सोमवार, February 3, 2020

चंडीगढ़, 3 फरवरी- हरियाणा के मुख्यमंत्री श्री मनोहर लाल ने आज यहां अनुसूचित जातियां/अनुसूचित जनजातियां (उत्पीडऩ पर रोक)नियम,1995 के अधीन गठित राज्य स्तरीय विजिलेंस एंड मॉनिटरिंग कमेटी की अध्यक्षता करते हुए कहा कि अब स्कूलों व कालेजों में हर वर्ष इस कमेटी के सदस्य विधायक 5-5 व सांसद 10-10 जगरूकता सेमिनार करवाएंगे। इन सेमिनारों में विद्यार्थियों को अनुसूचित जाति वर्ग के अधिकारों के प्रति जागरूक किया जाएगा।

इस अवसर पर जनस्वास्थ्य अभियांत्रिकी मंत्री डॉ. बनवारी लाल, विधायक श्री ईश्वर सिंह, विधायक श्री रामनिवास सुरजाखेड़ा, विधायक श्री सत्यप्रकाश जरावता, विधायक श्रीमती रेणूबाला, विधायक श्री वरूण मुलाना, मुख्य सचिव श्रीमती केशनी आनंद अरोड़ा, मुख्यमंत्री के प्रधान सचिव श्री राजेश खुल्लर, पुलिस महानिदेशक श्री मनोज यादव, अनुसूचित जाति एवं पिछड़ा वर्ग कल्याण विभाग के प्रधान सचिव श्री आनंद मोहन शरण समेत कई वरिष्ठ अधिकारी उपस्थित थे।

बैठक में मुख्यमंत्री ने अधिकारियों को निर्देश दिए कि अनुसूचित जाति वर्ग के लोगों को उनके खिलाफ होने वाले उत्पीडऩ के मामले में दी जाने वाली कानूनी सहायता राशि देने में देरी नहीं की जानी चाहिए। लोगों को अधिकारों के प्रति जागरूक करने के लिए अनुसूचित जाति की बस्तियों में होर्डिंग या बैनर लगाए जाने चाहिएं। इसके अलावा प्रचार के अन्य माध्यमों से भी जानकारी दी जानी चाहिए।

मुख्यमंत्री ने पुलिस अधिकरियों को निर्देश दिए कि अनुसूचित जाति के लोगों के साथ होने वाले उत्पीडऩ के केस को वापस लेने या रद्द किए जाने के कारणों का भी पता लगाया जाना चाहिए।

बैठक में यह भी सुझाव दिया गया कि अनुसूचित जाति के उत्पीडऩ से संबंधित मामलों की जांच करते वक्त दो जांच अधिकारी नियुक्त किए जाएं जिनमें से एक अनुसूचित जाति व दूसरा सामान्य श्रेणी से संबंध रखता हो।

उन्होंने उपायुक्तों को निर्देश दिए कि भविष्य में अनुसूचित जातियां से संबंधित जिला स्तरीय विजिलेंस एंड मॉनिटरिंग कमेटी की बैठक की सूचना इस कमेटी के विधायक व सांसद को भी दी जाए।

मुख्यमंत्री ने अधिकारियों को निर्देश दिए कि वे यह सुनिश्चित करें कि सीवरेज की सफाई करते समय केवल वही सफाई कर्मचारी सीवरेज में नीचे उतरे जिसके पास सुरक्षा से संबंधित प्रमाण-पत्र हो।

उन्होंने कमेटी के सदस्यों को संत शिरोमणि गुरु रविदास की 9 फरवरी 2020 की जयंती की अग्रिम शुभकामनाएं देते हुए कहा कि भविष्य में इस कमेटी की बैठकें संत कबीरदास व महर्षि वाल्मीकी जयंती के अवसर पर बुलाई जाएंगी।