चंडीगढ़, 3 नवंबर- हरियाणा के मुख्यमंत्री श्री मनोहर लाल ने अधिकारियों को निर्देश दिए हैं कि ‘जल जीवन मिशन’ के तहत योजनाओं की विस्तृत परियोजना रिपोर्ट तैयार करते समय स्थानीय विधायकों को अवश्य शामिल करें क्योंकि यह योजना प्रधानमंत्री श्री नरेंद्र मोदी की एक महत्वकांक्षी योजना है और स्थानीय विधायक अपने-अपने क्षेत्र के मांग के अनुरूप पेयजल की योजना बनवा सकते हैं।
मुख्यमंत्री आज केंद्रीय जल शक्ति मंत्री श्री राजेंद्र सिंह शेखावत के साथ वीडियो कांफ्रेंसिंग के माध्यम से ‘जल जीवन मिशन’ पर हुई समीक्षा बैठक में हरियाणा का पक्ष रख रहे थे। मुख्यमंत्री ने अधिकारियों को इस बात के भी निर्देश दिए कि आने वाले समय में पानी महत्वपूर्ण घटक रहेगा, जो हर किसी के लिए चिंता का विषय रहेगा। इसके लिए अभी से हमें जल सरंक्षण योजनाओं पर फोकस करना पड़ेगा, ताकि हम भावी पीढिय़ों को पानी दे सकें।
मुख्यमंत्री ने कहा कि ‘जल जीवन मिशन’ इसी कड़ी में प्रधानमंत्री श्री नरेंद्र मोदी का विजऩ है। ग्राम पंचायतों के साथ-साथ जिला परिषदों, ब्लॉक समितियों के जनप्रतिनिधियों को भी सक्रिय रूप से इस मिशन के साथ जोड़ा जाना चाहिए। उन्होंने अधिकारियों को कहा कि भविष्य में ‘जल जीवन मिशन’ के अलग से सीईओ नियुक्त किए जाने चाहिए, क्योंकि जिलों में उपायुक्तों के पास कार्यभार अधिक होता है।
बैठक में जन स्वास्थ्य विभाग के अतिरिक्त मुख्य सचिव श्री देवेंद्र सिंह, विकास एवं पंचायत विभाग के प्रधान सचिव श्री सुधीर राजपाल, ग्रामीण विकास निदेशक श्री हरदीप सिंह, जन स्वास्थ्य विभाग के अभियंता प्रमुख श्री मनपाल सिंह के अलावा अन्य अधिकारी भी उपस्थित थे।