चंडीगढ़, 31 मई- हरियाणा के मुख्यमंत्री श्री मनोहर लाल ने कहा कि वैश्विक महामारी कोरोना से लडऩे के लिए हरियाणा सरकार ने विभिन्न कदम उठाए हैं और इस संकट के समय में प्रदेश में कोई भी व्यक्ति भूखा न रहे इसके लिए जरूरतमंद लोगों को राशन मुहैया करवाना सरकार की प्राथमिकता में शामिल रहा है। राशन कार्ड धारकों के साथ-साथ ऐसे व्यक्ति, जिनके पास कोई भी राशन कार्ड नहीं था, उन्हें डिस्ट्रैस टोकन के माध्यम से राशन मुहैया करवाया गया है। प्रदेश में 4 लाख 86 हजार लोगों को यह सुविधा दी गई। इसके साथ-साथ संकट की इस घड़ी में मजदूरों को उनके संबंधित राज्यों में भेजने की समुचित व्यवस्था प्रदेश सरकार द्वारा की गई। बसों और विशेष श्रमिक ट्रेनों के माध्यम से मजदूरों को उनके गृह राज्य पूरे इंतजाम के साथ पहुंचाया गया।
मुख्यमंत्री आज कैथल में विभिन्न विभागाध्यक्षों को संबोधित कर रहे थे। इस मौके पर महिला एवं बाल विकास राज्य मंत्री श्रीमती कमलेश ढांडा भी उपस्थित रही।
मुख्यमंत्री ने अधिकारियों को संबोधित करते हुए कहा कि कोरोना को हराने में शासन व प्रशासन ने दिन-रात कार्य किया है, जिसके परिणामस्वरूप हरियाणा प्रदेश की स्थिति दूसरे राज्यों की अपेक्षा ठीक है। कोरोना महामारी किसी ने भी नहीं देखी थी और इसका किसी को भी अनुभव नहीं था। पूरा विश्व इसकी चपेट में आया, जब भारत में इस महामारी ने दस्तक दी तो प्रधानमंत्री श्री नरेंद्र मोदी ने बड़ी सुझबुझ से कार्य करते हुए इसे फैलने से रोकने के दृष्टिगत लॉकडाउन जैसा महत्वपूर्ण फैसला लिया। हरियाणा प्रदेश में भी इसके संक्रमण को रोकने के लिए कार्य किया गया है। उन्होंने कहा कि इस महामारी को रोकने के लिए अभी तक कोई दवा नहीं बनी है, इसलिए सभी को मास्क, सोशल डिस्टेसिंग आदि सावधानियों को अपनी आदत में शामिल करना होगा। हरियाणा प्रदेश में इस महामारी के जांच के लिए टैस्टिंग लैब और बढ़ाई जाएंगी।
उन्होंने कहा कि कोरोना वैश्विक महामारी को रोकने की दिशा में प्रदेश के साथ-साथ जिला कैथल प्रशासन ने मुस्तैदी से कार्य किया है, जिसके लिए सभी बधाई के पात्र हैं। सभी लोगों को राशन मुहैया करवाने के लिए भी सरकार की ओर से व्यवस्था की गई। जिला कैथल में भी 25 हजार 416 लोगों को डिस्ट्रैस टोकन के माध्यम से राशन मुहैया करवाया गया।
मुख्यमंत्री ने कहा कि सरकार द्वारा कोरोना के चलते किसानों की फसल खरीदने के लिए वैकल्पिक खरीद केंद्र बनाए गए थे, ताकि किसी भी किसान को परेशानी न हो। उन्होंने कहा कि इस सीजन की किसानों की पेमैंट अगर बकाया है तो तुरंत संबंधित किसान को दिलवाना सुनिश्चित करें। उन्होंने कहा कि लॉकडाउन-4 खत्म हो गया है, स्वास्थ्य मंत्रालय द्वारा अब अनलोक-1 जारी किया गया है। इस अवधि में सभी व्यक्ति मास्क लगाकर रखें और सामाजिक दूरी का विशेष ध्यान रखें। उन्होंने कहा कि कोरोना का संक्रमण तेजी से फैलता है, इसे रोकने के लिए हम सभी को सावधानी बरतनी होगी, जो व्यक्ति दिशा-निर्देशों की अवहेलना करेगा, उसके लिए जुर्माने का प्रावधान भी किया गया है।
उन्होंने कहा कि प्रदेश सरकार भविष्य को लेकर भी योजनाएं बना रही है। आने वाली पीढ़ी के लिए प्रकृति की अनमोल देन, जल को बचाना बहुत जरूरी है, जो पानी आज हमारे पास है, उसका हमें उचित इस्तेमाल करना है। उन्होंने कहा कि पानी को बचाने के लिए सूक्ष्म सिंचाई प्रणाली बहुत लाभकारी है। उन्होंने कहा कि एक किलो चावल पैदा करने में 3 हजार लीटर पानी का दोहन होता है, इसलिए हमें अपने व आने वाली पीढ़ी हेतू जल बचाने के लिए फसल विविधिकरण को अपनाना होगा, जिससे अनमोल पानी की बचत होगी। उन्होंने कहा कि एक अपील के माध्यम से किसानों का आह्वान किया गया है कि धान की बजाए अन्य फसल लगाकर पानी की बचत करें।
इस अवसर पर पर्यटन निगम के चेयरमैन श्री रणधीर गोलन, विधायक श्री लीला राम, श्री ईश्वर सिंह, पुलिस अधीक्षक श्री शशांक कुमार सावन, एसडीएम श्री विवेक चौधरी और सुश्री शशि वसुंधरा सहित अन्य अधिकारी मौजूद रहे।