चंडीगढ़, 1 मार्च- हरियाणा के मुख्यमंत्री श्री मनोहर लाल ने कहा कि एक आधुनिक भूमि माप प्रणाली स्थापित की जाएगी, जो सदियों पुराने श्रृंखला (जरीब) आधारित मापन का स्थान लेगी। इससे भूमि के माप में अधिक सटीकता और विश्वसनीयता आएगी और विवादों की गुंजाइश कम होगी। प्रदेश में इसके लिए अब 300 नये रोवर खरीदे जाएंगे ताकि हर जिले तथा तहसील का लार्ज स्केल मैपिंग से सम्बंधित कार्य समय पर पूर्ण किया जा सके।
मुख्यमंत्री श्री मनोहर लाल आज स्वामित्व योजना के सम्बन्ध में वरिष्ठ अधिकारियों के साथ बैठक की अध्यक्षता कर रहे थे।
मुख्यमंत्री ने कहा कि पायलट प्रोजेक्ट के तौर पर प्रथम चरण में दो जिलों का चयन किया गया है, जिनमें सोनीपत तथा करनाल जिले शामिल हैं। इन जिलों के लाल डोरे क्षेत्र से बाहर नगर निगम क्षेत्रों के तहत आने वाली कृषि भूमि व राजस्व भूमि पर लार्ज स्केल मैपिंग का कार्य पूर्ण किया जाएगा। इसके अलावा, परिवार पहचान पत्र के साथ हर प्रॉपर्टी को भी लिंक किया जाएगा। इन जिलों में यह कार्य 15 अप्रैल, 2023 तक कार्य पूरा कर लिया जाएगा।
बैठक में राजस्व एवं आपदा प्रबंधन के अतिरिक्त मुख्य सचिव, श्री टी.वी.एस.एन. प्रसाद, मुख्यमंत्री के प्रधान सचिव, श्री वी. उमाशंकर, राजस्व एवं आपदा प्रबंधन विभाग की विशेष सचिव, आमना तसनीम, सोनीपत के उपायुक्त, श्री ललित कुमार, करनाल के उपायुक्त श्री अनीश यादव, नगर निगम आयुक्त सोनीपत, श्रीमती मोनिका गुप्ता, मिशन डायरेक्टर लार्ज स्केल मैपिंग, लेफ्टिनेंट जनरल (रिटायर्ड) श्री गिरीश कुमार तथा अन्य अधिकारी उपस्थित थे।