चण्डीगढ़, 31 जनवरी - हरियाणा के मुख्यमंत्री श्री मनोहर लाल ने अधिकारियों को कहा कि नागरिक संसाधन सूचना विभाग (क्रीड) के डाटा सत्यापन के लिए टीमें गठित कर डोर टू डोर सर्वे किया जाए। डाटा सत्यापन के साथ-साथ डेटा की सुरक्षा बनाए रखना हमारी सर्वोच्च प्राथमिकता है।
मुख्यमंत्री ने यह बात आज नागरिक संसाधन सूचना विभाग (क्रीड) के डाटा उपयोग को लेकर हुई समीक्षा बैठक में कही। उन्होंने महिला एवं बाल विकास विभाग, स्कूल शिक्षा विभाग, उच्चतर शिक्षा विभाग और युवा अधिकारिता एवं उद्यमिता विभाग के अधिकारियों को कहा कि इस सर्वे को जल्द टीमें गठित कर कार्य को शुरू करें और यह भी सुनिश्चित किया जाए कि टीमे डाटा के सत्यापन को ठीक प्रकार से करे। इस सर्वे के कार्य को सभी विभाग मिलकर पूरा करें।
श्री मनोहर लाल ने कहा कि राज्य सरकार दिन-रात यह सुनिश्चित करने के लिए काम कर रही है कि लोगों का जीवन आरामदायक हो और उन्हें अपनी पारिवारिक आय बढ़ाने और उन्नती करने का अवसर मिले। उन्होंने कहा कि ऐसी कल्याणकारी सेवाओं एवं योजनाओं को बढ़ावा देने पर जोर दिए जाने की आवश्यकता है ताकि निचले स्तर तक आम लोगों में उन बारे जागरूकता उत्पन्न की जा सके।
उन्होंने कहा कि इस डाटा का सत्यापन आयु वर्ग के हिसाब से विभिन्न विभागों को दिया गया है। ताकि हमारे पास सत्यापन की पूरी तरह से जानकारी उपलब्ध हो। उन्होंने कहा कि सरकार परिवार पहचान पत्र के माध्यम से सरकार की कल्याणकारी सेवाओं और योजनाओं का लाभ प्राप्त करने के इच्छुक प्रत्येक लाभार्थी के घरद्वार तक पहुंच रही है।
इस अवसर पर मुख्यमंत्री के मुख्य प्रधान सचिव श्री डी एस ढेसी, स्कूल शिक्षा विभाग के अतिरिक्त मुख्य सचिव श्री महावीर सिंह, उच्चतर शिक्षा विभाग के प्रधान सचिव श्री विजयेद्र कुमार, मुख्यमंत्री के अतिरिक्त प्रधान सचिव डॉ अमित अग्रवाल, हरियाणा परिवार पहचान प्राधिकरण के मुख्य कार्यकारी अधिकारी श्री विकास गुप्ता ,युवा अधिकारिता एवं उद्यमिता विभाग के आयुक्त एवं सचिव श्री विजय सिंह दहिया, महिला एवं बाल विकास विभाग की आयुक्त एवं सचिव श्रीमती अमनीत पी कुमार सहित अन्य अधिकारी उपस्थित थे।