चण्डीगढ़, 15 जुलाई- हरियाणा के वन मंत्री राव नरबीर सिंह ने कहा कि ग्लोबल वार्मिंग के कारण जलवायु में हो रहे अप्रत्याषित परिवर्तन के चलते हमें पर्यावरण को संतुलित करने के लिए अधिक से अधिक पेड़ लगाने होंगे। हर वर्ष जुलाई माह में वन महोत्सव के दौरान पौधारोपण के लिए सरकारी प्रयासों के साथ-साथ गैर-सरकारी संगठनों, औद्योगिक घरानों तथा गुरुग्राम जैसे महानगरों में रेजिटेंड वेल्फेयर एसोएिशनस (आरडब्ल्यूएएस) को भी सहयोग के लिए आगे आना होगा।
वन महोत्सव के दौरान ग्राम पंचायतों व जिला परिषदें के माध्यम से हर घर हरियाली तथा हर गांव पेड़ों की छांव योजनाएं चलाई जा रही हैं। इन योजनाओं से राज्य हरा भरा व प्रदूषण मुक्त होगा इससे वृक्ष आछादित क्षेत्रों में वृद्धि होगी।
गत वर्ष वन महोत्सव के दौरान मुख्यमंत्री श्री मनोहर लाल की पहल पर स्कूली बच्चों ने वन महोत्सव में बढ़-चढकऱ भाग लिया और निर्धारित लक्ष्य से अधिक लगभग 30 लाख पौधे शिक्षण संस्थानों में लगाए। इस वर्ष वन महोत्सव के दौरान एक करोड़ पौधे लगाने का लक्ष्य रखा गया है।
उन्होंने कहा कि लोगों को शादी समारोहों, विवाह सालगिरह तथा सामाजिक अवसरों व उत्सवों को यादगार बनाने के लिए पौधा लगाकर मनाना चाहिए। इस वर्ष केन्द्रीय वन एवं पर्यावरण मंत्रालय ने भी ‘सेल्फी विद पौधारोपण’ शीर्षक से वन महोत्सव मनाने का निर्णय लिया है। इससे पूर्व भी हरियाणा में ‘सेल्फी विद डॉटर विद ट्री’ अभियान काफी सफल रहा था।
उन्होंने लोगों से अपील की कि वन विभाग द्वारा नि:शुल्क वितरित किए जाने वाले पौधों को अपने परिसर या खाली पड़ी भूमि पर लगाए और जब तक यह जड़ नहीं पकड़ लेता तब तक इसकी देखभाल करे। पौधों का जीवित रखना प्रत्येक व्यक्ति का लक्ष्य होना चाहिए।