मंगलवार, May 26, 2020

चंडीगढ़, 26 मई- हरियाणा के मुख्यमंत्री श्री मनोहर लाल ने कहा कि वैश्विक कोरोना महामारी एक अभूतपूर्व काल है, जिसके चलते पिछले अढ़ाई महीने की अवधि में जनता, सरकार और प्रशासन के सामने कईं तरह की चुनौतिया आई, लेकिन लोगों ने लॉकडाउन के नियमों की पालना करते हुए संयम बरता और सरकार की अच्छी प्रबंध व्यवस्था से इस महामारी से भली-भांति निपटा जा रहा है।

मुख्यमंत्री आज करनाल के लघु सचिवालय स्थित सभागार में स्मार्ट सिटी प्रोजेक्ट को लेकर आयोजित एक बैठक में अधिकारियों से रू-ब-रू थे। बैठक में स्मार्ट सिटी के एजेंडे के अतिरिक्त उन्होंने वीडियो कॉन्फ्रेंसिंग से जिला के पत्रकारों से भी संवाद किया।

मुख्यमंत्री ने कहा कि हालांकि कोरोना अभी खत्म नहीं हुआ है परंतु इस दौरान कई अच्छे अनुभव सामने आए, जिनमें पुलिस, डॉक्टर व पैरा मेडिकल स्टाफ, सफाई कर्मियों व कई विभागों के कर्मचारियों की सेवा भावना एक मिसाल बनकर दिखाई दी।

उन्होंने कहा कि सबसे अहम बात यह रही है कि इस अवधि में केन्द्र सरकार के निर्देश पर मुख्यमंत्री, अन्य मंत्री व चंडीगढ़ मुख्यालय में बैठे वरिष्ठ अधिकारियों का जिलों के साथ प्रत्यक्ष समन्वय किया है और साथ ही में जिलों में संबंधित उपायुक्त के नेतृत्व में जिस तरह की सफल प्रबंध व्यवस्था की गई, वह काबिले तारीफ है। उन्होंने कहा कि अब मुख्यमंत्रियों को जिलों में जाने की अनुमति भी मिल गई है। उसी कड़ी में वे आज करनाल आए हैं और अगले कुछ दिनों में फिर से वे करनाल में दूसरी बैठक भी करेंगे।

स्मार्ट सिटी प्रोजेक्ट पर चर्चा के दौरान करनाल स्मार्ट सिटी लि0 द्वारा करीब 300 करोड़ के भिन्न-भिन्न प्रोजेक्ट शुरू करने का एजेंडा मुख्यमंत्री के समक्ष प्रस्तुत किया गया। इस पर मुख्यमंत्री ने कहा कि शहर को स्मार्ट बनाना है, उसके लिए ऐसी प्लानिंग की जाए, जिसका फायदा पूरे शहर के नागरिकों को हो। उन्होंने कहा कि बड़ी-बड़ी दीवारे खड़ी करना स्मार्ट सिटी नहीं है, बल्कि पेयजल व सीवरेज की बेहतर व्यवस्था, वायु प्रदुषण पर नियंत्रण, स्कूल, कॉलेज व फैक्ट्री जैसी सरकारी व गैर सरकारी भवनों पर रेन वाटर हार्वेस्टिंग सिस्टम, शहर में जगह-जगह एयर क्वालिटी के डिस्पले बोर्ड, वाहनों के अतिक्रमण और शहर को दूषित करने वाले वेस्ट की सीसी टीवी से ऑटोमेटिक चालानिंग, स्वच्छता ऐप, पार्को में ओपन जिम व अटल पार्क का और अधिक विकास करना जैसे कार्य स्मार्ट सिटी में किए जाने चाहिए। उन्होंने कहा कि स्मार्ट सिटी का मतलब यह की शहर सार्वजनिक रूप से दिखने में स्मार्ट लगे।

करनाल के उपायुक्त निशांत कुमार यादव ने मुख्यमंत्री का स्वागत करते हुए कोरोना अवधि में जिला में हुई गतिविधियों की जानकारी दी। उन्होंने बताया कि अब तक कोरोना के कुल 5135 टेस्ट किए गए है, इनमें से 33 केस पोजिटिव आए, 16 ठीक हो चुके है और 16 एक्टिव केस है। एक व्यक्ति की पहले ही मृत्यु हो गई थी। उन्होंने बताया कि पुलिस, वैंडर्स व डिलीवरी ब्वाय जैसे 1386 व्यक्तियों की रैंडम सैम्पलिंग की गई। प्रारम्भ में 64 पीपीई किट थी, अब ये 300 से अधिक है। स्वयं सहायता समूहों द्वारा 4 लाख मास्क वितरित किए गए, कोरोना से बचाव के लिए 91 हजार सेनेटाईजर भी बांटे गए। समाचार पत्रों के वितरण श्रृंखला से भी करीब 1 लाख मास्क नि:शुल्क पाठकों तक पहुंचाए गए। जिला के सैनिक स्कूल में 700 की क्षमता का क्वारंटाईन सेंटर बनाया गया और डॉक्टरों को क्वारंटाईन करने के लिए एनडीआरआई के काल्की भवन में सेंटर बनाया गया है। दो एम्बुलेंस से मोबाईल टेस्टिंग लैब गांव-गांव में भेजी गई। उन्होंने बताया कि कोरोना काल की अवधि में अब तक 40 हजार राशन किटें बांटी गई। इनमें शहर के दानवीरों द्वारा परिवारों को गोद लेकर अच्छा खासा सहयोग दिया गया। डिस्ट्रैस टोकन सिस्टम से 7 हजार परिवारों को राशन बांटा गया, मई- जून मास का भी बांटा जाएगा।

इस कार्यक्रम में शहरी स्थानीय निकाय विभाग के अतिरिक्त मुख्य सचिव एस एन राय, करनाल के उपायुक्त श्री निशांत कुमार यादव, पुलिस अधीक्षक एस एस भौरिया, मेयर रेणू बाला गुप्ता, करनाल स्मार्ट सिटी लि0 के सीईओ राजीव मेहता भी उपस्थित थे।