चण्डीगढ़, 07 दिसम्बर- मुख्यमंत्री श्री मनोहर लाल ने ‘सशस्त्र सेना झंडा दिवस’ के अवसर पर भारतीय सेनाओं व देशवासियों को अपनी शुभकामनाएं दी और उनके अदम्य साहस का सम्मान किया।
मुख्यमंत्री ने सशस्त्र सेना झंडा दिवस के अवसर पर आज यहां जारी एक संदेश में कहा कि एक सैनिक विभिन्न विपरीत परिस्थितियों में अपने अजेय पराक्रम से देश की सीमाओं को सुरक्षित रखने के प्रति सदैव तत्पर रहता हैं।
उन्होंने जवानों के अदम्य साहस व शौर्य को नमन करते हुए कहा कि हरियाणा में सैनिकों की वीरता व बलिदान की लंबी परंपरा रही है। आजादी से पहले व आजादी के बाद, हरियाणा के रणबांकुरों ने देश की रक्षा के लिए महत्वपूर्ण योगदान दिया है। उन्होंने कहा कि कारगिल युद्ध में जिस प्रकार से हमारे वीर जवानों ने विपरीत परिस्थितियों में वीरता का परिचय देते हुए घुसपैठियों को सीमा पार खदेड़ा, उससे पूरे विश्व ने भारतीय सेना का लोहा माना। मुख्यमंत्री ने कहा कि हरियाणा सरकार पूर्व सैनिकों, शहीदों के आश्रितों के कल्याण के प्रति वचनबद्ध है व उनके उत्थान के लिए निरंतर प्रयासरत है। मुख्यमंत्री ने केंद्र सरकार की दूरदर्शी योजना यानी अग्निपथ का जिक्र करते हुए कहा कि उक्त योजना देश की सेवा और राष्ट्र निर्माण में योगदान देने के लिए युवाओं को एक सुनहरा अवसर प्रदान करेगी। उन्होंने कहा कि योजना को लेकर प्रदेश के युवाओं में विशेष उत्साह है।
मुख्यमंत्री ने गुरुग्राम में जिला सैनिक एवं अर्धसैनिक कल्याण बोर्ड के अधिकारियों के माध्यम से ‘सशस्त्र सेना झंडा दिवस कोष’ में योगदान देते हुए हरियाणा सहित देशवासियों के नाम अपने संदेश में सभी लोगों से ‘सशस्त्र सेना झंडा दिवस कोष’ में उदारता से योगदान देने की अपील की है, जिसका उपयोग उन बहादुर सैनिकों के आश्रितों के पुनर्वास और कल्याण में किया जाता है जो देश सेवा करते हुए शहीद हो जाते है या शारीरिक रूप से अशक्त हो जाते है। उन्होंने कहा, झंडा दिवस देशवासियों को इस दायित्व को निभाने का अवसर देता है जिसमे प्रत्येक देशवासी अपनी स्वेच्छा व अपने सामर्थ्य अनुसार देश के पूर्व सैनिकों और उनके आश्रितों के कल्याण और पुनर्वास की योजनाओं में अपना योगदान दे सकता है।