चण्डीगढ़, 21 मार्च - हरियाणा के मुख्यमंत्री श्री मनोहर लाल ने कहा कि पिछली सरकारें विकास कायों को लेकर प्रदेश को क्षेत्र व जिलों में बाटने का कार्य करती थी लेकिन पिछले 6 वर्षो में हमने इस परिपाटी को बंद किया है और सभी 90 विधानसभा क्षेत्रों में एक समान विकास कार्य करवाने के लिए व्यवस्थाओं का सुचिता से पालन किया है।
मुख्यमंत्री आज यहां हरियाणा निवास में वीडियों कान्फ्रैंसिंग के माध्यम से सभी जिलों की 1411 करोड़ रूपये से अधिक की विकास परियोजनाओं का एक साथ उदघाटन व शिलान्यास करने के उपरान्त पत्रकारों को सम्बोधित कर रहे थे।
मुख्यमंत्री ने इन परियोजनाओं की रूपरेखा तैयार करने में लगे विभिन्न विभागों के अधिकारियों, अभियंताओं, ठेकेदारों व कर्मठ कामगारों को श्रेय देते हुए उनको ये परियोजनाएं समर्पित करते हुए कहा कि कोविड-19 महामारी के दौरान फील्ड में जाकर एक साथ इतनी बड़ी परियोजनाओं का उदघाटन व शिलान्यास करना सम्भव नहीं था इसलिए चण्डीगढ़ से यह कार्यक्रम करने का निर्णय लिया गया है। इससे पहले भी वे मार्च 2019 में लगभग 4 हजार करोड़ रूपये की तथा अक्तूबर 2020 में 1850 करोड़ रूपये की 306 परियोजनाओं का इसी तरह एक साथ उदघाटन व शिलान्यास किया गया था। उन्होंने कहा कि आज की प्रमुख योजनाओं में सडक, स्वास्थ्य, मेडिकल कॉलेज, पेयजल, सिंचाई, बिजली, शिक्षा जैसे प्रमुख विभागों की परियोजनाएं शामिल हैं ।
सरकार की एक नई योजना परिवार पहचान पत्र के बारे पूछे जाने पर मुख्यमंत्री ने कहा कि यह एक नई महत्वकांक्षी योजना है अन्य राज्य भी हरियाणा की इस योजना के बारे में जानकारी ले रहे हैं । यहां तक कि ब्रिटेन के उच्चायुक्त के साथ जब उनकी बैठक हुई थी, तब उन्होंने भी हरियाणा की इस योजना के बारे जानकारी लेने की उत्सुक्ता दिखाई थी।
कोविड-19 महामारी के बढ़ते मामलों को देखते हुए क्या राज्य में रात्रि कफ्र्यू या लॉकडाउन लगाने की सरकार की कोई योजना है, पर मुख्यमंत्री ने कहा कि अभी हम स्थिति पर नजर बनाए हुए हैं और 31 मार्च तक निगरानी रखेंगे और उसके बाद ही कोई इस संबंध में निर्णय लिया जाएगा। उन्होंने कहा कि फरवरी तक स्थिति नियंत्रण में थी और काफी सुधार हुआ था। अब औसतन सक्रिय मामले भी बढ़े हैं, जो चिंता का विषय है ।
मुख्यमंत्री ने प्रदेश के लोगों से अपील की कि वे कोविड-19 प्रोटोकॉल नियमों का सख्ती से पालन करें, क्योंकि जान है तो जहान है। इस महामारी से बचने के लिए सुरक्षा बनाए रखना ही सबसे आसान तरीका है। मुख्यमंत्री ने लोगों से इस बात की भी अपील की है कि आने वाले होली मिलन, बैसाखी व अन्य सामाजिक उत्सवों का आयोजन करते समय भी मास्क पहनना, सामाजिक दूरी बनाए रखना व सैनिटाइजेशन का प्रयेाग व स्वच्छता बनाए रखने व अन्य नियमों का पालन करें। विपक्ष द्वारा प्रदेश पर बढ़ते ऋणभार के आरोप पर पूछे गए एक प्रश्न के उत्तर में मुख्यमंत्री ने कहा कि ऋण निर्धारित सीमा व नियमों के अनुरूप है। आमतौर पर ऋणभार 5 साल में दोगुना हो जाता है, जब 2014 में हमने सत्ता संभाली थी, उस समय कुल ऋणभार लगभग 98 हजार करोड़ रुपये का था, जो अब बढकऱ लगभग 2 लाख करोड़ रुपये तक हो गया है जो सामान्य बात है ।