चंडीगढ़, 6 जनवरी - हरियाणा के मुख्यमंत्री श्री मनोहर लाल ने आज गुरुग्राम जिला के गांव धनवापुर में 50 एमएलडी सीवरेज ट्रीटमेंट प्लांट का निरीक्षण किया और स्वयं उपचारित पानी का बीओडी लेवल चैक किया, जोकि 3 पाया गया। उन्होंने कहा कि जल संसाधन की दिशा में उपचारित पानी का पुनः उपयोग एक महत्वपूर्ण कदम है। विशेषज्ञों के मतानुसार टरशरी ट्रीटमेंट के बाद यदि सीवरेज के पानी का बीओडी लेवल 10 से कम आता है तो उस शोधित पानी को सिंचाई के लिए तथा उद्योगों में प्रयोग किया जा सकता है।
गुरुग्राम महानगर विकास प्राधिकरण (जीएमडीए) के मुख्य कार्यकारी अधिकारी श्री सुधीर राजपाल ने मुख्यमंत्री को बताया कि गुरुग्राम जिला में गांव धनवापुर तथा बहरामपुर में 388 एमएलडी क्षमता के सीवरेज ट्रीटमेंट प्लांट लगे हुए हैं। इनमें 50 एमएलडी, 68 एमएलडी तथा 100 एमएलडी क्षमता के तीन प्लांट गांव धनवापुर में तथा 50 एमएलडी व 120 एमएलडी के दो प्लांट गांव बहरामपुर में हैं। गांव धनवापुर के दो प्लांट क्रमशः 50 एमएलडी व 68 एमएलडी शत-प्रतिशत रूप से टरशरी ट्रीटमेंट सुविधायुक्त हैं और 100 एमएलडी वाले प्लांट में अभी 25 एमएलडी टरशरी ट्रीटमेंट की सुविधा से जुड़ा हुआ है, बाकि 75 एमएलडी को भी इस सुविधा से जोड़ने के लिए टेंडर हो चुके हैं।
इसी प्रकार, गांव बहरामपुर में दोनों सयंत्रों की क्षमता 170 एमएलडी है, जिसमें से 80 एमएलडी पर टरशरी ट्रीटमेंट की सुविधा है तथा बाकि 90 एमएलडी को इस सुविधा से जोड़ने के लिए टेंडर आमंत्रित किए जा चुके हैं।
श्री सुधीर राजपाल ने मुख्यमंत्री को अवगत कराया कि झज्जर जिला के गांव जहाजगढ़ में 20 एमएलडी क्षमता का सीवरेज ट्रीटमेंट प्लांट स्थापित करने का कार्य प्रगति पर है जो अगले दो महीनों में पूरा हो जाएगा। इसी प्रकार, गुरुग्राम जिला के मानेसर में 25 एमएलडी क्षमता का एसटीपी मानेसर, नाहरपुर, कासन तथा आसपास के गांवों के लिए स्थापित किया जा रहा है जो अगले एक साल में बनकर तैयार होगा। यही नहीं, गांव धनवापुर में भी एक और 100 एमएलडी का सीवरेज ट्रीटमेंट प्लांट स्थापित किया जाएगा जिसकी आधारशिला आज रखी गई है। इस प्लांट के सितंबर 2024 तक पूरा होने की संभावना है। ये सभी संयंत्र पूरी तरह से टरशरी ट्रीटमेंट की सुविधा से युक्त होंगे।