चंडीगढ़, 31 दिसंबर - हरियाणा के मुख्यमंत्री श्री मनोहर लाल ने नव वर्ष 2023 के शुभ आगमन पर प्रदेश व देशवासियों को शुभकामनाएं दी और और कहा कि यह वर्ष सभी के लिए सुख और समृद्धि लेकर आए। सभी निरोगी व स्वस्थ रहें और प्रदेश और देश की उन्नति में अपना महत्त्वपूर्ण योगदान देते रहें।
मुख्यमंत्री ने कहा कि हरियाणा सरकार प्रदेश में सुशासन लाने के अपने प्रयास में सफल हुई है और आगे भी इसी प्रकार यह प्रयास जारी रहेंगे। हरियाणा की पहचान आज देश के विकसित राज्यों में होने लगी है और इसका कारण सरकार की नीतियों के साथ - साथ प्रत्येक हरियाणवी की मेहनत और अथाह परिश्रम भी है। हमने हरियाणा एक -हरियाणवी एक के मंत्र पर चलते हुए प्रदेश का एक समान विकास सुनिश्चित किया है, जिसके फलस्वरूप आज समाज का प्रत्येक वर्ग हमारी नीतियों के साथ खुद को जुड़ा हुआ महसूस कर रहा है।
उन्होंने कहा कि हमने पंडित दीन दयाल उपाध्याय के अंत्योदय दर्शन के अनुरूप समाज में किसी कारणवश जो वर्ग पिछड़ गए हैं, उन्हें मुख्यधारा में लाने के लिए वर्ष 2022 को अंत्योदय उत्थान वर्ष के रूप में मनाने का जो संकल्प लिया था, उसे इसी वर्ष में पूरा किया है। हमारी सरकार ने अंत्योदय उत्थान के तहत ही नागरिकों के सर्वांगीण विकास को सुनिश्चित करते हुए 5 एस शिक्षा, स्वास्थ्य, सुरक्षा, स्वाभिमान और स्वावलंबन पर जोर दिया है।
वर्ष 2023 होगा अंत्योदय अरोग्य वर्ष
मुख्यमंत्री ने कहा कि अंत्योदय उत्थान के अपने प्रयासों की यात्रा को आगे बढ़ाते हुए वर्ष 2023 को प्रदेश सरकार ने अंत्योदय आरोग्य वर्ष के रूप में मनाने का फैसला लिया है। उन्होंने कहा कि हमारा संकल्प है कि प्रदेश के हर नागरिक को बेहतर स्वास्थ्य सुविधाएं मिलें और गरीब व्यक्ति को इलाज के लिए किसी प्रकार की कोई कठिनाई का सामना न करना पड़े। इसी विज़न के साथ राज्य सरकार ने निरोगी हरियाणा योजना की शुरुआत की है, जिसके तहत पहले चरण में प्रदेश के अंत्योदय परिवारों के स्वास्थ्य की जांच की जाएगी।
वर्ष 2023 को मिलेट्स वर्ष के रूप में मनाया जाएगा
श्री मनोहर लाल ने कहा कि वर्ष 2023 एक अन्य मामले में भी बहुत विचारणीय बनने जा रहा है, क्योंकि प्रधानमंत्री श्री नरेंद्र मोदी के सहयोग से वर्ष 2023 को अंतरराष्ट्रीय मोटा अनाज वर्ष के रूप में मनाने का फैसला लिया गया है। हरियाणा सरकार भी प्रधानमंत्री के इस आह्वान पर चलते हुए प्रदेश में मोटा अनाज के उपयोग को बढ़ावा देने के लिए भरसक प्रयास करेगी।
उन्होंने कहा कि एक ओर जहां मोटे अनाज के उपयोग को बढ़ावा मिलेगा, तो इसकी खेती को भी प्रोत्साहन मिलेगा और किसानों की आमदनी भी बढ़ेगी। उन्होंने कहा कि मोटा अनाज शरीर को पोषण देने और रोगों से ठीक करने की क्षमता के लिए पहचाने जाते हैं। इनमें बड़ी मात्रा में फाइबर, खनिज और प्रोटीन होता है। इसलिए भोजन में मोटा अनाज अवश्य शामिल करना चाहिए और इस प्रकार यह ‘आहार ही औषधि’ का काम भी करेगा।