सोमवार, February 20, 2023

चंडीगढ़, 20 फरवरी - हरियाणा के मुख्यमंत्री श्री मनोहर लाल ने कहा कि ईएसआई हेल्थ केयर, हरियाणा प्रदेशभर में 7 ईएसआई अस्पतालों (4 ईएसआईएस और 3 ईएसआईसी), 3 आयुर्वेदिक इकाइयों, 1 मोबाइल और 85 डिस्पेंसरी के माध्यम से संगठित क्षेत्रों में काम करने वाले 25 लाख बीमित व्यक्तियों और उनके परिवार के सदस्यों को व्यापक चिकित्सा सेवाएं प्रदान कर रहा है।

ईएसआई हेल्थ केयर की बैठक के दौरान केंद्रीय पर्यावरण, वन और जलवायु परिवर्तन तथा श्रम एवं रोजगार मंत्री श्री भूपेंद्र यादव को ईएसआई स्वास्थ्य सुविधाओं के बारे में जानकारी देते हुए मुख्यमंत्री श्री मनोहर लाल ने बताया कि कुरुक्षेत्र और तरावड़ी में नई डिस्पेंसरियां शुरू हो गई हैं। झाड़ली में स्थापित की गई डिस्पेंसरी भी जल्द ही चालू हो जाएगी।

मुख्यमंत्री ने 100 बिस्तर वाले 6 नये ईएसआई अस्पतालों के निर्माण के लिए प्रशासनिक स्वीकृति देने पर केंद्रीय मंत्री का जताया आभार

मुख्यमंत्री ने श्री भूपेन्द्र यादव का आभार व्यक्त करते हुए कहा कि सरकार ने हिसार, रोहतक, सोनीपत, अंबाला, करनाल और पंचकूला में 100 बिस्तरों वाले 6 नये ईएसआई अस्पतालों के निर्माण के लिए प्रशासनिक स्वीकृति प्रदान की है।

केंद्रीय मंत्री और मुख्यमंत्री ने अधिकारियों को निर्देश दिए कि ईएसआई अस्पतालों की स्थापना के लिए समयबद्ध तरीके से उपयुक्त स्थान और भूमि चिह्नित करें ताकि राज्य में प्रस्तावित ईएसआई अस्पतालों के निर्माण कार्य में तेजी लाई जा सके।

प्रदेश में खुलेंगी 14 नई ईएसआई डिस्पेंसरी

मुख्यमंत्री ने कहा कि स्वास्थ्य सुविधाओं के मामले में हरियाणा अन्य सभी राज्यों से बेहतर है। यह प्रदेश में जनता के लिए चिकित्सा देखभाल सुविधाओं को मजबूत करने से संभव हो पाया है। श्री मनोहर लाल ने करनाल, रोहतक, झाड़ली, गन्नौर, मुलाना, घरौंडा, फरुखनगर, कोसली, साहा, छछरौली, पटौदी, भूना, चरखी दादरी और उकलाना मंडी में 14 नये ईएसआई डिस्पेंसरी खोलने की प्रशासनिक स्वीकृति प्रदान करने के लिए भी केंद्रीय मंत्री का आभार व्यक्त किया।

बैठक में बताया गया कि केवल रोहतक, पटौदी और झाड़ली के लिए  ईएसआई डिस्पेंसरी के लिए ईएसआई निगम, नई दिल्ली से सैद्धांतिक स्वीकृति प्राप्त हुई है। चरखी दादरी, रोहतक और झाडली ईएसआई डिस्पेंसरी के भवनों का कब्जा ले लिया गया है और डिस्पेंसरी जल्द ही शुरू होगी।

मुख्यमंत्री ने अवगत कराया कि कर्मचारी राज्य बीमा (ईएसआई), हरियाणा संगठित क्षेत्र के लिए एक अंशदायी सामाजिक सुरक्षा योजना है, जिसमें 10 या उससे अधिक कर्मचारियों, जो 21 हजार रुपये प्रति माह वेतन प्राप्त करते हैं, वाली इकाइयों को कवर किया जाता है। उन्होंने कहा कि राज्य में ईएसआई लाभार्थियों के लिए कैशलेस आधार पर सेकेंडरी स्तर की चिकित्सा सुविधाएं प्रदान करने के लिए 109 निजी अस्पतालों को सूचीबद्ध किया गया है।

बैठक में बताया गया कि मानेसर में 500 बिस्तरों के नए ईएसआई अस्पताल के लिए ईएसआईसी द्वारा 8.70 एकड़ भूमि खरीदी गई है। गुरुग्राम में 163 बिस्तरों से 500 बिस्तरों वाले ईएसआईसी अस्पताल के विस्तार के लिए 18793.27 वर्ग मीटर (4.64 एकड़) भूमि की पहचान की गई है और हरियाणा शहरी विकास प्राधिकरण (एचएसवीपी) द्वारा आवंटन पत्र जारी किया गया है।  

मुख्यमंत्री ने केंद्रीय मंत्री को अवगत कराया कि राई में स्थापित ईएसआई डिस्पेंसरी वर्तमान में स्वास्थ्य विभाग के भवन में चल रही है। ईएसआई डिस्पेंसरी का निर्माण सेक्टर 38, फेज-2, औद्योगिक एस्टेट, राई, सोनीपत में किया जाएगा, जो राई औद्योगिक क्षेत्र, नाथूपुर, बजीदपुर सबोली और बहालगढ़ औद्योगिक क्षेत्र के कुछ हिस्सों की लगभग 28010 आबादी को कवर करेगा।

बैठक में बताया गया कि जिला सोनीपत के गन्नौर ब्लॉक में बरही में ईएसआई डिस्पेंसरी स्थापित करने की योजना को ईएसआई निगम द्वारा अनुमोदित किया गया है। यह डिस्पेंसरी बरही औद्योगिक क्षेत्र, गन्नौर की लगभग 8347 आबादी और एनएच 44 के पूरे स्ट्रेच समालखा तक को कवर करेगा। यदि परिवार के सदस्यों को भी शामिल किया जाए तो इस डिस्पेंसरी से कुल 31,720 लाभार्थी लाभान्वित होंगे।

हरियाणा 10,000 एकड़ भूमि में दुनिया का सबसे बड़ा अरावली सफारी पार्क कर रहा है विकसित

बैठक मेें बताया गया कि हरियाणा जल्द ही 10,000 एकड़ भूमि पर दुनिया के सबसे बड़े अरावली सफारी पार्क को विकसित करने पर काम कर रहा है, जहां आगंतुक सफारी राईड्स, मनोरंजन जोन, इको विलेज, प्रकृति की सैर, भोजन व मनोरंजन जैसी गतिविधियों का आनंद ले सकते हैं। यह पार्क अनुमानित पांच साल में बनकर तैयार होगा और चरणबद्ध तरीके से काम किया जाएगा।

बैठक में मुख्यमंत्री के प्रधान सचिव श्री वी उमाशंकर, श्रम विभाग के अतिरिक्त मुख्य सचिव श्री राजा शेखर वुंडरू, पर्यावरण, वन एवं वन्यजीव विभाग के अतिरिक्त मुख्य सचिव श्री विनीत गर्ग, मुख्यमंत्री के उप प्रधान सचिव श्री के मकरंद पाण्डुरंग सहित अन्य वरिष्ठ अधिकारी उपस्थित थे।