चंडीगढ़, 21 फरवरी- हरियाणा के मुख्यमंत्री श्री मनोहर लाल ने कहा कि भगवान वाल्मीकि पूरी मानव जाति के पथ प्रदर्शक थे, उनका जीवन बड़ा ही प्रेरणादायी रहा। वे संस्कृत के आदि कवि तथा महाकाव्यकार थे। उन्होंने महान ग्रंथ रामायण की रचना की। उनकी शिक्षाएं आज भी प्रासंगिक है।
मुख्यमंत्री आज करनाल के नीलोखेड़ी स्थित भगवान वाल्मीकि धाम में श्री वाल्मीकि सभा युवा वर्ग द्वारा आयोजित प्रतिमा अनावरण समारोह में उपस्थित जनसमूह को सम्बोधित कर रहे थे। इस मौके पर उन्होंने सबसे पहले भगवान वाल्मीकि धाम में जाकर माथा टेका और आशीर्वाद लिया। उसके उपरांत उन्होंने भगवान वाल्मीकि की प्रतिमा का अनावरण किया।
उन्होंने अपने सम्बोधन में महाशिवरात्रि पर्व की बधाई देते हुए कहा कि यह बड़े संयोग की बात है कि इस पावन दिवस पर आज भगवान वाल्मीकि जी की प्रतिमा का अनावरण करने का सौभाग्य प्राप्त हुआ है। उन्होंने कहा कि सरकार द्वारा महापुरूषों की जयंती सरकारी तौर पर मनाई जा रही है ताकि उनकी शिक्षाएं युवा पीढ़ी तक प्रेषित होती रही। इनमें महर्षि वाल्मीकि, संत रविदास, संत कबीरदास, डॉ. भीमराव अम्बेडकर सहित अन्य महापुरूषों के नाम शामिल हैं।
मुख्यमंत्री ने कहा कि जोखिमयुक्त सेवाएं देने वाले सभी कर्मचारियों का बीमा करवाने की नीति के तहत सफाई कर्मचारियों को भी 10 लाख रूपये वाली बीमा योजना का लाभ दिया जा रहा है। इतना ही नहीं सरकार द्वारा सफाई कर्मचारी आयोग का गठन भी किया गया है, जो कि बेहतर तरीके से अपना कार्य कर रहा है। अब सीवरेज में कार्य करने वाले सफाई कर्मचारियों के लिए ट्रेनिंग का प्रावधान किया गया है। उन्होंने कहा कि गरीब लोग जो अब तक आयुष्मान योजना से नहीं जुड़े है और जिनकी आमदनी सालाना 1 लाख 80 रूपये तक है, उनको भी 5 लाख रूपये तक की राशि का स्वास्थ्य सेवाओं का लाभ दिया जाएगा। उन्होंने कहा कि गरीब की रसोई धुंआ रहित रहे, इसके लिए उज्जवला योजना के तहत गरीब परिवारों की महिलाओं को लगभग 9 लाख गैस कनैक्शन दिये गए है।
कार्यक्रम में सांसद श्री संजय भाटिया ने भगवान वाल्मीकि धाम में नमन किया और अपने उदबोधन में कहा कि भगवान वाल्मीकि ने सम्पूर्ण मानव जाति का शोषित व पीडि़तों के प्रति करूणा व दया भाव रखने, वचन निभाने, कर्तव्य पालन करने, त्याग करने, बड़ों का आदर व आज्ञा पालन करने का पाठ पढ़ाया। आज भी यह आदर्श उतने ही नवीन और प्रासंगिक है।