रविवार, December 13, 2020

चंडीगढ़, 13 दिसंबर- हरियाणा के मुख्यमंत्री श्री मनोहर लाल ने कहा कि प्रदेश सरकार निरंतर समाज के उत्थान और विकास के लिए कार्य कर रही है। नई-नई योजनाएं बनाई जा रही हैं, परंतु इन योजनाओं के सफल क्रियान्वयन के लिए समाज का साथ होना अति आवश्यक है। इसलिए सामाजिक संस्थाओं को  सरकार का सहयोग करने के लिए सदैव अग्रिम पंक्ति में रहना चाहिए तभी सही मायनों में सबका साथ-सबका विकास का मूलमंत्र सार्थक होगा।

श्री मनोहर लाल आज यहां वीडियो कॉन्फ्रेंसिंग के माध्यम से जिला फतेहाबाद में पंचनद सदन का शिलान्यास करने के उपरांत संबोधित कर रहे थे। मुख्यमंत्री ने इस पंचनद सदन के निर्माण के लिए सरकार की ओर से 11 लाख रुपये की आर्थिक सहायता प्रदान करने की भी घोषणा की।

उन्होंने कहा कि सामाजिक संस्थाओं द्वारा निर्मित इस प्रकार के भवन सदैव समाज को जोडऩे का कार्य करते हैं, जहां सभी बिरादरी के लोग एकत्र होकर सामाजिक दृष्टिकोण से विभिन्न विषयों को लेकर आगे बढ़ते हैं। उन्होंने कहा कि सरकार निरंतर अपना दायित्व निभा रही है । चाहे वह शिक्षा के क्षेत्र की बात हो, गरीब परिवारों को स्वास्थ्य सुविधाएं प्रदान करने की बात हो या प्रदेश के युवाओं को रोजगार मुहैया करवाने की बात हो। राज्य सरकार ने शिक्षा के स्तर में और अधिक सुधार करने हेतु संस्कृति मॉडल स्कूल खोलने का निर्णय लिया है। इसके अलावा, प्रारंभ से ही बच्चों के सर्वांगीण विकास पर ध्यान केंद्रित करते हुए 1 हजार प्ले-वे स्कूल भी खोले जा रहे हैं।

उन्होंने कहा कि व्यक्ति के जीवन में शिक्षा के साथ-साथ हुनर का भी अत्यंत महत्व होता है। इसी सोच के साथ हरियाणा सरकार ने पलवल में श्री विश्वकर्मा कौशल विश्वविद्यालय की स्थापना की है, जोकि कौशल विकास के नाते से अपने आप में देश का पहला विश्वविद्यालय है। इस विश्वविद्यालय में युवाओं को विभिन्न प्रकार के कौशल का प्रशिक्षण दिया जा रहा है, जिससे युवा रोजगार योग्य तो बन ही रहा है साथ ही स्व: रोजगार स्थापित कर दूसरों को रोजगार देने वाले उद्यमी के रूप में भी निखर रहा है।

श्री मनोहर लाल ने कहा कि सरकार गरीब परिवारों को स्वास्थ्य सुविधाएं प्रदान करने की ओर अग्रसर है। प्रधानमंत्री श्री नरेंद्र मोदी द्वारा आरंभ की गई आयुष्मान भारत योजना इसी कड़ी में एक बड़ा कदम है। उन्होंने कहा कि राज्य सरकार भी सभी डिस्पेंसरी, प्राथमिक स्वास्थ्य केंद्रों, सामुदायिक स्वास्थ्य केंद्रों, अस्पतालों और मेडिकल कॉलेजों में  हर प्रकार की चिकित्सा सुविधाओं को बढ़ा रही है। उन्होंने कहा कि आने वाले समय में हर जिले में कम से कम एक मेडिकल कॉलेज अवश्य होगा, यह सपना भी जल्द पूरा होने वाला है। साथ ही, मेडिकल कॉलेजों में सीटें भी बढ़ाई हैं, जिससे अगले पाँच सालों में प्रदेश में सरकारी डॉक्टरों की कमी पूरी हो जाएगी।

मुख्यमंत्री ने कहा कि सरकार का दायित्व प्रदेश के हर व्यक्ति की चिंता करना है। इसी उद्देश्य और सोच के चलते सरकार एक महत्वकांक्षी योजना 'परिवार पहचान पत्र' चला रही है, जिसमें प्रदेश के सभी परिवारों का डाटा एकत्र किया जा रहा है। उन्होंने कहा कि अभी तक 55 प्रतिशत परिवारों का पंजीकरण हो चुका है और जिन्होंने अभी तक पंजीकरण नहीं करवाया है, वे भी जल्द से जल्द अपने परिवार का पंजीकरण करवा लें।

उन्होंने कहा कि सरकार के दायित्वों के साथ-साथ सामाजिक संस्थाओं को भी सरकार के सहयोग के लिए आगे आना चाहिए और सेवाभाव से समाज के लोगों के कल्याण के लिए कार्य करना चाहिए।

इस अवसर पर मुख्यमंत्री के मुख्य प्रधान सचिव श्री डी. एस. ढेसी उपस्थित भी थे। इसके अलावा, वीडियो कॉन्फ्रेंसिंग के माध्यम से फरीदाबाद से स्वामी धर्मदेव जी महाराज, थानेसर के विधायक श्री सुभाष सुधा, फतेहाबाद के विधायक श्री दुड़ा राम, रतिया के विधायक श्री लक्ष्मण नापा और पंचनद ट्रस्ट के जिला प्रधान श्री राधा कृष्ण नारंग सहित अन्य गणमान्य व्यक्ति शामिल हुए।