चंडीगढ़ 23 जुलाई- समाज के लिए नि:स्वार्थ सेवा प्रदान करने में सामाजिक और धार्मिक संगठनों के योगदान की सराहना करते हुए हरियाणा के मुख्यमंत्री श्री मनोहर लाल ने आज कहा कि कोविड-19 महामारी के मद्देनजर राज्य सरकार द्वारा किए गए आहवान पर राज्य में सभी डॉक्टर, पैरा-मेडिक्स, स्वास्थ्य कार्यकर्ता, पुलिस-कर्मी मानव जाति की सेवा करने के लिए कोरोना योद्धाओं के रूप में काम कर रहे हैं और इस महामारी ने राज्य व देश के साथ-साथ पूरे विश्व को प्रभावित किया है।
श्री मनोहर लाल कोविड-19 के चलते आज रोहतक से वर्चुअली श्री सत्य संजीवनी इंटरनेशनल सेंटर फॉर चाइल्ड हार्ट केयर एंड रिसर्च पलवल में आयोजित 200वें बाल हृदय शल्य चिकित्सा के उपहार समारोह में संबोधित कर रहे थे।
इस अवसर पर श्री मनोहर लाल ने वर्चुअली उन चार बच्चों को जीवन-प्रमाण पत्र भेंट किए, जिनका सफलतापूर्वक आपरेशन हुआ तथा वे अब भविष्य में स्वस्थ जीवन जीने जा रहे हैं।
मुख्यमंत्री ने कहा कि श्री सत्य संजीवनी केंद्र गरीब परिवारों के बच्चों को मुफ्त हृदय उपचार की सुविधा प्रदान करके बेहतरीन सेवा प्रदान कर रहा है। उन्होंने उन बच्चों के परिवारों को भी बधाई दी, जिनका आज केंद्र में सफलतापूर्वक इलाज किए जाने के बाद गिफ्ट ऑफ लाइफ सर्टिफिकेट (गौरव पत्र) भेंट किया गया और अब वे अपने घरों को लौट रहे हैं।
बच्चों को देश का भविष्य बताते हुए श्री मनोहर लाल ने बच्चों के उचित शारीरिक और मानसिक विकास की आवश्यकता पर बल दिया ताकि वे राष्ट्र निर्माण में प्रभावी योगदान दे सकें। उन्होंने कहा कि श्री सत्य संजीवनी केंद्र द्वारा दिए जा रहे मुफ्त उपचार से न केवल समाज के कमजोर वर्गों के लोगों को लाभ मिलता है, बल्कि दूसरों को भी इस नेक काम में योगदान करने की प्रेरणा मिलती है।
श्री मनोहर लाल ने कहा कि जैसा कि पिछले कुछ महीनों के दौरान भारत और दुनिया कोविड-19 से जूझ रही हैं, इस महामारी से लडऩे के लिए समाज के सभी वर्गों को एक साथ आगे आने की जरूरत है। उन्होंने कहा कि राज्य सरकार के अलावा, हजारों एनजीओ और अन्य सामाजिक व धार्मिक संगठन गरीबों और जरूरतमंद लोगों की मदद के लिए आगे आए भी हैं। उन्होंने कहा कि राज्य सरकार द्वारा उन मजदूरों को भोजन और आश्रय प्रदान करने के लिए राहत शिविर स्थापित किए गए, जो लॉकडाऊन के दौरान उद्योगों के बंद होने के कारण बेरोजगार हो गए थे। उन्होंने कहा कि राज्य में 80,000 लोगों की क्षमता वाले ऐसे लगभग 600 शिविर लगाए गए। इसके अलावा, पोजिटिव कोविड-19 रोगियों के उपचार के लिए राज्य के अस्पतालों और मेडिकल कालेजों में बिस्तरों की पर्याप्त व्यवस्था भी की गई है। उन्होंने कहा कि निजी अस्पतालों में कोविड-19 रोगियों के लिए विशेष रूप से 25 प्रतिशत बेड आरक्षित किए हैं।
उन्होंने कहा कि राज्य सरकार ने कोरोना महामारी से निपटने के लिए कोरोना रिलीफ फंड की भी स्थापना की है और समाज के सभी वर्गों को उदारता से इस फंड में योगदान करने के लिए प्रेरित किया है। उन्होंने कहा कि इसके परिणामस्वरूप, इस कोष में अब तक लोगों द्वारा 290 करोड़ रुपये का योगदान किया गया है। इसके अलावा, लगभग 100 ट्रेनों और लगभग 5700 बसों की व्यवस्था के साथ राज्य सरकार द्वारा अपने गृह राज्यों में लौटने के इच्छुक श्रमिकों को मुफ्त परिवहन सुविधा प्रदान की गई।
इससे पहले, मुख्यमंत्री ने गरीबों और बीमार बच्चों के इलाज के लिए नि:स्वार्थ भाव से अपने कर्तव्यों का निर्वहन करने के लिए श्री सत्य संजीवनी केंद्र पलवल के डॉक्टरों, नर्सों, पैरा-मेडिक्स और अन्य स्टाफ की सराहना भी की। उन्होंने गरीबों और जरूरतमंद बच्चों की मदद के लिए केंद्र को राज्य सरकार के सहयोग हेतू पेशकश भी की।
श्री सत्य साई हेल्थ एंड एजुकेशन ट्रस्ट के अध्यक्ष श्री सी. श्रीनिवास ने संजीवनी के अनुकंपा कार्य के मॉडल और राष्ट्र निर्माण में इसके प्रभाव पर प्रकाश डाला। उन्होंने बाल हृदय देखभाल, प्रशिक्षण और उन्नत अनुसंधान में राष्ट्रीय श्रेष्ठता संस्थान बनने के लिए श्री साई संजीवनी पलवल की परिकल्पना भी की।
अस्पताल के निदेशक डॉ. सुब्रमण्यन ने कहा कि मेडिकल टीम ने सभी बाधाओं के बावजूद कार्य करते हुए कोविड के दौरान भी जन्मजात हृदय रोगों से पीडि़त बच्चों की जान बचाई है और आज 200 नि:शुल्क जीवन रक्षक सर्जरी पूरी की गई है।