चंडीगढ़, 12 नवम्बर - हरियाणा सरकार ने प्रदेश में गत दो वर्षों के दौरान सब्जियों की भावांतर भरपाई योजना की अपार सफलता और इस योजना के प्रति किसानों की गहरी रुचि को देखते हुए कुछ और फसलों को इस योजना में शामिल करने का निर्णय लिया है।
हरियाणा के मुख्यमंत्री श्री मनोहर लाल ने आज यहां भावांतर भरपाई योजना की समीक्षा के लिए बुलाई गई एक बैठक में यह जानकारी दी। बैठक में उप-मुख्यमंत्री श्री दुष्यंत चौटाला, कृषि एवं किसान कल्याण विभाग के अतिरिक्त मुख्य सचिव श्री संजीव कौशल, मुख्यमंत्री के अतिरिक्त प्रधान सचिव श्री वी उमाशंकर के अलावा बागवानी विभाग के महानिदेशक और कृषि विभाग के महानिदेशक भी उपस्थित थे।
मुख्यमंत्री ने कहा कि भावांतर भरपाई योजना के तहत आलू, प्याज, टमाटर और गोभी के अतिरिक्त अब गाजर, मटर, किन्नू, अमरूद, शिमला मिर्च और बैंगन को भी शामिल किया जाएगा। उन्होंने कहा कि योजना के तहत गाजर का मूल्य 700 रुपये प्रति क्विंटल और मटर का मूल्य 1100 रुपये प्रति क्विंटल निर्धारित किया गया है। मुख्यमंत्री ने कहा कि शिमला मिर्च और बैंगन के मूल्य का निर्णय हरियाणा किसान कल्याण आयोग के अध्यक्ष की अध्यक्षता में गठित कमेटी की सिफारिश के आधार पर लिया जाएगा।
उन्होंने कहा कि इस योजना का लाभ उठाने के लिए किसानों को ‘मेरी फसल मेरा ब्यौरा’ पोर्टल पर अपना पंजीकरण करवाना होगा और मंडियों में उनके उत्पाद की बिक्री पर यदि उन्हें अपनी फसल के लिए संरक्षित मूल्य से कम मूल्य मिलता है तो बिक्री मूल्य और संरक्षित मूल्य के अंतर की राशि को प्रोत्साहन के रूप में किसानों के बैंक खातों में सीधे जमा करवाया जाएगा।