शनिवार, जनवरी 21, 2023

चंडीगढ़, 21 जनवरी- हरियाणा के मुख्यमंत्री श्री मनोहर लाल ने कहा कि आयोग का मुख्य कार्य समाज की आवश्यकताओं के अनुरूप नई व्यवस्थाओं का निर्माण करना होता है। इसलिए आयोग समाज हित में सरकार को जो भी अनुशंसा करेगा उसे हर संभव लागू करने का प्रयास करेगी।

मुख्यमंत्री आज यहां अनुसूचित जाति आयोग गठन करने पर एससी समाज के प्रतिनिधिमण्डल द्वारा आयोजित अभिनन्दन समारोह में बोल रहे थे। इस मौके पर राज्य सभा सांसद श्री कृष्ण लाल पंवार, जनस्वास्थ्य मंत्री डा. बनवारी लाल, पटौदी के विधायक सत्यप्रकाश जरावता, बवानीखेड़ा के विधायक बिशम्भर बाल्मिकी, एस सी आयोग के अध्यक्ष श्री रविन्द्र बलियाला, मुख्यमंत्री के राजनेतिक सचिव श्री कृष्ण बेदी, आयोग के उपाध्यक्ष विजेन्द्र बड़गुज्जर, भाजपा प्रदेश उपाध्यक्ष श्रीमती बंतो कटारिया, रामअवतार बाल्मिकी, आयोग के सदस्य रवि तारांवाली, मीना नरवाल एवं रतन लाल बामनियां सहित अनेक गणमान्य नागरिक उपस्थित थे।

मुख्यमंत्री ने कहा कि हरियाणा में अनुसूचित जाति आयोग का गठन अनुसूचित जाति के लोगों के अधिकारों को सुरक्षित रखने और उन्हें मजबूती प्रदान करने के लिए किया गया है। इसमें हरियाणा की सभी एससी जाति वर्गो से सदस्य बनाने का प्रयास किया गया है। उन्होंने कहा कि आयोग का मुख्य ध्येय सरकार व जनता के बीच बेहतर तालमेल बनाना है। आयोग का काम समाज हित में सरकारी व्यवस्थाओं का उपयोग और समाज की आवश्यकताओं के हिसाब से नई व्यवस्थाओं का निर्माण करना है। उन्होंने कहा कि आयोग को घर, परिवार, गली, मोहल्ले, शहर तक समाज के सभी लोगों की जानकारी होनी चाहिए और उनकी समस्याओं का समाधान करने में भी अपनी अहम भूमिका निभानी चाहिए।

मुख्यमंत्री ने कहा कि सरकार ने संत महापुरुष विचार प्रचार एवं प्रसार सम्मान योजना के तहत महापुरुषों की जयंतियां मनाने का निर्णय लिया है। इसके तहत महर्षि वाल्मीकि, डा. बी आर अम्बेडकर, संत कबीर, श्री गुरु नानक देव जी, बाबा बंदा सिंह बहादुर, श्री गुरु तेग बहादुर जी, महर्षि कश्यप, शूरसैन आदि महापुरुषों की जयंतियां मना कर उनके विचारों को जन-जन तक  पहुंचाने का कार्य किया है।

मुख्यमंत्री ने कहा कि महापुरूष किसी जाति, वर्ग से संबंध नहीं रखते बल्कि उनकी विचार धाराएं पूरे समाज के लिए प्रेरणा का स्त्रोत होती है। इसी कड़ी में आगामी 3 फरवरी को संत रविदास जयंती गुरूग्राम, नरवाना व यमुनानगर में राज्य स्तर पर मनाई जाएगी। इसलिए समाज के सभी वर्गो को इन महापुरूषों की जयंतियों में  बढ़चढ़ कर भाग लेना चाहिए।