चण्डीगढ़, 12 मार्च -मुख्यमंत्री मनोहर लाल ने धर्मक्षेत्र कुरुक्षेत्र की पावन धरा से प्रदेश में प्राकृतिक खेती का माहौल तैयार करने की अलख जगाई है। इस अलख से हरियाणा के किसान खुशहाल हो और प्रदेश के नागरिकों का स्वास्थ्य ठीक रखने की तरफ आगे कदम बढ़ाया है। मुख्यमंत्री मनोहर लाल अपने मंत्रीमंडल और विधायकों के साथ गुरुकुल कुरुक्षेत्र में पहुंचे और गुरुकुल के प्राकृतिक खेती फार्म हाउस का भी बारीकि से अवलोकन किया। मुख्यमंत्री मनोहर लाल ने स्वयं पूरा दिन प्राकृतिक खेती के अनुभवों को सांझा करने के लिए व्यतित किया और पदमश्री सुभाष पालेकर प्राकृतिक कृषि कार्यशाला में किसानों, अधिकारियों और पत्रकारों से रुबरु होने के पश्चात गांव मिर्जापुर और कैंथला के पास गुरुकुल कुरुक्षेत्र के प्राकृतिक कृषि फार्म हाउस का अवलोकन करने के लिए मंत्रीगण और विधायकों के साथ पहुंचे। यहां पर मुख्यमंत्री मनोहर लाल सहित तमाम मेहमानों और अधिकारियों को प्राकृतिक कृषि फार्म हाउस में बेर, हल्दी, आलू, गाजर, बैंगन, शलगम, बंदगोभी, पालक, गन्ना, गेंहू, चना, घीया, तोरी, कद्दू सहित अन्य फसलों के बारे में विस्तार से जानकारी दी ।
मुख्यमंत्री मनोहर लाल ने खेती करने वाले लोगों से भी प्राकृतिक खेती के बारे में जानकारी हासिल की। उन्होंने कहा कि रसायनों के उपयोग एवं उनसे जनित बिमारियों तथा बढ़ती कृषि लागत के मध्यनजर पुन: प्राकृतिक खेती को अपनाया जाना समय की आवश्यकता है। इस पद्घति को अपनाने से उच्च गुणवता युक्त, पौष्टिïक एवं स्वादिष्टï उत्पाद प्राप्त होते है। रसायनिक कृषि से मानव, पशु-पक्षी, जल एवं पर्यावरण का नुकसान होता है जबकि कम लागत प्राकृतिक कृषि से इन सबके विनाश को रोका जा सकता है और प्राकृतिक संसाधनों की शाश्वतता निरंतर बढ़ती है।
यह खेती प्राकृतिक वस्तुओं के उपयोग से उच्च कोटि एवं स्वाद से भरा भोजना उपलब्ध करवाने के लिए कारगर साबित होती है। इस मौके पर हरियाणा के कृषि मंत्री जय प्रकाश दलाल, बिजली मंत्री रणजीत सिंह चौटाला, कृषि एवं किसान कल्याण विभाग के अतिरिक्त मुख्य सचिव संजीव कौशल, महानिदेशक विजय दहिया, उपायुक्त धीरेन्द्र खडगटा, पुलिस अधीक्षक आस्था मोदी सहित अन्य अधिकारीगण मौजूद थे।
गुरूवार, March 12, 2020