चंडीगढ़, 8 मई- हरियाणा के मुख्यमंत्री श्री मनोहर लाल ने कहा है कि राज्य सरकार इच्छुक प्रवासी श्रमिकों को उनके गृह राज्यों में पहुंचाने के लिए प्रतिबद्ध है और इसी कड़ी में हरियाणा से आज तीन विशेष श्रमिक रेलगाडिय़ों में लगभग 2520 प्रवासी श्रमिकों को बिहार और लगभग 1200 प्रवासी श्रमिकों को मध्य प्रदेश भेजा गया है।
उन्होंने कहा कि हरियाणा सरकार ने लॉकडाउन में फंसे और अपने घर जाने के इच्छुक प्रवासी श्रमिकों को राज्य सरकार के खर्च पर उनके गृह राज्यों में भिजवाने की पहल की है, जिसके तहत इन प्रवासी श्रमिकों को उनके गृह राज्यों में विशेष श्रमिक रेलगाडिय़ों व बसों के माध्यम से भेजा जा रहा है। उन्होंने कहा कि देश के किसी भी भाग में रहने वाले सभी भारतीय एक हैं और इनकी दुख-तकलीफ को दूर करना हम सब भारतीयों का दायित्व है। इसके अलावा, इन प्रवासी श्रमिकों का हरियाणा की उन्नति में उल्लेखनीय योगदान भी है।
-रेवाड़ी से सागर (मध्य प्रदेश) के लिए रवाना हुई रेलगाड़ी-
रेवाड़ी जक्ंशन से आज लगातार दूसरे दिन प्रवासी श्रमिकों को लेकर मध्यप्रदेश के सागर तक के लिए विशेष श्रमिक रेलगाड़ी रवाना हुई। इस स्पेशल ट्रेन में जिला रेवाड़ी में रह रहे 1122 प्रवासी श्रमिकों और पानीपत जिला के 78 श्रमिकों को मध्यप्रदेश के सागर भेजा गया है। इसके अलावा, इन सभी प्रवासी श्रमिकों के स्वास्थ्य की जांच भी गई हैं तथा सोशल डिस्टेंसिंग इत्यादि को बनाए रखा गया हैं।
- रोहतक से कटिहार (बिहार) के लिए रवाना हुई रेलगाड़ी-
इसी प्रकार, रोहतक से कटिहार (बिहार) 1204 प्रवासी श्रमिकों को विशेष श्रमिक रेलगाड़ी के माध्यम से भेजा गया हैं। इस रेलगाड़ी से रोहतक से कटिहार जाने वालों में यमुनानगर से 42, कुरूक्षेत्र से 280, करनाल से 26, सोनीपत से 163, पलवल से 37, रोहतक से 308, गुरूग्राम से 341 व पानीपत से 7 प्रवासी श्रमिक शामिल हैं। सभी श्रमिक बिहार के अररिया, कटिहार, मधेपुरा, पुर्णिया, सहरसा व सुपोल के रहने वाले हैं।
-अंबाला से भागलपुर (बिहार) के लिए रवाना हुई रेलगाड़ी-
उधर, अम्बाला छावनी के प्लेटफार्म नम्बर तीन से लगभग 1316 प्रवासी श्रमिकों को भागलपुर (बिहार) भेजा गया। इस ट्रेन में बिहार के खगडिया, मुंगेर, पश्चिमी चम्पारण, बेगूसराय व भागलपुर जिलों के प्रवासी श्रमिक हैं। इनमें अम्बाला, जींद, नारनौल, फरीदाबाद, कुरुक्षेत्र, यमुनानगर, करनाल, सोनीपत, हिसार, दादरी, रोहतक, झज्जर, गुरूग्राम, हांसी व मेवात के वे श्रमिक शामिल हैं, जो लॉक डाउन में गेहूं की कटाई के लिए इन स्थानों पर रूके हुए थे। प्रदेश सरकार द्वारा सभी श्रमिकों को नि:शुल्क भेजने का काम किया जा रहा है। आज अम्बाला से 85, झज्जर से 173, करनाल से 20, नारनौल से 102, सोनीपत से 12, कुरुक्षेत्र से 196, भिवानी/तोशाम से 121, रोहतक से 76, जींद से 404, चरखी दादरी से 50, पानीपत से 37, गुरुग्राम से 8, यमुनानगर से 3, फरीदाबाद से 2, मेवात से 3 और हिसार से आए 24 प्रवासी श्रमिकों को भेजा गया है।
-हरियाणा सरकार द्वारा प्रवासी श्रमिकों को उपलब्ध करवाई जा रही हैं सुविधाएं-
आज हरियाणा के इन रेलवे स्टेशनों पर सामाजिक दूरी बनाए रखने हेतु सर्किल लगाए गए। प्रवासी श्रमिकों हेतु रेलवे स्टेशन के प्रवेश द्वार पर मास्क, सेनिटाइजर व खाने-पीने का प्रबंध भी किया गया। यह सभी प्रवासी श्रमिक विभिन्न जिलों से बसों द्वारा राज्य के संबंधित रेलवे स्टेशनों पर लाए गए। रेलवे स्टेशन पर प्रवासी श्रमिकों की स्वास्थ्य जांच करने के उपरांत उन्हें संबंधित प्रशासन के स्टॉफ सदस्यों द्वारा उनकी बोगियों तक छोड़ा गया ताकि व्यवस्था बनी रहे।
-स्पेशल ट्रेनों में लगे हरियाणा सरकार जिंदाबाद के नारे-
स्पेशल ट्रेनों में बैठने के बाद प्रवासी श्रमिकों से जब बात की गई, तो वे पूरे जोश व उत्साह के साथ बोले- हरियाणा सरकार ने बिना कोई खर्च घर तक पंहुचाने की व्यवस्था की है। इसके अलावा हरियाणा सरकार ने खाना-पानी और रास्ते का भोजन भी दिया है। हरियाणा सरकार ने घर पंहुचने का सपना साकार कर दिया है, लगता नहीं था कि ट्रेन में बैठकर घर जा पाएंगे। श्रमिकों ने हाथ उठाकर बोला हरियाणा सरकार अच्छी है, हरियाणा सरकार जिंदाबाद।
-प्रवासी श्रमिकों का हुआ सपना साकार-
अम्बाला रेलवे स्टेशन पर पहुंचे प्रवासी श्रमिक रामगोपाल, रामशरण, मोहन पासवान, निर्मल यादव ने कहा कि राज्य सरकार द्वारा उन्हें भेजने की जो नि:शुल्क व्यवस्था की गई है, वो राज्य सरकार का बहुत ही सराहनीय कदम है और इसी कारण आज वे अपने घर के लिए सकुशल रवाना हो सकें हैं। आज उन्हें बहुत खुशी मिल रही है। इसी प्रकार, प्रवासी श्रमिक सुनीता देवी, रेखा व संजय कुमार ने बताया कि उन्हें यहां से सकुशल भेजा जा रहा है, वहीं उन्हें रास्ते के लिए खाना व अन्य सुविधाएं भी उपलब्ध करवाई गई हैं ताकि उन्हें किसी प्रकार की कोई परेशानी का सामना न करना पड़े, इसके लिए भी वे हरियाणा सरकार का तहेदिल से धन्यवाद करते हैं।