सोमवार, June 29, 2020

चंडीगढ़, 29 जून- हरियाणा के मुख्यमंत्री श्री मनोहर लाल ने आज भारतीय प्रबंधन संस्थान (आईआईएम), रोहतक के विद्यार्थियों को आह्वान किया कि वे अनिश्चितता के इस समय में नई खोज करने की ओर बढ़ें, जैसे हरियाणा सरकार ने कोरोना संकट की इस अवधि का उपयोग करते हुए 42 नई पहलें शुरू की हैं और इस प्रकार प्रधान मंत्री श्री नरेंद्र मोदी की ‘आत्मनिर्भर भारत’ की परिकल्पना को साकार करते हुए एक मजबूत समाज और राष्ट्र के निर्माण में महत्वपूर्ण भूमिका निभाएं।

श्री मनोहर लाल आज यहां डिजिटल माध्यम से आईआईएम, रोहतक के पोस्ट ग्रेजुएट प्रोग्राम बैच 2020-22 के उद्घाटन सत्र में मुख्य अतिथि के रूप में बोल रहे थे।

विद्यार्थियों को भारत का भावी कर्णधार बताते हुए श्री मनोहर लाल ने कहा कि प्रधान मंत्री श्री नरेंद्र मोदी ने ‘आत्मनिर्भर भारत’ के निर्माण में देश के युवाओं के योगदान की आवश्यकता पर बल दिया है। उन्होंने कहा कि श्री मोदी ने अपनी इस परिकल्पना को साकार करने के लिए इन्फ्रास्ट्रक्चर, प्रौद्योगिकी द्वारा संचालित सिस्टम, इकोनॉमी, वाइबरेंट डेमोग्राफी और मांग जैसे पाँच स्तंभ दिए हैं और लोगों के सहयोग की मांग की है। इस अवसर पर श्री मनोहर लाल ने आईआईएम के शिक्षकों से देश को उन्नति और समृद्धि की नई ऊंचाइयों पर ले जाने के लिए युवाओं की प्रतिभा का उपयोग करने के लिए प्रभावी प्रणाली तैयार करने का भी आग्रह किया।

श्री मनोहर लाल ने कहा कि यह गर्व की बात है कि आईआईएम,रोहतक पिछले 10 वर्षों से देश के ऐसे शीर्ष संस्थानों में से एक है। शोध के संदर्भ में, यह वर्तमान में देश में 5वें स्थान पर है। उन्होंने कहा कि आज वे इस संस्थान के उन 267 विद्यार्थियों को संबोधित कर रहे हैं जिन्होंने लगभग 1.60 लाख छात्रों के साथ प्रतिस्पर्धा करके इस प्रतिष्ठित संस्थान में दाखिला लिया है। उन्होंने इस वर्ष प्रवेश पाने वाली छात्राओं की प्रतिशतता पर भी संस्थान को बधाई दी। वर्ष 2010 में, संस्थान में छात्राओं की संख्या केवल नौ प्रतिशत थी, जबकि वर्तमान बैच में छात्राओं की संख्या बढकऱ 69 प्रतिशत हो गई है। छात्राओं की संख्या में यह वृद्धि इस बात का भी प्रमाण है कि ‘बेटी बचाओ-बेटी पढ़ाओ’ कार्यक्रम ने सकारात्मक परिणाम देने शुरू कर दिए हैं।

उन्होंने कहा कि आईआईएम,रोहतक का अपने विद्यार्थियों की शत-प्रतिशत प्लेसमेंट का रिकॉर्ड है, फिर भी विद्यार्थियों का दृष्टिकोण केवल रोजगार प्राप्त करने तक सीमित नहीं होना चाहिए। इसके बजाय उन्हें व्यक्तिगत उपलब्धियों पर ध्यान केंद्रित करने के स्थान पर अपने मिशन के रूप में समाज कल्याण का कार्य करना चाहिए। हरियाणा सरकार के विभागों के लिए नीतियां तैयार करने हेतु दिए गए सुझावों के लिए आईआईएम, रोहतक के विद्यार्थियों की सराहना करते हुए उन्होंने कहा कि यह निश्चित रूप से उनके कामकाज को बेहतर बनाने में मदद करेगा। उन्होंने संस्थान के पाठ्यक्रम में ‘गीता’ को शामिल करने के लिए आईआईएम के निदेशक श्री धीरज शर्मा को भी बधाई दी।

श्री मनोहर लाल ने कहा कि राज्य सरकार ने कोविड-19 चुनौती को एक अवसर के रूप में लिया है और पिछले तीन महीनों में डिजिटल तकनीक के माध्यम से 42 नई पहल की हैं। उन्होंने कहा कि यह समझते हुए कि केवल 3आर शिक्षा ही पर्याप्त नहीं है, वर्तमान राज्य सरकार ने विद्यार्थियों के कौशल विकास पर जोर दिया है। एक समर्पित श्री विश्वकर्मा कौशल विश्वविद्यालय की स्थापना की गई है। इसके अलावा, राष्ट्रीय कौशल विकास मिशन की तर्ज पर कौशल विकास मिशन स्थापित किया गया है, जिसके माध्यम से 80,000 लोगों को कौशल प्रशिक्षण प्रदान करने के बाद रोजगार उपलब्ध कराया गया है। उन्होंने कहा कि राज्य में एक प्रशिक्षु कार्यक्रम भी शुरू किया गया है, जिसके तहत विभिन्न विभागों में 68,000 युवाओं को ऑन-जॉब प्रशिक्षण प्रदान किया गया है और उनमें से अधिकांश को प्रशिक्षण के स्थान पर रोजगार मिला है।

उन्होंने कहा कि शिक्षित बेरोजगार युवाओं को काम प्रदान करने के लिए ‘सक्षम युवा’ नामक नई योजना लागू की गई है। इस योजना के तहत 100 घंटे के काम के बदले पोस्ट ग्रेजुएट्स को 9000 रुपये और ग्रेजुएट्स को 7500 रुपये की मासिक वित्तीय सहायता प्रदान की जा रही है। उन्होंने कहा कि योजना के तहत अब तक एक लाख से अधिक विद्यार्थियों को 850 करोड़ रुपये का लाभ मिला है। उन्होंने कहा कि सरकार का लक्ष्य यह सुनिश्चित करना है कि राज्य का कोई भी युवा बेरोजगार न रहे।

इस अवसर पर विद्यार्थियों को संबोधित करते हुए मुख्यमंत्री के प्रधान सचिव श्री राजेश खुल्लर ने कहा कि कोविड-19 के इस अनिश्चितकाल में विद्यार्थियों को इस प्रतिष्ठित संस्थान में दाखिला प्राप्त करने पर खुशी होगी। उन्होंने कहा कि कोरोना संकट के बावजूद मुख्यमंत्री श्री मनोहर लाल के कुशल एवं दूरदर्शी नेतृत्व में राज्य सरकार ने समाज के सभी वर्गों की जरूरतों को पूरा करने के लिए डिजिटल प्रशासन के माध्यम से कई कल्याणकारी कदम उठाए हैं। श्री मनोहर लाल को विद्यार्थियों के लिए एक रोल मॉडल बताते हुए श्री खुल्लर ने कहा कि इस अवसर पर उन्हें प्रेरित और प्रोत्साहित करने के लिए उन्हें उन जैसा ओजस्वी व्यक्ति नहीं मिल सकता।

आईआईएम, रोहतक के निदेशक श्री धीरज शर्मा ने कहा कि वर्ष 2009 के बाद से 14 आईआईएम में आईआईएम, रोहतक देश में सबसे आगे है। उन्होंने कहा कि मुख्यमंत्री श्री मनोहर लाल के कुशल नेतृत्व में संस्थान ने विद्यार्थियों के लिए अनुकूल वातावरण बनाया है। उन्होंने कहा कि यह गर्व की बात है कि वर्तमान में देश के 24 राज्यों के विद्यार्थी इस संस्थान में शिक्षा प्राप्त कर रहे हैं। उन्होंने कहा कि कोविड-19 के दौरान विद्यार्थियों के साथ अधिक से अधिक वार्तालाप सुनिश्चित करने के मद्देनजर 25 प्रतिशत अतिरिक्त समय विशेष रूप से चर्चा के लिए रखा गया है।