चंडीगढ़, 11 दिसंबर - हरियाणा के मुख्यमंत्री श्री मनोहर लाल ने कहा कि समाज को दिशा देने वाले संतो-महापुरुषों की शिक्षाओं व विचारों को जन-जन तक पहुंचाने के लिए राज्य सरकार अथक प्रयास कर रही है। इसके लिए ही संतो-महापुरुषों की जयंतियों को सरकारी तौर पर मनाने की एक अनूठी पहल शुरू की है।
श्री मनोहर लाल आज करनाल में आयोजित भगवान परशुराम महाकुंभ राज्य स्तरीय समारोह में बतौर मुख्य अतिथि संबोधित कर रहे थे।
मुख्यमंत्री ने कहा कि वे आज मुख्यमंत्री के तौर पर नहीं, बल्कि करनाल से विधायक होने के नाते कर्ण नगरी में आयोजित इस समारोह में प्रदेश के कौने कौने से आए लोगों का स्वागत करते हैं।
उन्होंने भगवान परशुराम को नमन करते हुए कहा कि उनका सौभाग्य है कि आज उन्हें भगवान परशुराम महाकुंभ में शामिल होकर इस विशाल ब्राह्मण समूह के दर्शन करने का अवसर मिला है।
उन्होंने कहा कि भगवान परशुराम जी ने ब्राह्मण कुल में जन्म लेकर न केवल वेद शास्त्रों का ज्ञान प्राप्त किया, अपितु क्षत्रिय स्वभाव को धारण करते हुए शस्त्रों को भी धारण किया तथा इससे वह समस्त सनातन जगत के आराध्य तथा समस्त शस्त्रों एवं शास्त्रों के ज्ञाता कहलाए। भगवान परशुराम जी ने सामाजिक न्याय तथा समानता की स्थापना के उद्देश्य से तथा समाज के शोषित तथा पीड़ित वर्ग के अधिकारों की रक्षा के लिए शस्त्र उठाया।
उन्होंने कहा कि संतों ने समाज को शिक्षा, विचार, संस्कार दिए और समाज में व्यापत बुराईयों को दूर करने का काम किया। इसलिए संतो-महापुरुषों की शिक्षाओं व विचारों को जन-जन तक पहुंचाने के लिए संत महापुरुष विचार एवं प्रसार योजना शुरू की है, जिसके तहत संतो-महापुरुषों की जयंतियों व यादगार दिवसों को सरकारी तौर पर मनाया जा रहा है।
उन्होंने कहा कि ब्राह्मण किसी समाज, जाति के नहीं होते, वे सर्वसमाज के होते हैं। जो ब्रह्म को जानता है वह ब्राह्मण है और ब्राह्मण समाज को दिशा देने का काम करता है, अन्याय के खिलाफ आवाज उठाते हैं। उन्होंने कहा कि ब्राह्मण का मुख्य काम समाज में नैतिकता को स्थापित करना है और भारतीय संस्कृति के ऊँचे आदर्शों को स्थापित करना है।
हरियाणा एक-हरियाणवी एक के मंत्र पर चलते हुए हर वर्ग का रखा ख्याल
श्री मनोहर लाल ने कहा कि वर्ष 2014 में जब उन्होंने सरकार बनाई, उस समय उन्होंने हरियाणा एक-हरियाणवी एक का नारा दिया। इसी मंत्र पर चलते हुए समान विकास सुनिश्चित करने तथा गरीबों के कल्याण के लिए कई कल्याणकारी योजनाएं बनाई। ई-गवर्नेंस के नाते से परिवार पहचान पत्र बनाया है, जिसके माध्यम से गरीब परिवारों के कल्याण की योजनाओं का लाभ सीधे उन तक पहुंच रहा है।
उन्होंने कहा कि हमने गरीब परिवारों का जीवन स्तर ऊंचा उठाने के लिए ‘मुख्यमंत्री अंत्योदय परिवार उत्थान योजना’ शुरू की। इसके प्रथम चरण में सबसे गरीब 2 लाख परिवारों की पहचान करके उनकी न्यूनतम वार्षिक आय 1 लाख 80 हजार रुपये करने का लक्ष्य रखा है।
चिरायु हरियाणा योजना से जरूरतमंदों को मिला स्वास्थ्य सुविधाओं का अधिकार
उन्होंनेे कहा कि चिरायु हरियाणा योजना के तहत प्रदेश के ऐसे जरूरतमंद परिवारों को भी आयुष्मान भारत योजना के तहत लाभ देने की शुरुआत की है, जिनकी वार्षिक आय 1.80 लाख रुपये तक है। इस योजना में शामिल किए जाने वाले इन परिवारों के ईलाज का 5 लाख रुपये तक का खर्च राज्य सरकार द्वारा वहन किया जाएगा। पहले हरियाणा में 15 लाख 51,798 परिवार आयुष्मान भारत योजना में कवर हो रहे थे। लेकिन अब हमने राज्य सरकार के खर्च पर योजना का दायरा बढ़ाया है। इससे प्रदेश में अब 28 लाख 89,036 परिवार कवर हो रहे हैं।
हरियाणा सरकार ने संतो-महापुरुषों के विचारों व शिक्षाओं का प्रचार प्रसार की अनूठी पहल की है - केंद्रीय राज्य मंत्री
इस अवसर पर केंद्रीय उपभोक्ता मामले, खाद्य और सार्वजनिक वितरण राज्य मंत्री श्री अश्विनी कुमार चौबे ने कहा कि ब्राह्मण त्याग की प्रतिमूर्ति होते हैं, राष्ट्र निर्माण, व समाज हित में समर्पित रहते हैं।
उन्होंने कहा कि मुख्यमंत्री श्री मनोहर लाल के नेतृत्व में हरियाणा सरकार ने संतो-महापुरुषों के विचारों व शिक्षाओं को स्मरण रखने के साथ-साथ उनका प्रचार प्रसार करने के लिए अनूठी पहल की है। उनके प्रयासों से वर्ष 2016 से गीता महोत्सव अंतरराष्ट्रीय स्तर पर मनाया जा रहा है। गीता का संदेश पूरी दुनिया में फैल रहा है।
उन्होंने कहा कि प्रधानमंत्री श्री नरेंद्र मोदी सबका साथ-सबका विकास-सबका प्रयास और सबका विश्वास के मूलमंत्र पर चलते हुए समाज व देश के लिए कार्य कर रहे हैं। उसी प्रकार, मुख्यमंत्री श्री मनोहर लाल प्रदेश में हरियाणा एक-हरियाणवी एक के नारे के अनुरूप सभी वर्गों के हित के लिए कार्य कर रहे हैं।
मुख्यमंत्री ने किया हरियाणा को दिशा देने का काम - मूलचंद शर्मा
हरियाणा के परिवहन मंत्री श्री मूलचंद शर्मा ने कहा कि कर्ण नगरी करनाल में भगवान परशुराम महाकुंभ का इतना बड़ा आयोजन करना बेहद सराहनीय कदम है। मुख्यमंत्री श्री मनोहर लाल ने हरियाणा को एक नई दिशा देने का काम किया है। पहले ये हालात थे कि पढ़ा-लिखा युवा नौकरियों के लिए त्रस्त था, नौकरियां नहीं मिलती थी। मुख्यमंत्री ने आम आदमी को योग्यता के आधार पर पारदर्शी तरीके से नौकरी देने का काम किया है। उन्होंने नौकरियों में भ्रष्टाचार पर लगाम लगाई। मुख्यमंत्री के इस कदम से सर्व समाज लाभान्वित हुआ है।
इस अवसर पर सासंद श्री संजय भाटिया, डॉ अरविंद शर्मा, रमेश चंद्र कौशिक, राज्यसभा सांसद जनरल सेवानिवृत डॉ डीपी वत्स, श्री कार्तिकेय शर्मा, भाजपा प्रदेशाध्यक्ष श्री ओपी धनखड़, विधायक श्री मोहन लाल बड़ौली, श्री हरविंद्र कल्याण, श्रीमती निर्मल चौधरी, पूर्व मंत्री श्री रामबिलास शर्मा सहित बड़ी संख्या में लोग उपस्थित थे।