बुधवार, August 21, 2019

चंडीगढ़, 21 अगस्त- हरियाणा के मुख्यमंत्री श्री मनोहर लाल ने कहा कि जीवन प्रबंधन की दृष्टि से श्रीमद्भगवद् गीता दुनिया का सर्वश्रेष्ठ ग्रंथ है। यही वजह है कि हावर्ड बिजनेस स्कूल तथा केलॉग स्कूल ऑफ बिजनेस जैसे दुनिया के उच्चकोटि के प्रबंधन संस्थानों ने गीता को अपने पाठ्यक्रम में शामिल किया है।

मुख्यमंत्री गत रात्रि ज्योतिसर तीर्थ स्थल पर ध्वनि, जल एवं प्रकाश मल्टीमीडिया शो के उद्घाटन अवसर पर बोल रहे थे। इससे पूर्व, उन्होंने मंत्रोच्चारण के बीच पवित्र ग्रंथ गीता का विधिवत रूप से पूजन कर करीब 8 करोड़ रुपये की लागत से तैयार ध्वनि, जल एवं प्रकाश मल्टीमीडिया शो का उदघाटन किया। इस अवसर पर राज्य मंत्री श्री कृष्ण कुमार बेदी व श्री मनीष ग्रोवर, सांसद श्री नायब सैनी व श्री संजय भाटिया और विधायक श्री सुभाष सुधा भी मौजूद थे।

इसके साथ ही, मुख्यमंत्री ने गांव ज्योतिसर से ही गांव बारना में 5 करोड़ 19 लाख रुपये की लागत से बने प्राथमिक स्वास्थ्य केन्द्र, 9 करोड़ रुपए की लागत से पिपली से लाडवा तक 20 किलोमीटर लम्बे सहारनपुर-कुरुक्षेत्र रोड की फोर लेनिंग और विस्तारीकरण परियोजना, 9 करोड़ 81 लाख रुपये की लागत से निर्मित कुरुक्षेत्र के विद्युत भवन, 12 करोड़ 62 लाख रुपये की लागत से करीब 20 कालोनियों की डीआई पाइपलाइन, 39 करोड़ 50 लाख रुपये की लागत से करीब 20 कालोनियों की सीवरेज पाइपलाइन परियोजना और गांव नरकारतारी में 27 करोड़ रुपये की लागत से निर्मित 25 एमएलडी सीवेज ट्रीटमेंट प्लांट परियोजना का उदघाटन भी किया।

श्री मनोहर लाल ने कहा कि गीता-स्थली ज्योतिसर में एक बार फिर से पूरे विश्व को पवित्र ग्रंथ गीता के उपदेशों को स्मरण करने का अवसर मिलेगा। इन उपदेशों से देश की युवा पीढ़ी को अच्छी शिक्षा और संस्कार मिलेंगे। इन उद्देश्यों को लेकर ही टीआरएल राइस लैण्ड प्राइवेट लिमिटेड, गुरुग्राम के सहयोग से ध्वनि, जल एवं प्रकाश मल्टी मीडिया शो की स्थापना की गई है। यह मल्टी मीडिया शो परियोजना टीआरएल राइस लैण्ड प्राइवेट लिमिटेड गुरुग्राम कम्पनी द्वारा नरसीदास ठकरार की याद में बनाया गया है। इस कम्पनी की तरफ से आगामी 2 सालों तक रख-रखाव भी किया जाएगा और इसके उपरांत कुरुक्षेत्र विकास बोर्ड की तरफ से इस प्रोजैक्ट की देखरेख की जाएगी। इस प्रोजैक्ट में आधुनिकतम तकनीकी का प्रयोग किया गया है और यह मल्टी मीडिया शो पर्यटकों को खूब पंसद आएगा। उन्होंने कहा कि गीता सार्वभौमिक व सार्र्वकालिक है। यह केवल दार्शनिक एवं आध्यात्मिक दृष्टि से ही महत्वपूर्ण नहीं है बल्कि इसकी व्यावहारिक जीवन में अत्यधिक उपयोगिता है। देश-विदेश की महान विभूतियों ने गीता की महत्ता को महसूस किया और अपने जीवन में अपनाया। यह ज्ञान-विज्ञान का अनूठा उदाहरण है।

मुख्यमंत्री ने कहा कि बड़ी अच्छी बात है कि इस शो के सूत्रधार के लिए श्रीमद्भगवद् गीता के साक्षी वटवृक्ष को चुना गया है। इसमें गीता के साथ-साथ महाभारत के कुछ अति महत्वपूर्ण नाटकीय प्रसंगों का चित्रण भी किया गया है। उन्होंने कहा कि 34 मिनट का यह अनोखा मल्टीमीडिया शो फिल्म, प्रकाश, एनीमेशन, ध्वनि और जल के उभारों, फव्वारों और गोबो लाइट्स के सुंदर संयोजन के माध्यम से पर्यटकों को ज्ञान-प्रकाश से आलोकित करेगा। उन्होंने कहा कि कुरुक्षेत्र की पवित्र भूमि को भारतीय सभ्यता व संस्कृति के साथ-साथ गीता की जन्म-स्थली होने का भी गौरव हासिल है। इसी पवित्र भूमि पर भगवान श्रीकृष्ण ने मोहग्रस्त अर्जुन को गीता का अमर सन्देश दिया था और इसी पावन-भूमि पर प्राचीन भारतीय संस्कृति का आविर्भाव हुआ।

उन्होंने कहा कि गीता के दर्शन को दुनियाभर के लोगों तक पहुंचाने के लिए हमने अंतर्राष्ट्रीय गीता महोत्सव मनाना शुरू किया। इस वर्ष फरवरी मास में मॉरीशस में और हाल ही में लंदन में अंतर्राष्ट्रीय गीता महोत्सव मनाया गया। उन्होंने कहा कि कुरुक्षेत्र की 48 कोस की परिधि में स्थित 134 चिन्हित तीर्थों का जीर्णोद्धार किया जा रहा है। केन्द्र सरकार द्वारा स्वदेश दर्शन स्कीम के तहत कुरुक्षेत्र को वर्ष 2015 में श्रीकृष्णा सर्किट में शामिल किया गया।