चंडीगढ़, 25 अप्रैल- कोरोना से उत्पन्न संकट के इस समय में प्रदेश की जनता को सरकार द्वारा दी जाने वाली सभी सुविधाओं का लाभ प्राप्त करने में किसी प्रकार की कोई समस्या न आए, इस उद्देश्य से हरियाणा को डिजिटल ट्रैक पर ले जाने के लिए एक कदम और आगे बढ़ाते हुए आज हरियाणा के मुख्यमंत्री श्री मनोहर लाल ने ‘जनसहायक’ (हेल्प मी)मोबाइल एपलिकेशन को लॉन्च किया है। इस एपलिकेशन के माध्यम से आमजन राशन, टेलीमेडिसन, बैंकों में जाने के लिए अपाइंटमेंट और नगद राशि को अपने घर पर ही प्राप्त करने जैसी विभिन्न सुविधाओं का लाभ ले सकते हैं।
यह मोबाइल एप्लिकेशन, जो विशेष रूप से कोरोना संकट में जरूरतमंदों की मदद करने के लिए बनाई गई है, ‘एंड्रॉइड प्ले स्टोर’ पर उपलब्ध एंड्रॉइड ओसिस पर काम करता है और किसी भी एंड्रॉइड आधारित स्मार्टफ़ोन में कार्य करेगा, जिसका उद्देश्य राज्य के लोगों को बस एक क्लिक के माध्यम से सुविधा प्रदान करना है।
मुख्यमंत्री ने कहा कि जिनके पास हरे रंग के कार्ड हैं अर्थात एपीएल कार्ड धारक और कुछ गरीब लोग जिनका किन्ही कारणों से बीपीएल कार्ड नहीं बन पाया, परंतु जिन्होंने कार्ड बनवाने के लिए आवेदन किया हुआ है, ऐसे सभी पात्र लोगों को 30 जून तक राशन की दुकानों से मुफ्त राशन देने का विचार किया है। इसके लिए पोर्टल खोल दिया गया है और कल से ‘डिस्ट्रेस राशन टोकन’ मिलने शुरू हो जाएंगे।मुख्यमंत्री ने आज ‘हरियाणा आज’ कार्यक्रम के माध्यम से प्रदेशवासियों को संबोधित करने के दौरान इस एपलिकेशन का शुभारंभ किया।
उन्होंने कहा कि जिस क्षण कोई भी नागरिक एपलिकेशन पर अपनी आवश्यकतानुसार विकल्प भरेगा, उसका आवेदन तुरंत संबंधित जिले के संबंधित अधिकारी को चला जाएगा। जब संबंधित अधिकारी द्वारा कार्य पूरा कर लिया जाएगा, तो नागरिक को सूचना पहुंच जाएगी। उन्होंने कहा कि यह ऐप किसानों को मंडी में अपनी फसल बेचने के लिए गेट पास बुक करने का भी विकल्प प्रदान करता है। इसके अलावा, वित्तीय सहायता पाने वाले नागरिक वास्तविक समय में अपने आवेदन की पात्रता और स्थिति के बारे में पता कर सकते हैं। मुख्यमंत्री ने इस ऐप को तैयार करने वाले अधिकारियों और टीम के सदस्यों की प्रशंसा भी की।
मुख्यमंत्री के अतिरिक्त प्रधान सचिव श्री वी. उमाशंकर ने ऐप के उपयोग के बारे में अधिक जानकारी देते हुए बताया कि ऐप एंड्रॉइड प्ले स्टोर पर उपलब्ध है और यह हिन्दी और अंग्रेजी दोनों भाषाओं में उपलब्ध है। अधिकारियों ने बताया कि यह ऐप जीपीएस युक्त है, इसका उद्देश्य हर व्यक्ति को समय पर आवश्यक सहायता प्रदान करना है। उन्होंने बताया कि इसका उपयोग करने के लिए, उपयोगकर्ता को पहले प्ले स्टोर से ऐप डाउनलोड करना होगा और उस पर पंजीकरण करना होगा।
श्री वी. उमाशंकर ने बताया कि यह ऐप लोगों को नकद की होम डिलीवरी का भी विकल्प प्रदान करता है। उन्होंने बताया कि इस सुविधा का उपयोग करने के लिए, उपयोगकर्ता को इस विकल्प का चुनाव करना होगा, इसके बाद नकदी का वितरण पोस्टल बैंक के माध्यम से बिना किसी खर्च के पोस्टमैन या डाकिये के माध्यम से किया जाएगा।
कौशल विकास और औद्योगिक प्रशिक्षण विभाग के प्रधान सचिव श्री विजयेंद्र कुमार ने बताया कि जो लोग संकट की इस घड़ी में अन्य लोगों की मदद करना चाहते हैं, उनके लिए ऐप पर तीन विकल्प उपलब्ध कराए गए हैं, जिसमें लोग स्वयंसेवकों के रूप में जरूरतमंदों की मदद के लिए आगे आ सकते हैं, किसी भी जरूरतमंद परिवार के लिए राशन की उपलब्धता में योगदान दे सकते हैं और हरियाणा कोरोना रिलीफ फंड में योगदान दे सकते हैं।
मुख्यमंत्री ने कहा कि कोरोना से निपटने में हरियाणा अन्य प्रांतों की तुलना में ठीक दिशा में आगे बढ़ रहा है और हम इसको रोक पाने में सफल हो रहे हैं। हरियाणा में कोरोना मरीजों की ठीक होने की दर यानी रिकवरी रेट भी आज 66.55 प्रतिशत हो गया है। रिकवरी रेट के मामले में हरियाणा देशभर में केरल के बाद दूसरे नंबर पर आ गया है।
उन्होंने कहा कि वर्तमान में राज्य के 12 जिले ऐसे हो गए हैं, जहां आज कोरोना संक्रमित एक भी पॉजिटिव केस नहीं है अर्थात यह क्षेत्र ग्रीन जोन में आ गए हैं। इसी प्रकार, जहां एक ओर राष्टï्रीय स्तर पर कोरोना संक्रमण मरीजों की संख्या हर 7 दिनों में दुगनी हो रही है वहीं हरियाणा में मरीजों की संख्या 18 दिनों में दुगनी हो रही है। उन्होंने कहा कि कोरोना का जो ग्राफ है वह होरिजॉन्टल हो रहा है।
मुख्यमंत्री ने कहा कि कोरोना की लड़ाई में, हमें डरने या उम्मीद खोने की जरूरत नहीं है; बल्कि हमें कोरोना को हराना है और उसके खिलाफ जीत हासिल करनी है। उन्होंने कहा कि कोरोना हरियाणा से हारेगा, भारत से भागेगा।