बुधवार, February 3, 2021

चण्डीगढ़, 3 फरवरी - हरियाणा सरकार ने भूना सहकारी चीनी मिल के कर्मचारियों को राहत प्रदान करते हुए विभिन्न सहकारी चीनी मिलों एवं सहकारी संस्थाओं में उपलब्ध रिक्त पदों व पदों को पुनः सृजित करके नियुक्ति देने का निर्णय लिया है।

इस आशय का निर्णय हरियाणा के मुख्यमंत्री श्री मनोहर लाल की अध्यक्षता में विगत  में आयोजित एक बैठक में लिया गया।

इस संबंध में पुनः रोजगार प्राप्त कर्मचारी हरियाणा के सहकारिता मंत्री डा. बनवारी लाल व हरियाणा सार्वजनिक उपक्रम ब्यूरो के अध्यक्ष श्री सुभाष बराला से मिले और उनका इस राहत प्रदान करने वाले फैसले का स्वागत करते हुए अभिनंदन व आभार व्यक्त किया। 

हरियाणा के सहकारिता मंत्री डा. बनवारी लाल ने बताया कि राज्य की सहकारी चीनी मिलों में समाप्त पदों को पुनः सृजित करते हुए 109 कर्मचारियों को विभिन्न सहकारी चीनी मिलों में नियुक्ति हेतु भेज दिया गया है तथा दो कर्मचारी सेवानिवृत हो गए हैं। इसके अलावा, जिन कर्मचारियों की सेवानिवृति आगामी 31 दिसंबर, 2025 तक होनी है और जो किसी भी पद की योग्यता पूर्ण नहीं करते हैं, ऐसे 159 कर्मचारियों को सहकारी चीनी मिलों में रिटेनरशिप के आधार पर भेज दिया गया है । जब भी संबंधित मिल को उनकी सेवाओं की आवश्यकता होगी, तब उन्हें बुलाया जाएगा। उन्होंने बताया कि शेष स्थाई 18 कर्मचारियों की नियुक्ति की प्रक्रिया जारी है।

हरियाणा सार्वजनिक उपक्रम ब्यूरो के अध्यक्ष श्री सुभाष बराला ने बताया कि 237 कर्मचारियों को विभिन्न सहकारी चीनी मिलों एवं सहकारी संस्थाओं में उपलब्ध रिक्त पदों पर उनकी योग्यता के अनुसार पहले ही नियुक्त कर दिया गया है।

श्री बराला ने बताया कि भूना सहकारी चीनी मिल गन्ने की कमी व भारी वित्तीय घाटे के कारण वर्ष 2006 में परिसमापन के अधीन हो गई थी, उसके उपरांत गत 9 नवंबर, 2006 को विशेष उच्च अधिकार प्राप्त समिति की बैठक में निर्णय लिया गया है कि भूना सहकारी चीनी मिल को ‘‘जैसी है जहां हैं’’ के आधार पर सभी कर्मचारियों सहित 40.25 करोड़ रूपए में मैसर्ज वाहिद संधर शुगर लि. फगवाड़ा को बेचा गया था, लेकिन अधिकतम कर्मचारियों ने नए मिल प्रबंधन के पास कार्य ग्रहण न करके सहकारी संस्थाओं व सरकारी विभागों में उन्हें समायोजित करने की मांग की।

सार्वजनिक उपक्रम ब्यूरो के अध्यक्ष ने बताया कि वर्तमान हरियाणा सरकार लोगों के उत्थान के लिए विभिन्न कदम उठा रही है और ऐसे कर्मचारियों की पुनर्नियुक्ति से उन्हें पुनः रोजगार मिला है।