शनिवार, August 3, 2019

चंडीगढ़, 3 अगस्त- हरियाणा के मुख्यमंत्री श्री मनोहर लाल ने कहा कि सुशासन देना राज्य सरकार की प्राथमिकता का विषय रहा है। इस उद्देश्य को लेकर सरकार द्वारा नई व्यवस्थाएं बनाई गई और भ्रष्टाचार मुक्त व पारदर्शी शासन प्रदेशवासियों को दिया है।

मुख्यमंत्री ने यह बात चीफ मिनिस्टर गुड गवर्नेंस एसोसिएट्स प्रोग्राम के चौथेे बैच को संबोधित करते हुए कही। कार्यक्रम में सभी सीएमजीजीए ने ट्रेनिंग के दौरान हुए अपने-अपने अनुभव सांझा किए तथा अपनी टीम में काम करने का अवसर प्रदान करने तथा कुशल मार्गदर्शन के लिए मुख्यमंत्री का आभार व्यक्त किया।

मुख्यमंत्री ने सीएमजीजीए को संबोधित करते हुए कहा कि जनता की समस्याओं को दूर करना हमारी प्राथमिकताओं में से एक है। इसके साथ ही हम गर्वनेंस को किस प्रकार से बेहतर कर सकते हैं, उस दिशा मे हमेशा प्रयासरत रहते हैं। उन्होंने कहा कि सिस्टम के साथ-साथ समाज की बेहतरी के लिए भी कार्य करना आप सबका कर्तव्य है। सरकारी योजनाओं के साथ आमजन को जोडऩा, ये सबसे महत्वपूर्ण कार्य है और यह तभी संभव है जब हर जन के मन में यह भाव आए कि यह प्रदेश और देश मेरा है। उन्होंने कहा कि पहले सरकारों का ध्यान केवल रोटी, कपड़ा और मकान तक ही सीमित होता था लेकिन हमने इन मूलभूत सुविधाओं के साथ-साथ समाज बदलाव के कार्य भी किए। उन्होंने कहा कि अंत्योदय सरल, सक्षम हरियाणा, सीएम विण्डो, हरपथ, एसएमजीटी, स्वच्छता एप, बेटी बचाओ-बेटी पढ़ाओ इत्यादि कई ऐसे सामाजिक व्यवस्था परिवर्तन के काम किए हैं। मुख्यमंत्री ने सहयोगियों से अपने जीवन के अनुभव भी सांझा किए।

मुख्यमंत्री ने कहा कि सरकार युवाओं को साथ जोडकऱ आगे बढ़ रही है। इसलिए हर युवा को रोजगार उपलब्ध हो यही सरकार की प्राथमिकता है। इसके लिए शिक्षा के स्तर में कई सुधार किए गए हैं और शिक्षा के साथ-साथ युवाओं को रोजगार योग्य बनाने के लिए देश में सबसे पहली कौशल विकास विश्वविद्यालय हरियाणा के पलवल में बनाई है। उन्होंने कहा कि सरकार ने अध्यापकों की ऑनलाइन स्थानांतरण नीति बनाई जिसका आज 12 राज्य अनुसरण कर रहे हैं, जो सरकार की सबसे बड़ी उपलब्धि है।
मुख्यमंत्री सुशासन सहयोगी कार्यक्रम के परियोजना निदेशक डॉ. राकेश गुप्ता ने कहा कि वर्ष 2019-20 में काम करने के लिए सीएमजीजीए के नए बैच का चयन करने के बाद प्रोग्राम की नॉलेज पार्टनर अशोका यूनिवर्सिटी के साथ मिलकर नए बैच का प्रशिक्षण हो चुका है और जिलें आवंटित कर दिये गए हैं।

उन्होंने बताया कि इस बार भी नए बैच के लिए पिछले वर्ष से अधिक आवेदन प्राप्त हुए थे जिसमें से इस बार 10 राज्यों से 24 सहयोगियों का चयन किया गया है, जिसमें महाराष्ट्र, उतर प्रदेश, केरल, दिल्ली, बंगलुरु, हरियाणा और कलकत्ता शामिल हैं। उन्होंने बताया कि इस बार आए सभी सहयोगी अर्थशास्त्र, कानून, सामाजिक क्षेत्रों में शैक्षणिक योग्यता प्राप्त हैं और सभी ने डेढ़ साल तक 18 राज्यों में अलग-अलग सरकारों और सामाजिक संस्थाओं के साथ कार्य किया है। उन्होंने बताया कि सीएमजीजीए इस वर्ष सक्षम हरियाणा, अंतोदया सरल प्रोजेक्ट, महिला सुरक्षा, उच्चतर शिक्षा और प्रोपर्टी टैक्स पर विशेष तौर पर कार्य केरेंगे।