हरियाणा के मुख्यमंत्री श्री मनोहर लाल ने कहा कि एसवाईएल प्रदेश की जीवन रेखा है और हरियाणा अपने हिस्से के पानी का हक लेकर रहेगा।
चण्डीगढ़, 15 जुलाई- हरियाणा के मुख्यमंत्री श्री मनोहर लाल ने कहा कि एसवाईएल प्रदेश की जीवन रेखा है और हरियाणा अपने हिस्से के पानी का हक लेकर रहेगा।
गत देर सायं सोनीपत में आयोजित एक कार्यक्रम में मुख्यमंत्री ने कहा कि प्रदेश में पानी की कमी को पूरा करने के लिए किशाऊ व लखवार सरीखी नई बांध परियोजनाएं प्रारंभ की गई हैं, जिससे पानी की करीब 47 प्रतिशत जरूरत पूर्ण होगी।
उन्होंने कहा कि वे हरियाणा को देशभर में सबसे आगे लेकर जाने के लिए प्रयासरत हैं। इसके लिए योजनाबद्ध तरीके से कार्य किया जा रहा है। प्रदेश के सभी परिवारों का हर प्रकार का आंकड़ा जुटाया जा रहा है। आने वाले समय में लोगों को अधिकारियों के पास जाने की जरूरत नहीं पड़ेगी, अपितु आंकड़ों के आधार पर अधिकारी स्वयं घर-घर जाकर लोगों की जरूरतें पूर्ण करेंगे। केंद्र व प्रदेश सरकार लोगों को सामाजिक सुरक्षा प्रदान करने के लिए हरसंभव कदम उठा रही हंै, ताकि हर व्यक्ति- हर परिवार सुखी हो।
श्री मनोहर लाल ने कहा कि काम में कोई कमी नहीं छोड़ी गई। देश-प्रदेश में विकास के नये आयाम स्थापित किये गए हैं। उज्ज्वला योजना के माध्यम से महिलाओं को धुएं से मुक्ति दिलाई गई है। आज हरियाणा पूर्ण रूप से कैरोसिन मुक्त हो गया है। किसानों को रिकॉर्ड मुआवजा दिया गया है। आयुष्मान योजना से बेहतरीन उपचार सुविधा प्रदान की गई है। उन्होंने किसानों का आह्वान किया कि वे जल संरक्षण के लिए धान की बजाय अन्य फसलों की खेती करें। उन्होंने ‘मेरी फसल-मेरा ब्यौरा’ योजना की जानकारी देते हुए कहा कि किसान पोर्टल पर अपना पंजीकरण अवश्य करायें। अब तक 25 लाख किसान पोर्टल पर पंजीकरण करा चुके हैं।