शुक्रवार, June 18, 2021

चंडीगढ़, 18 जून- केन्द्रीय जल शक्ति मंत्री श्री गजेन्द्र सिंह शेखावत ने ‘जल जीवन मिशन’ के तहत सभी ग्रामीण परिवारों को कार्यात्मक घरेलू नल कनेक्शन प्रदान करने के लक्ष्य को हासिल करने के लिए तेजी से किए जा रहे प्रयासों के लिए हरियाणा सरकार की सराहना की। इस योजना के अंतर्गत केंद्र सरकार द्वारा हरियाणा के लिए 1119.95 करोड़ रुपये स्वीकृत किए गए हैं। उल्लेखनीय है कि 'जल जीवन मिशन' के सफल क्रियान्वयन में हरियाणा देश के प्रथम तीन राज्यों में शामिल है।

मुख्यमंत्री श्री मनोहर लाल ने यह जानकारी आज नई दिल्ली में केंद्रीय जल शक्ति मंत्री श्री गजेंद्र सिंह शेखावत के साथ उनके निवास पर हुई बैठक के उपरांत मीडिया से बातचीत करते हुए दी। बैठक में केंद्रीय जलशक्ति राज्य मंत्री श्री रतनलाल कटारिया भी मौजूद रहे।

मुख्यमंत्री ने कहा कि बैठक में हरियाणा राज्य के जल संबंधी विभिन्न विषयों के संदर्भ में विभिन्न महत्वपूर्ण बिंदुओं व योजनाओं के क्रियान्वयन पर गहन विचार विमर्श किया गया।

पत्रकारों द्वारा किए गए प्रश्न का जवाब देते हुए मुख्यमंत्री ने कहा कि सतलुज यमुना लिंक नहर के निर्माण के संदर्भ में पंजाब के मुख्यमंत्री द्वारा की जाने वाली बैठक अभी तक नहीं हुई है। इस दिशा में केंद्रीय जल शक्ति मंत्री श्री गजेंद्र सिंह शेखावत द्वारा पंजाब के मुख्यमंत्री को पत्र लिखा जाएगा।

श्री मनोहर लाल ने कहा कि सेंट्रल सॉयल रिसर्च स्टेशन की रिपोर्ट आने के उपरांत केंद्रीय जल आयोग द्वारा 15 दिनों की समयावधि में सरस्वती नदी पर बनने वाले आदिबद्री बांध व सोमवती बैराज का डिजाइन तैयार किया जाएगा। केंद्र ने राष्ट्रीय नदी संरक्षण योजना के अंतर्गत सरस्वती के विकास के लिए 500 करोड़ रुपये उपलब्ध करवाए जाने का आश्वासन दिया है।

उन्होंने कहा कि महाग्राम योजना के अंतर्गत आने वाले 130 गांवों में 55 लीटर की अपेक्षा 130 लीटर दर से पेयजल उपलब्ध करवाने तथा सीवरेज सुविधा उपलब्ध करवाने की दिशा में राज्य के प्रत्येक महाग्राम के लिए 25 करोड़ रुपये की दर से कुल 3250 करोड़ रुपये उपलब्ध करवाने का प्रस्ताव केंद्र को दिया है। उन्होंने कहा कि ‘नल से जल' योजना के अंतर्गत हरियाणा के 8 जिलों को पूर्ण रूप से कवर किया जा चुका है और शीघ्र ही सभी जिलों को कवर करने वाला हरियाणा देश का पहला राज्य होगा।

उन्होंने कहा कि 'अटल भूजल योजना' के अंतर्गत हरियाणा के 1669 गांवों में भूजल का स्तर दर्ज करने की दिशा में पीजोमीटर लगाए जाएंगे और जल के पूर्ण सदुपयोग की योजनाएं तैयार की जाएंगी। हरियाणा ने ग्रे वाटर मैनेजमेंट की दिशा में रोहतक जिले के बालंद गांव व सोनीपत जिले के दुभेटा गांव में से किसी एक गांव में 15 एकड़ क्षेत्र में उक्त मॉडल वाटर बॉडी स्थापित किए जाने का भी केंद्र को प्रस्ताव दिया है। इस मॉडल वाटर बॉडी में नवीनतम तकनीकों का प्रयोग किया जाएगा।

उन्होंने कहा कि हरियाणा की 'मेरा पानी मेरी विरासत' योजना के अंतर्गत इस वर्ष राज्य में कुल 2 लाख एकड़ क्षेत्र में धान की अपेक्षा कम सिंचाई वाली फसलों की खेती किए जाने का लक्ष्य है। गत वर्ष 94,000 एकड़ क्षेत्र में धान की अपेक्षा कम सिंचाई वाली अन्य फसलों की खेती की गई थी। इस योजना के अंतर्गत हरियाणा सरकार द्वारा किसानों को प्रति एकड़ 7,000 रुपये प्रोत्साहन स्वरूप प्रदान किए जाते हैं।

श्री मनोहर लाल ने कहा कि नेशनल इंस्टीट्यूट ऑफ हाईड्रोलॉजी द्वारा यमुना में कुछ और पानी छोडे़ जाने की सिफारिश की गई थी। परंतु स्थिति यह है कि राज्य की सिंचाई व पेयजल की आवश्यकताओं के दृष्टिगत हरियाणा के पास ही पानी की कमी है। यमुना में और अधिक पानी उपलब्ध करवाने में हरियाणा समर्थ नहीं है। ऊपरी यमुना बेसिन पर बनने वाले रेणुका, किशाऊ व लखवार बांध परियोजनाओं के पूर्ण होने के उपरांत पुनः जल की स्थिति का आंकलन किया जाएगा और स्थितिनुसार विचार किया जाएगा।