चंडीगढ़, 20 नवंबर- हरियाणा के मुख्यमंत्री श्री मनोहर लाल ने सिंगापुर के प्रमुख उद्यमों को राज्य में अपना आधार विकसित करने के लिए सरकार की तरफ से हर तरह के सहयोग और समर्थन की पेशकश की है। उन्होंने कहा कि निवेशकों की जरूरतों को देखते हुए, वैश्विक मूल्य श्रृंखला को जोडऩे और निवेशकों को व्यावसायिक योजनाएं संचालित करने के लिए सक्रिय सुविधाएं मुहैया करवाने के उद्देश्य से, राज्य सरकार ने सीधे मुख्यमंत्री कार्यालय (सीएमओ) के अधीन एक नया ‘विदेश सहयोग विभाग’ स्थापित किया है। उन्होंने आश्वासन दिया कि विदेश सहयोग विभाग सिंगापुर की कंपनियों को हरियाणा में उनके व्यवसायों के लिए हरसंभव सहायता प्रदान करेगा।
श्री मनोहर लाल आज यहां राज्य सरकार, इन्वेस्ट इंडिया और एंटरप्राइज सिंगापुर द्वारा आयोजित हरियाणा-सिंगापुर राउंडटेबल वर्चुअल कॉन्फ्रेंस में बोल रहे थे। भारत में सिंगापुर के उच्चायुक्त श्री साइमन वोंग भी सम्मेलन में उपस्थित रहे।
मुख्यमंत्री ने कहा कि जल्द ही एक नया शिकायत निवारण पोर्टल लॉन्च किया जाएगा। निवेशक सिंगल प्लेटफार्म के माध्यम से अपने प्रश्न और चिंताएं पंजीकृत कर सकते हैं।
इस अवसर पर, ड्यूरापावर, वाईसीएच ग्रुप, एग्रोकॉर्प इंटरनेशनल, ट्रांसवल्र्ड टर्मिनल्स, स्किल एसजी वेंचर्स, लीजेंड लॉजिस्टिक्स, सुरबाना जुरोंग समेत सिंगापुर की कई अग्रणी कंपनियों के सीईओ और शीर्ष प्रतिनिधियों ने लॉजिस्टिक्स, वेयरहाउसिंग, कोल्ड चेन, ट्रांसपोर्ट हब, वितरण सुविधाओं और इलेक्ट्रिकल गैजेट्स के विनिर्माण के क्षेत्र में अपनी इकाइयों का विस्तार करने में गहरी दिलचस्पी दिखाई।
मुख्यमंत्री श्री मनोहर लाल ने कहा कि हरियाणा हर दिन बढ़ रहा है और नए मील के पत्थर हासिल कर रहा है। उन्होंने स्पष्ट विजन, राजनीतिक इच्छाशक्ति, सुशासन, सहानुभूति, सशक्तिकरण और सांझेदारी को भविष्य की सफलता के लिए महत्वपूर्ण बताया। उन्होंने कहा कि बी2बी, जी2जी, बी2जी जैसे व्यवसाय के विभिन्न मॉडलों में से हम कार्य के एच2एच यानि ‘हर्ट टू हर्ट’ मॉडल में विश्वास रखते हैं।
मुख्यमंत्री ने कहा कि भारत और सिंगापुर के बीच लंबे समय से संबंध रहे हैं। हरियाणा और सिंगापुर के बीच संबंध हाल के वर्षों में हरियाणा में स्मार्ट सिटी, सॉलिड वेस्ट ट्रीटमेंट, अपशिष्ट जल उपचार संयंत्रों और स्वास्थ्य से जुड़ी इकाइयों में सिंगापुर की भागीदारी के साथ और मजबूत हो गए हैं। उन्होंने कहा कि एंटरप्राइज सिंगापुर की तरह, उद्योग और वाणिज्य विभाग, हरियाणा के तहत औद्योगिक नीति और प्रोत्साहन ब्यूरो (बीआईपीपी) क्षमताओं, नवाचार और अंतर्राष्ट्रीयकरण करने के लिए कंपनियों के साथ काम करने के लिए प्रतिबद्ध है।
उन्होंने कहा कि हरियाणा भारत के सबसे प्रगतिशील राज्यों में से एक है। राज्य न केवल भारत का ‘ब्रेडबास्केट’ है, बल्कि इसे हरियाणा में स्थित 250 से अधिक 500 फॉरच्यून कंपनियों के साथ इंडस्ट्रीयल पावर हाउस भी माना जाता है। उन्होंने कहा कि हरियाणा नए और मौजूदा उद्यमों के फलने-फूलने के लिए अनुकूल कारोबारी माहौल प्रदान करने की दिशा में लगातार काम कर रहा है। राज्य सरकार की निहित भावना निवेशकों की खुशियां सुनिश्चित करने और राज्य में सभी उद्योगों के लिए प्रगति और विकास को सुविधाजनक बनाने की है।
मुख्यमंत्री ने कहा कि निर्बाध निवेश प्रक्रिया सुनिश्चित करने के लिए, राज्य में सिंगल रूफ सिस्टम स्थापित किया गया है, जहां कोई भी निवेशक या उद्यम ऑनलाइन पोर्टल के माध्यम से राज्य से संबंधित सभी स्वीकृतियां समयबद्ध ढंग से प्राप्त कर सकते हैं। निवेशकों को सभी तरह की स्वीकृतियां अधिकतम 45 दिनों में दी जाती हैं। उन्होंने कहा कि इस मैकेनिज्म के माध्यम से विभिन्न विभागों की एक लाख से अधिक स्वीकृतियां पहले ही दी जा चुकी हैं।
उन्होंने कहा कि हम अपने निवेशकों के हितों की रक्षा करने के प्रति अत्यंत गंभीर हैं। यह सुनिश्चित करने के लिए कि हरियाणा में स्थापित उद्यम निवेश प्रक्रिया की सुगमता के मामले में संतुष्ट हों, राज्य सरकार ने एक विस्तृत शिकायत निवारण तंत्र विकसित किया है, जिसमें निवेशकों की सभी शिकायतों का निपटारा और समाधान समयबद्ध तरीके से किया जाता है। उन्होंने कहा कि जल्द ही एक नया शिकायत निवारण पोर्टल शुरू किया जाएगा जहां निवेशक एक सिंगल प्लेटफार्म के माध्यम से अपनी शिकायतें और चिंताएं दर्ज करवा सकते हैं।
उन्होंने कहा कि राज्य सरकार विश्व स्तर के बुनियादी ढांचे के निर्माण पर समर्पित रूप से ध्यान केंद्रित कर रही है। राज्य नारनौल में इंटीग्रेटिड मल्टी-मॉडल लॉजिस्टिक्स हब, गुरुग्राम में ग्लोबल सिटी और हिसार में इंटीग्रेटिड एविएशन हब जैसी बड़ी परियोजनाओं पर भी काम कर रहा है। इसके अलावा, हम फरीदाबाद, गुरुग्राम और करनाल में तीन स्मार्ट सिटी भी विकसित कर रहे हैं।
श्री मनोहर लाल ने कहा कि उद्यमों की सहायता करने के लिए, हरियाणा उद्यम प्रोत्साहन नीति 2020 तैयार की जा रही है। उन्होंने कहा कि ‘हमारा ध्यान केवल ईज ऑफ डूइंग बिजनेस’ को बढ़ाने पर ही नहीं है, बल्कि कारोबार करने की लागत को कम करने पर भी है। उन्होंने कहा कि हरियाणा ने पिछले साल निवेशकों को प्रोत्साहन प्रदान करने के उद्देश्य से विकास के लिए एक सेक्टर-केंद्रित दृष्टिकोण अपनाया है। हरियाणा ने कृषि व्यवसाय और खाद्य प्रसंस्करण, कपड़ा, वेयरहाउसिंग-लॉजिस्टिक रिटेल, फार्मास्युटिकल और एमएसएमई के लिए पांच सेक्टर-विशिष्ट नीतियां भी शुरू की हैं। हरियाणा ज्ञान आधारित और विनिर्माण क्षेत्रों के लिए नॉलेज इंडस्ट्री डेस्टीनेशन हेतु एक आधार के रूप में भी उभरा है।
मुख्यमंत्री ने हरियाणा में निवेश के लिए सिंगापुर की कंपनियों का स्वागत करते हुए उन्हें सभी तरह की सुविधाओं और समर्थन का आश्वासन दिया।
भारत में सिंगापुर के उच्चायुक्त श्री साइमन वोंग ने मुख्यमंत्री की प्रशंसा करते हुए कहा कि श्री मनोहर लाल के कुशल नेतृत्व में, हरियाणा निवेशकों के लिए अपनी इकाइयों की स्थापना का सबसे पसंदीदा स्थान बन गया है। उन्होंने कहा कि सिंगापुर विशेष रूप से 5 जी और 6 जी प्रौद्योगिकी, कृषि तकनीक उद्योग, नेक्स्ट जनरेशन टेक्सटाइल आदि के क्षेत्र में हरियाणा के साथ सहयोग के नए क्षेत्रों की उम्मीद कर रहा है। उन्होंने कहा कि सिंगापुर पिछले तीन वर्षों से हरियाणा में सबसे बड़ा निवेशक रहा है। इसके अलावा, 85 यूएस बिलियन डॉलर के निवेश के साथ सिंगापुर आज भारत में भी सबसे बड़ा निवेशक है।
विदेश सहयोग विभाग के प्रधान सचिव श्री योगेन्द्र चौधरी ने कहा कि विभाग हरियाणा में उद्योगों की स्थापना और विदेशी निवेश को सुविधाजनक बनाने के लिए आवश्यक स्वीकृतियां प्रदान करने के लिए प्रतिबद्ध है। उन्होंने आश्वासन दिया कि हरियाणा में अपने आधार का विस्तार करने के इच्छुक सिंगापुर के उद्योगों को समयबद्ध तरीके से सिंगल विंडो सिस्टम के माध्यम से सभी आवश्यक स्वीकृतियां दी जाएगीं।
बाद में, उद्योग और वाणिज्य विभाग के प्रधान सचिव श्री ए.के. सिंह ने सरकार द्वारा की गई औद्योगिक नीति संबंधी पहलों पर संक्षिप्त प्रस्तुतिकरण दिया और हरियाणा राज्य औद्योगिक एवं आधारभूत संरचना विकास निगम (एचएसआईआईडीसी) के प्रबंध निदेशक श्री अनुराग अग्रवाल ने निगम द्वारा प्रदान की जा रही सिंगल विंडो क्लीयरेंस और साइट आइडेेटीफिकेशन जैसी सेवाओं की जानकारी दी।
इस अवसर पर विदेश सहयोग विभाग के निदेशक श्री अनंत प्रकाश पांडे भी उपस्थित थे।
इस मौके पर इन्वेस्ट इंडिया के मैनेजिंग डायरेक्टर और मुख्य कार्यकारी अधिकारी श्री दीपक बागला, एंटरप्राइज सिंगापुर के साउथ एशिया हेतु ग्लोबल मार्केट्स डायरेक्टर श्री ताई लियान चेव, सिंगापुर इंडियन चैंबर ऑफ कॉमर्स एंड इंडस्ट्री के इंटरनेशनल बिजनेस डिवीजन के चेयरमन श्री प्रसून मुखर्जी तथा सिंगापुर की विभिन्न प्रमुख कंपनियों के शीर्ष प्रतिनिधियों ने भी अपने विचार रखे।