चण्डीगढ़, 4 जून- हरियाणा के मुख्यमंत्री श्री मनोहर लाल ने कबीर जयंती के अवसर पर देश व प्रदेश के लोगों को हार्दिक बधाई दी है। उन्होंने कहा कि संत शिरोमणि कबीर जी किसी एक जाति व सम्प्रदाय के नहीं थे बल्कि वे सम्पूर्ण मानव जाति के पथ-प्रदर्शक थे। उनकी वाणी और शिक्षाएं अमर हैं और आज भी नवीन प्रतीत होती हैं।
कबीर जयंती की पूर्व संध्या पर आज यहां जारी एक संदेश में मुख्यमंत्री ने कहा कि संत शिरोमणि कबीर भक्तिकाल के ऐसे कवि हैं, जिन्होंने अपना संपूर्ण जीवन समाज सुधार के कार्यों में लगा दिया। वे कर्म प्रधान कवि थे, इसका उल्लेख उनकी रचनाओं में देखने को मिलता है। कबीर का संपूर्ण जीवन समाज कल्याण एवं समाज हित में उल्लेखनीय है।
मुख्यमंत्री ने कहा कि आज की युवा पीढ़ी को संत कबीर दास जैसे महापुरूषों की जीवनी एवं शिक्षाओं से अवगत करवाने के लिए हरियाणा सरकार ने संत कबीर दास, संत रविदास तथा बाबा साहेब भीमराव अम्बेडकर जैसे महापुरूषों की जयंतियां सरकारी तौर पर मनाने की अनूठी पहल कर देश के समक्ष एक उदाहरण प्रस्तुत किया है।
उन्होंने प्रदेशवासियों से अपील की है कि वे संत-महात्माओं की शिक्षाओं और संदेशों को अपने जीवन में उतारें ताकि समाज में वैमनस्य की भावना खत्म हो और समानता, प्रेम, प्यार और भाईचारे की बयार बहे।
कबीर जी जात-पात के घोर विरोधी थे। उन्होंने अपनी वाणी में कहा है कि -
‘जाति-पाति पूछै नहीं कोई, हरि को भजै सो हरि का होई। ’
मुख्यमंत्री ने कहा कि कोविड-19 महामारी के कारण लॉकडाउन के चलते हमें अपने सभी त्यौहार एवं सामाजिक एवं धार्मिक कार्यक्रम सोशल डिस्टेसिंग के नियमों का पालन करते हुए मनाने होंगे।