चण्डीगढ़, 3 दिसम्बर- हरियाणा के मुख्यमंत्री श्री मनोहर लाल ने कहा कि शहीदी स्मारकों का अपना महत्व होता है और हर देशवासी को अपने शहीदों पर गर्व होना चाहिए। उन्होंने कहा कि अम्बाला छावनी में 1857 के भारत के प्रथम स्वतंत्रता संग्राम के शहीदों के सम्मान में बनाए जा रहेे वार मेमोरियल में हरियाणा, खासकर अम्बाला और इसके आस-पास के क्षेत्रों के शहीदों पर फोकस किया जाएगा क्योंकि आजादी की इस लड़ाई की शुरुआत यहीं से हुई थी।
मुख्यमंत्री आज यहां वार मेमोरियल तथा गुजरात में ‘स्टेच्यू ऑफ यूनिटी’ के पास ‘एक भारत श्रेष्ठ भारत कॉम्पलेक्स’ में बनाए जा रहे ‘हरियाणा भवन’ के बारे में बुलाई गई एक बैठक की अध्यक्षता कर रहे थे। गृह मंत्री श्री अनिल विज भी बैठक में उपस्थित रहे।
बैठक में बताया गया कि अम्बाला में 22 एकड़ भूमि पर बनाए जा रहे इस वार मेमोरियल का निर्माण कार्य 31 मार्च, 2022 तक पूरा होने की संभावना है। इस युद्ध स्मारक में एक ओपन एयर थियेटर होगा के अलावा एग्जीबिशन हॉल, फूड कोर्ट, रिहर्सल रूम आदि होंगे। यहां पर एक इंटरप्रीटेशन सेंटर भी बनाया जाएगा जहां वीआईपी लॉन्ज एवं कॉफ्रेंस रूम, वार मेमोरियल ओरियंटेशन रूम, दुकानें आदि होंगे। यहां पर 11 हजार वर्ग मीटर में एक म्यूजियम भी बनाया जाएगा। इसके अलावा, ऑडिटोरियम, वाटर बॉडी और मेमोरियल टावर भी होंगे। इस दौरान बताया गया कि राष्ट्रीय राजमार्ग पर होने के चलते इस स्मारक में बड़ी संख्या में पर्यटक आएंगे जिससे सरकार के राजस्व में बढ़ोतरी होगी।
हरियाणा के गृह मंत्री श्री अनिल विज ने संबंधित अधिकारियों और पक्षों को इस वार मेमोरियल में राखी गढ़ी को भी शामिल करने के निर्देश दिए। उन्होंने कहा कि अम्बाला में बनने वाला म्यूजियम प्रथम स्वतंत्रता संग्राम की पूरी कहानी बयान करेगा। इसमें अम्बाला, मेरठ और दिल्ली समेत क्रांति के प्रमुख स्थानों तथा झांसी की रानी लक्ष्मीबाई, तांत्या टोपे और बहादुरशाह जफर जैसे वीरों के शौर्य को भी दर्शाया जाएगा। यहां पर आजादी की लड़ाई के प्रतीक कमल और चपाती को भी दर्शाया जाएगा।
इसी तरह, गुजरात में नर्मदा नदी के किनारे पर ‘स्टेच्यू ऑफ यूनिटी’ के निकट लगभग 28 एकड़ भूमि में स्थापित किए जा रहे ‘एक भारत श्रेष्ठ भारत कॉम्पलेक्स’ में हरियाणा सरकार द्वारा बनाए जा रहे राज्य भवन की वास्तुकला कुछ इस तरह की होगी जिससे कि दर्शक को दूर से पता लग जाएगा कि यह बिल्डिंग हरियाणा की है। इस भवन की दीवारों पर गीता के श्लोक उकेरे जाएंगे। धर्मक्षेत्र कुरुक्षेत्र का संबंध द्वारिका से भी दर्शाया जाएगा। उल्लेखनीय है कि मुख्यमंत्री श्री मनोहर लाल ने पहली जनवरी, 2019 को इस ‘हरियाणा भवन’ की आधारशिला रखी थी।
बैठक में मुख्य सचिव श्री विजय वर्धन, मुख्यमंत्री के मुख्य प्रधान सचिव श्री डी.एस. ढेसी, लोक निर्माण (भवन एवं सडक़ें) तथा वास्तुकला विभागों के अतिरिक्त मुख्य सचिव श्री आलोक निगम, सूचना, जन-सम्पर्क एवं भाषा विभाग की अतिरिक्त मुख्य सचिव श्रीमती धीरा खंडेलवाल, शहरी स्थानीय निकाय विभाग के अतिरिक्त मुख्य सचिव श्री एस.एन. राय, मुख्यमंत्री के प्रधान सचिव श्री वी.उमाशंकर, अमित आर्य, मुख्यमंत्री की उपप्रधान सचिव श्रीमती आशिमा बराड़, वन एवं वन्य प्राणी विभाग की प्रधान सचिव श्रीमती जी.अनुपमा, पर्यटन विभाग के प्रधान सचिव श्री एम.डी. सिन्हा, कार्मिक तथा प्रशिक्षण विभाग के सचिव श्री पंकज अग्रवाल, सूचना, जन-सम्पर्क एवं भाषा विभाग के महानिदेशक श्री पी.सी. मीणा और मुख्यमंत्री कार्यालय में रिसोर्स मोबलाइजेशन सैल के सलाहकार योगेंद्र चौधरी समेत अन्य वरिष्ठ अधिकारी भी मौजूद रहे।