शुक्रवार, February 5, 2021

चंडीगढ़, 5 फरवरी- हरियाणा के मुख्यमंत्री श्री मनोहर लाल ने कहा कि कोविड-19 महामारी के चलते हर क्षेत्र प्रभावित हुआ है। प्रधानमंत्री श्री नरेन्द्र मोदी ने देश की अर्थव्यवस्था को इस महामारी के दुष्प्रभाव से बाहर निकालने के लिए 20 लाख करोड़ रुपये के आत्मनिर्भर पैकेज की घोषणा की थी जिसे अब बढ़ाकर लगभग 24 लाख करोड़ रुपये कर दिया गया है। हमें अपनी योजनाएं इस ढंग से बनानी होंगी ताकि इस पैकेज का अधिक से अधिक लाभ उठाया जा सके।

श्री मनोहर लाल ने कहा कि हर स्टेट्समैन की इच्छा होती है कि देश कैसे आत्मनिर्भर बने। संयोग से इस समय देश में ऐसा नेतृत्व है जिसने ‘मैं, मेरा और हमारा’ की सोच से ऊपर उठकर देश की चिंता की है। प्रधानमंत्री श्री नरेंद्र मोदी ने देश को आगे बढ़ाने के उद्देश्य से मेक इन इंडिया और आत्मनिर्भर भारत जैसे अभियान शुरू किए हैं।

मुख्यमंत्री ने यह बात आज यहां हरियाणा बजट 2021-22 के मद्देनजर आत्मनिर्भर भारत अभियान की समीक्षा बैठक के दौरान कही। उन्होंने कहा कि हमें रोजगार बढ़ाने,  आर्थिक स्थिति मजबूत करने, इज ऑफ डूइंग बिजनेस तथा इज ऑफ लिविंग की दिशा में कार्य करना होगा। उन्होंने बैठक में मौजूद विभिन्न विभागों के प्रशासकीय सचिवों को ऐसी स्कीमें तैयार करने के निर्देश दिए जिससे कि आत्मनिर्भर पैकेज का अधिक से अधिक लाभ उठाया जा सके।

श्री मनोहर लाल ने अधिकारियों को यह सुनिश्चित करने के निर्देश दिए कि हर सिविल अस्पताल में प्राइवेट रूम हों और इनकी संख्या बढ़ाने के साथ-साथ इनमें प्रदान की जाने वाली सुविधाओं की गुणवत्ता भी बढ़ाई जाए। इससे लोग प्राइवेट अस्पतालों में न जाकर सरकारी अस्पतालों को प्राथमिकता देंगे। इसके अलावा, सभी सिविल अस्पतालों में नागरिकों को आईसीयू की सुविधा भी मुहैया करवाई जानी चाहिए।

बैठक के दौरान बताया गया कि किसानों के लिए फार्म गेट इंफ्रास्ट्रक्चर हेतु एक लाख करोड़ के एग्री इंफ्रास्ट्रक्चर फंड में से प्रदेश को 3900 करोड़ रुपये आवंटित किए गए हैं। इसी तरह प्रधानमंत्री किसान निधि के तहत 18,92,682 किसानों को 2212.81 करोड़ रुपये की राशि हस्तांरित की गई है। प्रधानमंत्री फसल बीमा योजना के तहत 13,27,245 किसानों के 2980.74 करोड़ रुपये के दावों का भुगतान किया गया है।

इस दौरान मुख्यमंत्री को इस बात से भी अवगत करवाया गया कि ग्रामीण और शहरी क्षेत्रों में 1589 हैल्थ एंड वैलनेस सेंटर बनाने का लक्ष्य निर्धारित किया गया है जिसमें से ऐसे 630 सेंटर बनाए जा चुके हैं। इसके अलावा, प्रदेश के अंबाला, हिसार, करनाल और यमुनानगर में 4 कार्यात्मक जिला जन-स्वास्थ्य प्रयोगशालाएं हैं।  

बैठक में यह भी बताया गया कि अप्रैल से नवंबर 2020 के दौरान 5,30,505 मीट्रिक टन गेहूं वितरित किया गया।  प्रदेश में ‘एक राष्ट्र-एक राशन कार्ड’ योजना पूरी तरह से लागू की गई है। इस योजना के तहत नवंबर 2020 में प्रदेश में 744 ट्रांजेक्शन हुए और इस मामले में हरियाणा देश का पहला राज्य बना।

बैठक के दौरान मुख्य सचिव श्री विजय वर्धन, मुख्यमंत्री के मुख्य प्रधान सचिव श्री डी.एस. ढेसी, सहकारिता विभाग के अतिरिक्त मुख्य सचिव श्री संजीव कौशल, विद्युत विभाग के अतिरिक्त मुख्य सचिव श्री पी.के.दास, लोक निर्माण (भवन एवं सडक़ें) विभाग के अतिरिक्त मुख्य सचिव श्री आलोक निगम, कृषि एवं किसान कल्याण विभाग के अतिरिक्त मुख्य सचिव श्री देवेंद्र सिंह, खान एवं भू-विज्ञान विभाग के अतिरिक्त मुख्य सचिव श्री टी.सी. गुप्ता, शहरी स्थानीय निकाय विभाग के अतिरिक्त मुख्य सचिव श्री एस.एन.राय, स्वास्थ्य एवं परिवार कल्याण विभाग के अतिरिक्त मुख्य सचिव श्री राजीव अरोड़ा, वित्त विभाग के अतिरिक्त मुख्य सचिव श्री टीवीएसएन प्रसाद, स्कूल शिक्षा विभाग के अतिरिक्त मुख्य सचिव श्री महावीर सिंह, नागरिक विमानन विभाग के विभाग के अतिरिक्त मुख्य सचिव श्री सुधीर राजपाल, शहरी स्थानीय निकाय विभाग के प्रधान सचिव श्री ए.के. सिंह, मुख्यमंत्री के प्रधान सचिव श्री वी.उमाशंकर, मुख्यमंत्री की उपप्रधान सचिव श्रीमती आशिमा बराड़ समेत कई विभागों के वरिष्ठ अधिकारी मौजूद रहे।