चंडीगढ़, 15 नवंबर - हरियाणा के मुख्यमंत्री श्री मनोहर लाल से आज उनके आवास संत कबीर कुटीर पर जर्मनी के सांसद श्री राहुल कुमार, नेशनल डिप्टी प्रेसिडेंट, जेएफडब्ल्यू के नेतृत्व में प्रतिनिधिमंडल ने मुलाकात की। मुलाकात के दौरान प्रतिनिधिमंडल ने मुख्यमंत्री के साथ निवेश, निर्यात और व्यापार बढ़ाने के लिए परस्पर सहयोग स्थापित करने को लेकर भी चर्चा की।
प्रतिनिधिमंडल ने राज्य की कुशल वर्कफोर्स को युरोप व जर्मनी में नौकरी देने हेतू दिलचस्पी दिखाते हुए कहा कि हरियाणा के युवाओं में अपार संभावनाएं हैं, केवल उन्हें कौशल प्रशिक्षण प्रदान करने की जरूरत है। इसी दिशा में स्वास्थ्य देखभाल और वृद्धजनों की देखभाल के लिए नर्सिंग व हेल्थ केयर के नाते से प्रदेश के युवाओं को कौशल प्रशिक्षण प्रदान कर युरोप व जर्मनी में नौकरी के अवसर प्रदान किए जाएंगे।
इस मौके पर मुख्यमंत्री ने कहा कि राज्य सरकार का लक्ष्य युवाओं को विभिन्न क्षेत्रों में कौशल प्रदान कर उन्हें विदेशों में रोजगार के अवसर मुहैया करवाना है। इसी उद्देश्य से सरकार द्वारा शिक्षा के साथ-साथ कौशल विकास को प्राथमिकता देने के लिए श्री विश्वकर्मा कौशल विश्वविद्यालय की स्थापना की गई है।
श्री मनोहर लाल ने कहा कि बी2बी, जी2जी, बी2जी आदि व्यवसायों के विभिन्न मॉडलों में से हम हरियाणा में एच2एच यानी हार्ट टू हार्ट मॉडल से काम करने में विश्वास करते हैं। उन्होंने प्रतिनिधिमंडल से कहा कि निवेश के अन्य क्षेत्रों में भी संभावनाएं तलाशी जाएं।
मुख्यमंत्री ने कहा कि हरियाणा में विदेश सहयोग विभाग का गठन किया गया है, जो विदेशी कंपनियों व विभिन्न संगठनों के साथ समन्वय स्थापित कर हरियाणा में निवेश करने व व्यापार बढ़ाने के लिए निरंतर कार्य कर रहा है।
बैठक में मुख्यमंत्री के प्रधान सचिव श्री वी उमाशंकर, विदेश सहयोग विभाग के सलाहकार श्री पवन चौधरी, प्रतिनिधिमंडल में शामिल सदस्य डॉ. जीलेटी डॉस्की, निवेशक, श्री हासिम, केएफके संगठन के चेयरमैन श्री राजकुमार व स्वामी आदित्यनाथ उपस्थित रहे।