गुरूवार, February 27, 2020

चंडीगढ़, 27 फरवरी- हरियाणा के मुख्यमंत्री श्री मनोहर लाल ने कहा कि राज्य सरकार किसानों को गन्ने का 340 रुपये प्रति क्विंटल का मूल्य दे रही है जो देश में सर्वाधिक है।

आज यहां हरियाणा विधानसभा के चल रहे बजट सत्र के दौरान लाए गए ध्यानाकर्षण प्रस्ताव पर जवाब देते हुए उन्होंने कहा कि गन्ने के मूल्य में और वृद्धि करने के लिए राज्य सरकार चरणबद्घ तरीके से सहकारी एवं निजी, दोनों चीनी मिलों की आय बढ़ाने सहित कई उपाय कर रही है।

उन्होंने कहा कि हालांकि चीनी मिलों की रिकवरी बढक़र 12 प्रतिशत तक हो गई है, लेकिन इसे और बढ़ाने के प्रयास किए जा रहे हैं क्योंकि गन्ने का मूल्य काफी हद तक चीनी मिलों की वित्तीय स्थिति पर निर्भर करता है।

मुख्यमंत्री ने कहा कि पिछले कई वर्षों में पहली बार चीनी की कीमत बढक़र 3000 रुपये प्रति क्विंटल से अधिक हुई है और अगर इसी तरह से कीमत बढ़ती रही और 3300 रुपये प्रति क्विंटल तक पहुंच जाती है तो राज्य सरकार अगले वर्ष गन्ने का मूल्य बढ़ाने में सक्षम होगी।

मुख्यमंत्री ने कहा कि राज्य सरकार का लक्ष्य किसानों की आय को बढ़ाना और गन्ने के मूल्य में वृद्धि करना भी है। उन्होंने कहा कि इसके लिए चीनी मिलों की स्थिति को भी ध्यान में रखा जाएगा जो कि पिछले कुछ वर्षों से घाटे में चल रही है। उन्होंने कहा कि राज्य सरकार द्वारा किसानों की अधिकतम उपज खरीदने के लिए चीनी मिलों की व्यवहार्यता के साथ-साथ आय बढ़ाने के लिए लगातार प्रयास किए जा रहे हैं। उन्होंने कहा कि संबंधित उपायुक्त को चीनी मिल, नारायणगढ़ का प्रभारी बनाया गया है ताकि मिल की आय को बढ़ाया जा सके।

मुख्यमंत्री ने कहा कि गन्ने का मूल्य विभिन्न कारकों पर निर्भर करती है। अपने दावे के समर्थन में 1975-76 के बाद से गन्ने के मूल्य का हवाला देते हुए उन्होंने कहा कि एक समय ऐसा भी था जब गन्ने का मूल्य 26 रुपये प्रति क्विंटल था, लेकिन मूल्य बढऩे की बजाय घटकर 22 रुपये प्रति क्विंटल हो गया। बाद में, इसे 22 रुपये से बढ़ाकर 23 रुपये और 23 रुपये से बढ़ाकर 24 रुपये प्रति क्विंटल किया गया। इसी प्रकार, 1980-81 में गन्ने का मूल्य 26 रुपये प्रति क्विंटल था जो 1983-84 में घटकर 24 रुपये प्रति क्विंटल और 1985-86 में फिर से बढक़र 27 रुपये प्रति क्विंटल हो गया। उन्होंने कहा कि इसी प्रकार, एक समय ऐसा भी था जब गन्ने का मूल्य 110 रुपये प्रति क्विंटल था और पांच साल तक गन्ने का मूल्य इतना ही रहा।