चंडीगढ़ , 11 जनवरी- हरियाणा के मुख्यमंत्री श्री मनोहर लाल ने कहा कि आयुष्मान भारत योजना का प्रदेश सरकार ने दायरा बढ़ाकर चिरायु हरियाणा योजना लागू की है। इसलिए अधिकारी चिरायु योजना के पंजीकरण के कार्य को प्राथमिकता दें ताकि जरूरतमंद एवं पात्र व्यक्तियों को समय पर इसका लाभ मिल सके।
मुख्यमंत्री आज यहां चिरायु योजना की समीक्षा बैठक की अध्यक्षता कर रहे थे। बैठक में स्वास्थ्य मंत्री श्री अनिल विज भी मौजूद थे।
बैठक में मुख्यमंत्री को जानकारी दी गई कि केन्द्र सरकार की आयुष्मान भारत योजना के तहत गरीब परिवारों को 5 लाख रुपए तक का स्वास्थ्य लाभ दिया जा रहा है। हरियाणा में 15,51,798 परिवार इस योजना में कवर हो रहे थे। इनमें से लगभग 9 लाख परिवार इस योजना का लाभ उठा रहे थे। चिरायु योजना लागू करने से प्रदेश में अब लगभग 20 लाख परिवार और इस योजना में जुड़ गए हैं। सरकार ने इस योजना का लाभ अधिक परिवारों को देने के लिए बीपीएल की आय सीमा को बढाकर 1.80 लाख रुपए कर दिया। अब इस योजना के तहत लगभग 29 लाख परिवारों को इस योजना का लाभ दिया जाएगा। इसको लेकर आयुष्मान कार्ड बनाने की प्रक्रिया तेजी से की जा रही है। जिन परिवारों के कार्ड नहीं बने हैं उनके कार्ड बनाये जा रहे हैं। इसके लिए स्वास्थ्य केन्द्रों पर अतिरिक्त कांउटर बनाये गए हैं।
बैठक में मुख्यमंत्री को अवगत कराया गया कि चिरायु योजना के तहत 44 लाख से ज्यादा नये गोल्डन कार्ड बने। चिरायु योजना शुरू करने से पहले आयुष्मान भारत योजना में प्रदेश के 28,89,287 व्यक्तियों के गोल्डन कार्ड बनाए गए थे। चिरायु योजना के तहत अब 44,15,771 और व्यक्तियों के नये गोल्डन कार्ड बन चुके हैं। इन्हें मिलाकर गोल्डन कार्ड पाने वालों की संख्या बढ़कर 73 लाख से अधिक हो गई है। इस माह के अंत तक सब लाभर्थियों के गोल्डन कार्ड बना दिए जाएंगे। चिरायु योजना के तहत प्रदेश में कुल 715 अस्पताल सूचीबद्ध हैं, जिनमें 539 निजी अस्पताल और 176 सरकारी अस्पताल शामिल हैं।
बैठक में मुख्यमंत्री के मुख्य प्रधान सचिव श्री डी एस ढेसी, स्वास्थ्य विभाग की अतिरिक्त मुख्य सचिव डॉ. जी अनुपमा, मुख्यमंत्री के अतिरिक्त प्रधान सचिव डा. अमित अग्रवाल, महानिदेशक आयुष डा. साकेत कुमार, मुख्यमंत्री के उप प्रधान सचिव श्री के एम पांडुरंग, निदेशक मेडिकल चिकित्सा एंव अनुसंधान डॉ. आदित्य दहिया सहित कई वरिष्ठ अधिकारी मौजूद रहे।