चंडीगढ़, 22 फरवरी- हरियाणा के मुख्यमंत्री श्री मनोहर लाल ने कहा कि प्रदेश के युवाओं के कौशल विकास के लिए इस तरह के कोर्स शुरू किए जाएं जिससे कि उन्हें रोजगार के अच्छे अवसर मिल सकें। साथ ही, कौशल विकास से जुड़े कोर्सों का सर्टिफिकेशन श्री विश्वकर्मा कौशल विश्वविद्यालय, दुधौला (पलवल) से करवाया जाए ताकि लोगों में इन कोर्सेज के बारे में विश्वसनीयता बढ़े।
मुख्यमंत्री आज यहां हरियाणा कौशल विकास मिशन द्वारा तैयार किए गए स्किलिंग पोर्टल के शुभारंभ अवसर पर बोल रहे थे। हरियाणा के कौशल विकास तथा औद्योगिक प्रशिक्षण मंत्री श्री मूलचंद शर्मा भी इस अवसर पर मौजूद रहे।
कौशल विभाग व औधोगिक प्रशिक्षण विभाग के अतिरिक्त मुख्य सचिव डॉ राजा शेखर वुंडरू ने मुख्यमंत्री को बताया कि इस पोर्टल के माध्यम से 11 विभागों द्वारा चलाए जा रहे कोर्सेज को एकीकृत किया गया है। इसके साथ ही, हरियाणा देश का ऐसा पहला राज्य बन गया है जिसने इस तरह का पोर्टल बनाया है। उन्होंने कहा कि इस पोर्टल के माध्यम से इच्छुक युवा जिला स्तर पर उपलब्ध कोर्स और प्रशिक्षण केंद्र का चयन कर सकते हैं। आने वाले समय में इस पोर्टल का मोबाइल ऐप भी शुरू किया जाएगा।
मुख्यमंत्री श्री मनोहर लाल ने कहा कि परिवार पहचान पत्र पोर्टल पर जिन युवाओं ने पंजीकरण करवाया है, उनकी शैक्षणिक योग्यता के अनुरूप ऐसी चीजें सिखाई जाएं जिससे कि वे आत्मनिर्भर बन सकें। इसके अलावा, सक्षम युवा पोर्टल व रोजग़ार पोर्टल के साथ-साथ जन-सहायक ऐप में भी इस पोर्टल का लिंक डाला जाए ताकि 10+2, ग्रेजुएशन तथा पोस्ट ग्रेजुएशन करने वाले युवाओं को भी इन कोर्सेज की जानकारी मिल सके।
मुख्यमंत्री ने कहा कि इस पोर्टल की शुरुआत के साथ ही प्रदेश के युवा अब 357 कौशल प्रशिक्षण केंद्रों में करवाए जाने वाले 200 से अधिक कोर्सेज की जानकारी हासिल कर सकते हैं। इच्छुक युवा कई विकल्पों में से बेहतर का चयन कर सकें, इसके लिए कौशल प्रशिक्षण केंद्रों को सर्टिफिकेशन और प्लेसमेंट में उनके पिछले प्रदर्शन के आधार पर फाइव स्टार रेटिंग भी दी गई है।
मुख्यमंत्री ने कहा कि कौशल विकास से जुड़े कोर्सेज की समयावधि की जानकारी भी पोर्टल पर दी जाए ताकि इच्छुक युवा अपनी जरूरत व पसंद के हिसाब से कोर्स कर सकें। इसके साथ ही, निर्धारित फीस स्ट्रक्चर के साथ सेल्फ फाइनेंस कोर्स भी शुरू किए जाएं। इस कड़ी में सॉफ्ट स्किल कोर्स करवाए जा सकते हैं। इसके तहत, जापानी, चाइनीज या कोई अन्य विदेशी भाषा सिखाई जा सकती है।
श्री मनोहर लाल ने कहा कि हमें शिक्षा और कौशल के बीच का अंतर समझना होगा क्योंकि स्किलिंग हुनर को तराशने की तकनीक है। इसी तरह, जिसे काम मिल गया हो उसे भी दक्षता बढ़ाने के लिए प्रशिक्षण की जरूरत होती है। उन्होंने कहा कि जिस तरह नए फीचर्स का इस्तेमाल करने के लिए हमें समय-समय पर अपने मोबाइल फोन को अपडेट करने की जरूरत पड़ती है, ठीक उसी तरह सरकारी अधिकारियों व कर्मचारियों के दक्षता सुधार और उन्हें अपडेट करने के लिए भी निरंतर प्रशिक्षण की जरूरत है। इसी कड़ी में राज्य सरकार के कर्मचारियों को हरियाणा लोक प्रशासन संस्थान से प्रशिक्षण दिलाया जा रहा है।
इस अवसर पर सैनिक एवं अर्ध सैनिक कल्याण विभाग के अतिरिक्त मुख्य सचिव श्री वी.एस. कुण्डू, कौशल विकास एवं औद्योगिक प्रशिक्षण विभाग के अतिरिक्त मुख्य सचिव डॉ. राजा शेखर वुंडरू, तकनीकी शिक्षा विभाग के प्रधान सचिव श्री आनन्द मोहन शरण, इलेक्ट्रॉनिक्स, सूचना प्रौद्योगिकी एवं संचार विभाग के प्रधान सचिव श्री विनीत गर्ग, रोजग़ार व कौशल विकास एवं औद्योगिक प्रशिक्षण विभाग के महानिदेशक श्री पी.सी. मीणा, हरियाणा कौशल विकास मिशन के मिशन निदेशक श्री अनंत प्रकाश पांडे के अलावा अन्य सम्बन्धित विभागों के वरिष्ठ अधिकारी भी मौजूद रहे।