शनिवार, August 31, 2019

चंडीगढ़, 31 अगस्त- हरियाणा की महिला एवं बाल विकास मंत्री श्रीमती कविता जैन ने कहा कि राज्य में लगभग 25962 आंगनबाड़ी केंद्र हैं जिन्हें लगभग 56 करोड़ रुपये की लागत से सौर ऊर्जा प्रकाश प्रणाली से जगमगाया जाएगा ताकि आंगनवाड़ी केंद्रों को बिजली की हर प्रकार की समस्याओं से छुटकारा मिल सके।

श्रीमती जैन आज सोनीपत जिले के गांव रायपुर के सामुदायिक केंद्र में आयोजित समारोह में जिले के 16 आंगनबाड़ी केंद्रों में सौर ऊर्जा प्रकाश प्रणाली का लोकार्पण करने उपरांत गांववासियसों को संबोधित कर रही थी।

उन्होंने कहा कि गांव ककरोई, हरसाना बैंयापुर, रायपुर, फाजिलपुर, शाहपुर, अहमदपुर, सिक्का कॉलोनी, कबीरपुर और मोहाना के 16 आंगनबाड़ी केंद्र आज सौर ऊर्जा प्रकाश प्रणाली से प्रकाशित हो उठे हैं। इस प्रकार कुल मिलाकर सोनीपत के लगभग 101 आंगनबाड़ी केंद्रों में सौर ऊर्जा प्रकाश प्रणाली की स्थापना का कार्य पूर्ण हो चुका है। जबकि लगभग 321 केंद्रों में भी इस प्रणाली की स्थापना जल्द ही की जाएगी।

श्रीमती जैन ने कहा कि हरियाणा के करीब 9500 आंगनबाड़ी केंद्रों में सौर ऊर्जा प्रकाश प्रणाली स्थापित की जा चुकी है। इन केंद्रों को बिजली की हर प्रकार की समस्याओं से छुटकारा मिल गया है। उन्होंने कहा कि आंगनबाड़ी केंद्रों को बेहतरीन बनाने के लिए फुलवारी योजना (आंगनबाड़ी केंद्र गोद लेना) लागू की गई है, जिसके सकारात्मक परिणाम सामने आये हैं। बड़े स्तर पर लोगों ने केंद्रों को गोद लेकर उनमें सुविधाएं प्रदान करने में मदद की है। उन्होंने कहा कि प्रधानमंत्री श्री नरेंद्र मोदी ने हरित ऊर्जा आंदोलन का आगाज किया है, जिसकी ओर कदम बढ़ाते हुए हमने सौर ऊर्जा को बढ़ावा दिया है। मुख्यमंत्री श्री मनोहर लाल के नेतृत्व में राज्य के सभी आंगनबाड़ी केंद्र जल्द ही सौर ऊर्जा से संचालित हो जाएंगे। उन्होंने कहा कि सरकार का प्रयास है कि 0-6 वर्ष की आयु के सभी बच्चे आंगनबाड़ी केंद्रों में आयें। इन केंद्रों में आईसीडीएस के तहत विभिन्न योजनाएं भी सुचारू रूप से चलाई जा रही हैं, जिसके तहत टीकाकरण भी शामिल हैं। इंद्रधनुष टीकाकरण योजना से बाल मृत्यु दर पर लगाम लगाई गई है। बच्चों व महिलाओं के खान-पान को सुधारा गया है। गर्भवती तथा दूध पिलाने वाली माताओं को पौष्टिक आहार के लिए प्रोत्साहित किया जा रहा है।

उन्होंने कहा कि प्रदेश सरकार द्वारा महिलाओं को सिक्योरिटी-हैल्थ-एजुकेशन देने में कोई कमी नहीं छोड़ी जा रही है। उन्होंने बेटी बचाओ-बेटी पढ़ाओ अभियान की सफलता का उल्लेख करते हुए कहा कि प्रदेश का लिंगानुपात सुधर कर प्रति 1000 लडक़ों पर 922 लड़कियों तक पहुंच गया है जो बहुत बड़ी उपल्ब्धि है।