चंडीगढ़, 3 अगस्त- हरियाणा के मुख्यमंत्री श्री मनोहर लाल ने रक्षाबंधन के पावन अवसर पर प्रधानमंत्री श्री नरेन्द्र मोदी के ‘बेटी बचाओ-बेटी पढ़ाओ’ अभियान को आगे बढ़ाते हुए 11 नए महाविद्यालय खोलने की घोषणा की। इसके साथ ही, हरियाणा देश का पहला ऐसा राज्य बन गया है, जहां 15 किलोमीटर की परिधि में एक महाविद्यालय होगा।
आज पंचकूला के सैक्टर-1 स्थित राजकीय स्नातकोत्तर महाविद्यालय में आयोजित एक समारोह में मुख्यमंत्री ने इन कॉलेजों की घोषणा की। इसके साथ ही, श्री मनोहर लाल ने वृक्षारोपण किया तथा पर्यावरण की रक्षा के लिए लोगों से वृक्षबंधन का भी आह्वान किया।
मुख्यमंत्री ने कहा कि शिक्षा दान एक महादान है। इसी के मद्देनजर प्रदेश में गत 5 वर्षों में 97 नए कॉलेज खोले गए जबकि पिछले 48 वर्षों में केवल 75 कॉलेज ही खोले गए थे। उन्होंने कहा कि संयोग की बात है कि हाल ही में नई राष्ट्रीय शिक्षा नीति घोषित हुई है। इसमें वर्ष 2030 तक उच्चतर शिक्षा में ग्रॉस इनरोलमेंट रेश्यो (जीईआर) 50 प्रतिशत तक करना है, जो वर्तमान में 32 प्रतिशत तक है। उन्होंने विश्वास व्यक्त किया कि हरियाणा सरकारी प्रयासों के साथ-साथ गैर-सरकारी समितियों, समाज के प्रबुद्धजनों के सहयोग से इस लक्ष्य को हासिल करेगा। नई शिक्षा नीति में कक्षा 6 से ही व्यावसायिक रूप से विद्यार्थी के हुनर के अनुरूप विषय चुनने का विकल्प दिया गया है, जो इस नीति की सबसे बड़ी खूबी है।
श्री मनोहर लाल ने कहा कि भगवान विश्वकर्मा के नाम से हरियाणा में देश का पहला कौशल विकास विश्वविद्यालय पलवल जिले के दुधोला में खोला गया है। वर्तमान में हजारों युवा इस विश्वविद्यालय में कौशल शिक्षा हासिल कर रहे हैं। उन्होंने कहा कि नई शिक्षा नीति प्रधानमंत्री का ‘आत्मनिर्भर भारत’ बनाने की दिशा में कारगर सिद्ध होगी। इससे शिक्षा के क्षेत्र में आमूल-चूल परिवर्तन होगा और यह रोजगारपरक होगी।
मुख्यमंत्री ने कहा कि यह कार्यक्रम केवल 10 महाविद्यालयों की घोषणा का था, परन्तु आज ही महिला एवं बाल विकास मंत्री श्रीमती कमलेश ढांडा के अनुरोध पर कलायत विधानसभा क्षेत्र के गांव राजौंद में भी कॉलेज खोलने का निर्णय लिया गया है। इसके साथ ही, अब प्रदेश में एक साथ 11 महाविद्यालय खोले जाएंगे। हमारी बहन-बेटियों के लिए रक्षाबंधन का यह विशेष तोहफा है। उन्होंने कहा कि अब 15 किलोमीटर के दायरे में कोई न कोई महाविद्यालय खोला जा चुका है। सरकार का लक्ष्य 10 किलोमीटर की परिधि में एक महाविद्यालय खोलने का है। उन्होंने प्रदेश के लोगों से आह्वïान किया कि अगर किसी क्षेत्र में इससे अधिक दूरी पर महाविद्यालय है तो वे इसे सरकार के संज्ञान में लाएं, तुरन्त कार्रवाई की जाएगी।
श्री मनोहर लाल ने कहा कि ‘सबका साथ-सबका विकास’ की राह पर चलते हुए आज पंचकूला से नूंह तथा जगाधरी से डबवाली तक हर विधानसभा क्षेत्र को कोई न कोई महाविद्यालय दिया गया है। उन्होंने कहा कि इस समय प्रदेश के सभी हलकों में 161 सरकारी महाविद्यालय हंै, जो किसी न किसी विधानसभा क्षेत्र में पड़ते हैं। परन्तु यह हैरानी की बात है कि कांग्रेस के 10 वर्षों के शासनकाल में बरोदा विधानसभा हलके में एक भी महाविद्यालय नहीं खोला गया। इसलिए बरोदा हलके में दो महाविद्यालय दिए गए हैं।
मुख्यमंत्री ने कहा कि पंचायती राज संस्थानों में पढ़े-लिखे जनप्रतिनिधि आएं, इसके लिए उन्होंने न्यायालय तक लड़ाई लड़ी। इसका परिणाम यह हुआ कि वर्ष 2016 में 33 प्रतिशत आरक्षण की तुलना में 43 प्रतिशत महिलाएं चुनकर आईं। उन्होंने कहा कि आगामी पंचायती राज चुनावों में महिलाओं के लिए 50 प्रतिशत सीटें आरक्षित की जाएंगी। कन्या भ्रूण-हत्या समाज में एक कलंक है और हरियाणा में इसकी स्थिति कुछ साल पहले और भी खराब थी। इसके मद्देनजर ‘बेटी बचाओ-बेटी पढ़ाओ’ अभियान की शुरुआत की गई। सरकारी प्रयासों के साथ-साथ, जनसहयोग से इस अभियान के सार्थक परिणाम आए और वर्तमान में लिंगानुपात 923 तक पहुंच गया है जो पहले केवल 871 था।
श्री मनोहर लाल ने वृक्षारोपण को वृक्षबंधन का कार्यक्रम बताते हुए कहा कि हमें वृक्षों को भी रक्षासूत्र में बांधना होगा। उन्होंने वृक्षों को रक्षासूत्र बांधते हुए इनकी परवरिश करने का संकल्प दिलाया। इस अवसर पर उन्होंने उच्चतर शिक्षा विभाग द्वारा तैयार की गई वृक्षबंधन डॉक्यूमेंट्री का अवलोकन किया और इसका ऐप भी लांच किया। इस पर कोई भी विद्यार्थी पौधारोपण व उसकी सुरक्षा करके फोटो अपलोड कर सकता है। इस मौके उन्हें स्वामी विवेकानंद की पुस्तक ‘आई एम इंडिया’ भेंट की गई।
हरियाणा विधानसभा अध्यक्ष श्री ज्ञानचंद गुप्ता ने कहा कि पंचकूला के लिए आज ऐतिहासिक दिन है। मोरनी हिल्स जैसे दुर्गम पहाड़ी क्षेत्र में अब तक कोई कॉलेज नहीं था। आज इस क्षेत्र को मुख्यमंत्री ने एक बड़ी सौगात दी है। इससे पहले, पंचकूला में अंग्रेजी माध्यम से हरियाणा का पहला वरिष्ठ माध्यमिक विद्यालय शुरू किया गया है। इसके अलावा, जिले में 5 प्राइमरी स्कूल भी अंग्रेजी माध्यम के खोले गए हैं। इन स्कूलों से पंचकूला में शिक्षा का ग्राफ बढ़ा है और पिछले वर्षों की तुलना में 10वीं व 12वीं कक्षाओं के नतीजे भी बेहतर आ रहे हंै।
केन्द्रीय जलशक्ति राज्यमंत्री श्री रतन लाल कटारिया ने कहा कि हरियाणा में केन्द्र सरकार की ‘नल से जल योजना’ के तहत बेहतर कार्य किए जा रहे हैं। उन्होंने कहा कि यह प्रधानमंत्री श्री नरेन्द्र मोदी की एक महत्वाकांक्षी योजना है। इसके तहत वर्ष 2024 तक हर घर में नल से जल पहुंचाया जाएगा। इस योजना में हरियाणा पहले ही काफी आगे चल रहा है। इसके लिए मुख्यमंत्री बधाई के पात्र हंै। उन्होंने कहा कि आज के 11 महाविद्यालय महिला शिक्षा के क्षेत्र में मील का पत्थर साबित होंगे।
हरियाणा के शिक्षा मंत्री श्री कंवर पाल ने कहा कि नई शिक्षा नीति के आने से पहले ही प्रदेश में 1000 प्ले स्कूल खोलने की योजना तैयार की जा चुकी थी। इसके अलावा, मिड-डे मील योजना के तहत प्रदेश के स्कूलों में अब विद्यार्थियों को सप्ताह में 6 दिन दूध उपलब्ध करवाया जाएगा। उन्होंने कहा कि कोविड-19 के दौरान ऑनलाइन कक्षाएं लगाकर हरियाणा ने देश में बेहतरीन प्रदर्शन किया। हिमाचल व गुजरात के बाद हरियाणा देश में अव्वल स्थान पर रहा है। उन्होंने कहा कि बच्चों के स्वास्थ्य व शिक्षा पर मुख्य रूप से फोकस किया जा रहा है। प्रदेश में उच्च शिक्षा के साथ-साथ 98 संस्कृति मॉडल स्कूल भी खोले जा रहे हैं।
कार्यक्रम को उच्चतर शिक्षा विभाग के प्रधान सचिव अंकुर गुप्ता, महानिदेशक अजीत बाला जोशी तथा प्राचार्य डॉ. अर्चना मिश्रा ने भी संबोधित किया। कॉलेज छात्राओं ने मुख्यमंत्री व अन्य विशिष्टï अतिथियों को राखी भी बांधीं।
इस मौके पर उपायुक्त मुकेश कुमार आहूजा, पुलिस आयुक्त सौरभ सिंह, पुलिस उपायुक्त मोहित हांडा, नगर निगम आयुक्त महावीर सिंह, भाजपा जिला प्रधान दीपक शर्मा, श्याम लाल बंसल, कुलभूषण गोयल सहित पार्टी के कई पदाधिकारी व प्रशासनिक अधिकारी मौजूद रहे।