चण्डीगढ़, 29 अप्रैल - हरियाणा के मुख्यमंत्री श्री मनोहर लाल ने कोविड-19 के बढ़ते संक्रमण को देखते हुए अम्बाला जिला प्रशासन द्वारा जिला में की गई व्यवस्थाओं और कार्यों की समीक्षा की।
बैठक में मुख्यमंत्री ने कोविड-19 रोगीयों के लिए जिला में अस्पताल, सामान्य बैड, आक्सीजन बैड, वैंटिलेटर, कोरोना पोजिटिव रेट, होम आईसोलेशन, टीकाकरण, ऑक्सिमीटर, डिजीटल थर्मामीटर, माईक्रो व मैक्रो कन्टेमेन्ट जोन, रेमडेसिविर आदि दवाओं के बारे में जानकारी प्राप्त की। इससे पूर्व मुख्यमंत्री ने ट्रामा सैन्टर अम्बाला शहर, आक्सीजन जनरेशन प्लांट आदि का निरीक्षण भी किया।
उन्होंने कहा कि अस्पतालों में जो भी व्यवस्थाएं है जैसे सामान्य बैड, आक्सीजन बैड, वैंटिलेटर का डाटा प्रतिदिन रियल टाईम अपडेट किया जाए और इसे डिस्पले भी किया जाए ताकि लोगों को पता चल पाए की किस अस्पताल में बैड और वैंटिलेटर आदि की वास्तविक स्थिति क्या है।
मुख्यमंत्री ने अधिकारियों को निर्देश दिए कि कोविड-19 के लिए जो भी व्यवस्थाएं की गई हैं उन्हें छुपाया न जाए तथा गम्भीर कोविड रोगियों का जीवन बचाने के लिए हर सम्भव प्रयास किए जाएं। जिन्हें आक्सीजन की जरूरत है उन्हें समय पर आक्सीजन मिले और जिन रोगियों को वैंटिलेटर की आवश्यकता है उन्हें वैंटिलेटर उपलब्ध करवाए जाएं। होम आईसोलेशन में रह रहें मरीजों को दवाईयों की किट इत्यादि समय पर दी जाएं और डॉक्टर व स्वास्थ्य कर्मियों की टीम रोगी के घर जाकर उनके स्वास्थ्य का ध्यान रखें, अगर होम आईसोलेटेड रोगी को अस्पताल में एडमिट करने की जरूरत हो तो उसे समय से रैफर किया जाए। माईक्रो तथा मैक्रो कन्टेमेन्ट जोन में भी सभी व्यवस्थाएं ठीक हो तथा सम्बधिंत अधिकारी नियमित रूप से वहां पर दौरा कर व्यवस्थाओं का जायजा लेते रहें।
उन्होंने यह भी निर्देश दिए कि ऑक्सीमीटर, डिजीटल थर्मामीटर, आक्सीजन सिलेंडर, दवाओं आदि खाने-पीने की वस्तुओं, सरसों के तेल इत्यादि की कालाबाजारी न हो तथा लोगों को उचित दाम में मिले, इस ओर भी विशेष तौर पर जिला प्रशासन ध्यान रखें।
उन्होनें आईजी वाई पूर्ण कुमार तथा एसएसपी हामिद अख्तर को जरूरी दिशा-निर्देश देते हुए कहा कि नाईट कफ्र्यू, धारा-144 की अनुपालना हो तथा कोविड-19 गाईड लाईन का पालन करवाना सुनिश्चित करें।
बैठक में अम्बाला के उपायुक्त अशोक कुमार शर्मा व सिविल सर्जन डा0 कुलदीप सिंह ने मुख्यमंत्री को अवगत करवाया कि वर्तमान में अम्बाला जिला में 750 आक्सीजन बैड है तथा 7 मैक्रो कन्टेमेन्ट जोन और 104 माईक्रो कन्टेमेन्ट जोन बनाए गए हैं। होम आइसोलेशन के रोगियों के लिए जिला अम्बाला ने एक जियो टेग नाम से ऐप भी शुरू की है, इस ऐप से डॉक्टर व स्वास्थ्य विभाग की टीम रोगी के घर पर जाकर उसके स्वास्थ्य सम्बधी आकड़े दर्ज किए जाते हैं। इसके अलावा, जिले में कोविड रोगियों के ईलाज के लिए जिला में 11 अस्पताल है जिनमें से 5 सरकारी तथा 6 प्राईवेट अस्पताल हैं।
मुख्यमंत्री को अवगत करवाया गया कि रेमडेसिविर इन्जेक्शन की जब भी किसी प्राईवेट अस्पताल से डिमांड आती है तो स्वास्थ्य विभाग द्वारा गठित तीन डॉक्टरों के बोर्ड द्वारा यह निर्णय लिया जाता है कि क्या वास्तव में ही अस्पताल को इस इन्जेक्शन की जरूरत है। उसके बाद ही इन्जेक्शन की आपूर्ति होती हैं। रेमडेसिविर इन्जेक्शन को व्यक्तिगत तौर पर उपलब्ध नहीं करवाया जाता। केवल प्राईवेट अस्पताल को ही डॉक्टरों के गठित बोर्ड की स्वीकृति के बाद ही रेमडेसिविर इन्जेक्शन उपलब्ध करवाया जाता है। दवाइयों की किसी प्रकार की कमी नहीं हैं। सभी जरूरी व्यवस्थाएं की गई हैं। जिला प्रशासन द्वारा कन्ट्रोल रूम स्थापित किया गया है। कन्ट्रोल रूम के माध्यम से होम आईसोलेशन के मरीजों से सम्पर्क कर उनका हाल-चाल जाना जाता है।
बैठक में विधायक असीम गोयल, अम्बाला मण्डल आयुक्त दिप्ती उमा शंकर, आईजी वाई पूर्ण कुमार, एसएसपी हामिद अख्तर, अम्बाला शहर के एसडीएम सचिन गुप्ता, सिविल सर्जन डॉक्टर कुलदीप सिंह, पीएमओ डॉक्टर संत लाल, भाजपा जिला प्रधान राजेश बतौरा, डीआईपीआरओ धर्मवीर सिंह, एएसएमओ डॉक्टर सुखप्रीत सहित सम्बन्धित अधिकारी मौजूद रहे।
मीडिया से वार्ता
मुख्यमंत्री ने जिला अम्बाला में कोविड-19 प्रबन्धों की समीक्षा करने के उपरांत मीडिया से बातचीत करते हुए कहा कि कोविड-19 की दूसरी वेव के प्रसार को रोकने और लोगों का जीवन बचाने के लिए सरकार द्वारा सभी आवश्यक कदम उठाए जा रहे हैं।
कोविड मरीजों के लिए बैड पर्याप्त संख्या में हैं जिनमें आक्सीजन बैड, सामान्य बैड, वैंटिलेटर बैड भी हैं। आवश्यकता पडने पर कोविड़ रोगियों को एमएम अस्पताल मुलाना में शिफ्ट करने की व्यवस्था की गई है। छोटे प्राईवेट अस्पतालों में बिना स्वीकृति के कोविड मरीजों के ईलाज पर रोक लगाने के सम्बंध में एक पत्र भी जारी किया गया है।
रेमडेसिविर इन्जेक्शन के बारे पूछे गए एक प्रश्न के उत्तर में मुख्यमंत्री ने कहा कि रेमडेसिविर इन्जेक्शन, ऑक्सीजन व अन्य दवाईयों की कोई कमी नहीं है। रोगी को आवश्यकता अनुसार सिस्टेमैटिक तरीके से आक्सीजन मिले और सप्लाई ठीक रहें, इस बात का विशेष ध्यान रखा जा रहा है।
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बैठक में उपायुक्त अशोक कुमार शर्मा व सिविल सर्जन डा0 कुलदीप सिंह ने मुख्यमंत्री श्री मनोहर लाल को बताया कि जिला में 960 बैड हैं और 119 आईसीयू हैं, नागरिक अस्पताल अम्बाला शहर में आक्सीजन जनरेशन प्लांट लगाया गया हैं, जिससे प्रतिदिन 100 आक्सीजन सिलेंडर भरे जाएगें, जिससे एक टन आक्सीजन की बचत होगी। इस अस्पताल में पाईप लाईन के जरिए मरीज के बैड तक आक्सीजन की सप्लाई होगी।
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मुख्यमंत्री श्री मनोहर लाल ने नागरिक अस्पताल, अम्बाला में अपने निरीक्षण दौरे के दौरान इलाज के लिये बैठे लोगों विशेषकर बुजुर्ग महिलाओं से भी उनका हाल-चाल जाना और अधिकारियों को निर्देश दिये कि इलाज के लिये आए किसी भी रोगी को किसी प्रकार की दिक्कत नही होनी चाहिए। समय पर दवाएं और इलाज मिलें, ऐसी व्यवस्था करना प्रशासन की जिम्मेदारी है।