चंडीगढ़, 25 मार्च - हरियाणा के मुख्यमंत्री श्री मनोहर लाल ने कहा है कि आम जनता की सुनवाई के लिए जिले के वरिष्ठ प्रशासनिक अधिकारियों को हिदायत दी गई है कि वे हर रोज प्रात: 11 बजे से 1 बजे तक 2 घंटे अपने कार्यालयों में उपस्थित रहें और नागरिकों से संवाद कर उनकी समस्याओं व शिकायतों का निदान करें। जनता की सुनवाई न करने वाले अधिकारियों को बख्शा नहीं जाएगा।
मुख्यमंत्री शनिवार को हिसार के गुरु जम्भेश्वर विज्ञान एवं प्रौद्योगिकी विश्वविद्यालय के सभागार में आयोजित शक्ति केन्द्र संगम कार्यक्रम में उपस्थित जनों को सम्बोधित कर रहे थे।
श्री मनोहर लाल ने कहा कि केंद्र व प्रदेश सरकार ने अंत्योदय दर्शन पर चलते हुए हर जरूरतमंद परिवार के उत्थान के लिए अनेक महत्वाकांक्षी योजनाओं को धरातल पर उतारा है।
उन्होंने कार्यकर्ताओं का आह्वान किया कि वे हर पात्र व्यक्ति तक योजनाओं का लाभ पहुंचाना सुनिश्चित करें। उन्होंने कहा कि कार्यकर्ता केंद्र और राज्य सरकार की जनकल्याणकारी योजनाओं को लेकर घर-घर तक जाएं और लोगों को उनका लाभ लेने के लिए जागरूक व प्रेरित करें।
*हर वर्ग के कल्याण के लिए कार्य कर रही हरियाणा सरकार*
मुख्यमंत्री ने कहा कि प्रदेश सरकार सबका साथ- सबका विकास-सबका प्रयास और सबका विश्वास के मूलमंत्र पर चलते हुए गरीब से गरीब व्यक्ति, किसानों और पिछड़े वर्ग की आर्थिक स्थिति को सुदृढ़ करने सहित हर वर्ग के कल्याण के लिए कार्य कर रही है।
उन्होंने कहा कि हर व्यक्ति के स्वास्थ्य की देखभाल की चिंता करते हुए राज्य सरकार ने निरोगी हरियाणा योजना चलाई है, जिसके तहत सवा करोड़ लोगों का फुल बॉडी चैकअप करके उन्हें समय पर इलाज दिया जाएगा। इसके अलावा, राज्य सरकार ने बीपीएल की आय सीमा बढ़ाकर अधिक से अधिक लोगों को इसका लाभ दिया है। परिवार पहचान पत्र के जरिए लोगों की जरूरतों को समझकर उनके अनुरूप योजनाओं का निर्माण करते हुए जनता का जीवन स्तर सुधार करना ही हरियाणा सरकार का लक्ष्य है। आज आठ लाख लोगों के जीवन स्तर पर सुधार हुआ है और वे बीपीएल से ऊपर उठ गए हैं।
*सरकार का ध्येय पारदर्शिता के साथ नागरिकों के लिए बनाई गई हर योजना का लाभ धरातल तक पहुंचाना*
मुख्यमंत्री ने कहा कि आज हमारे पास हर नागरिक की जानकारी है जिसके आधार पर भविष्य में भी जनकल्याण की योजनाएं बनाते रहेंगे। उन्होंने कहा कि प्रदेश सरकार समाज हित में निरंतर काम कर रही है। सरकार का ध्येय पारदर्शिता के साथ नागरिकों के लिए बनाई गई हर योजना का लाभ धरातल तक पहुंचाना है। ईज ऑफ लिविंग की दिशा में बढ़ते हुए नागरिकों के जीवनस्तर में सुखद बदलाव लाना है।