रविवार, July 14, 2019

हरियाणा के कृषि मंत्री श्री ओम प्रकाश धनखड़ ने कहा कि वर्तमान राज्य सरकार ने हरियाणा में प्रधानमंत्री फसल बीमा योजना के तहत फसल खराब होने पर किसानों को प्रतिपूर्ति के लिए अब तक 1846 करोड़ रूपये दिए हैं।

चंडीगढ़, 14 जुलाई- हरियाणा के कृषि मंत्री श्री ओम प्रकाश धनखड़ ने कहा कि वर्तमान राज्य सरकार ने हरियाणा में प्रधानमंत्री फसल बीमा योजना के तहत फसल खराब होने पर किसानों को प्रतिपूर्ति के लिए अब तक 1846 करोड़ रूपये दिए हैं। फसल खराबे का मुआवजा छह हजार से बढ़ाकर 12 हजार रूपये प्रति एकड़ किया गया है। अब किसान को कम से कम मुआवजा 500 रूपये अवश्य मिलेगा। पौने पांच साल में मुख्यमंत्री श्री मनोहर लाल की सरकार ने किसानों के खातों में 4465 करोड़ पंहुचाए हैं, यह अपने आप में रिकार्ड है। उन्होंने कहा कि सरकार ने समाज के सभी वर्गो के लोगों, जिनकी आय 15 हजार रूपये मासिक से कम हैं उनको सालाना छह हजार रूपये पेंशन देने का निर्णय लिया है।

श्री धनखड़ आज झज्जर जिला के गांव बिरधाना में बैठक को संबोधित कर रहे थे। उन्होंने कहा कि हमारी नीयत नेक और नीति स्पष्टï है जो मैरिट मे आएगा वह नौकरी पाएगा। केवल योग्यता के आधार पर युवाओं को नौकरी मिलेगी। सबका साथ-सबका विकास और अब सबका विश्वास भाजपा की नीति है। क्षेत्रवाद, भाई भतीजावाद, चौधरवाद, परिवारवाद के खोखले नारे लगाने वालों को जनता ने नकार दिया है। हमारी सरकार ने पौने पांच साल में लगभग 70 हजार युवाओं को योग्यता के आधार पर सरकारी नौकरी देने का काम किया है। वर्तमान सरकार के समय में जरूरतमंद परिवारों के योग्य बच्चे सीधे एचसीएस, सहायक प्रोफैसर,डीएसपी और थानेदार के पदों पर लगे हैं। आगे भी केवल योग्यता के आधार पर सरकारी भर्ती की प्रक्रिया जारी है।

उन्होंने कहा कि वर्ष 2014 में हरियाणा की जनता ने भाजपा को पूर्ण बहुमत के साथ पहली बार प्रदेश की सेवा करने का मौका दिया। विपक्षियों ने जनादेश का अनादर करते हुए कहा कि भाजपाई नौसिखिए हैं। हमने बुरा नहीं माना क्योंकि हमारी नीयत नेक है और नेक नीयत व ईमानदारी से हमने काम किया। प्रदेश की जनता ने हमारी नेक नीयत और ईमानदार कार्य शैली को पंसद करते हुए पांच बड़े शहरों में हुए मेयर के चुनाव व जींद उपचुनाव में हमारे पक्ष में फैसला दिया। लोकसभा चुनाव में दस की दस सीटें जनता जनार्दन ने भाजपा को देते हुए श्री नरेंद्र मोदी को दोबारा प्रधामंत्री बनाया।