इत्यादि की व्यवस्था की है, जिससे वे खुश हैं।
श्रमिकों ने लॉकडाउन के दौरान नि:शुल्क यात्रा की व्यवस्था कर उनको गृह राज्य भिजवाने के लिए हरियाणा सरकार की प्रंशसा करते हुए कहा कि संकट की इस घड़ी में घर जाने के लिए फ्री टिकट की व्यवस्था, शैल्टर होम में ठहराया, डॉक्टर ने मैडिकल जांच किया, भोजन खिलाया, रास्ते के लिए भोजन व पानी की बोतलें दी और सरकारी बसों से रेलवे स्टेशन तक लेकर आए। हमें एक रूपया भी नहीं देना पड़ा। ये सब हरियाणा के मुख्यमंत्री मनोहर लाल की मेहरबानी है।
--हरियाणा में मिलता है प्यार-प्रेम व अपनापन--
श्रमिक स्पेशल ट्रेन में सवार होकर अपने गृह राज्य जा रहे श्रमिकों ने कहा कि हरियाणा में उन्हें जो प्यार-प्रेम व अपनापन मिलता है वह कहीं और नहीं मिलता।